Asotra Brahma Dham Kheteshwar Temple: आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर (Asotra Brahma Dham Temple), एक ऐसा स्थान जहां भक्ति और श्रद्धा का संगम है। यह प्राचीन मंदिर अपनी अद्भुत वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। हजारों साल पुराने इस मंदिर की गाथा सुनने मात्र से ही मन में एक अलौकिक शांति का अनुभव होता है।
जैसे ही आप इस पावन धाम के द्वार पर कदम रखते हैं, आपको एक अलग ही दुनिया में प्रवेश करने का एहसास होता है। यहां का शांत और पवित्र वातावरण आपके मन को एक अनोखी शांति प्रदान करती है। प्रकृति की गोद में बसा यह मंदिर, अपनी सादगी और सौंदर्य से आपका मन मोह लेता है। इस मंदिर की स्थापना और निर्माण से जुड़ी कथाएं और किवदंतियां, आपको एक अलग ही यात्रा पर ले जाती हैं। यहां की हर मूर्ति, हर पत्थर अपने आप में एक इतिहास समेटे हुए है। इस मंदिर के गर्भगृह में विराजमान भगवान खेतेश्वर की प्रतिमा, अपनी दिव्य छवि से आपको मंत्रमुग्ध कर देती है। आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर न सिर्फ एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान है जहां आप अपने आप से जुड़ सकते हैं। यहां की शांति और सकारात्मक ऊर्जा आपके भीतर एक नई चेतना का संचार करती है।
तो चलिए, इस लेख के माध्यम से हम एक अद्भुत यात्रा पर निकलते हैं और जानते हैं इस मंदिर की अनसुनी कहानियां और रोचक तथ्य।
आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर के बारे में (About Asotra Brahma Dham Kheteshwar Temple)
मंदिर का फोन नंबर | +91 2988240133 |
मंदिर का पता | खेतारामजी की पोल, राजस्थान 344022 |
मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट | https://brahmdhamtirth.org/ |
मंदिर का इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल | https://www.instagram.com/brahmdhamtirth |
निकटतम बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 65 किलोमीटर |
फलना रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 45 किलोमीटर |
उदयपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 120 किलोमीटर |
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आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर का इतिहास (History of Asotra Brahma Dham Kheteshwar Temple)
आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर (Asotra Brahma Dham Temple) राजस्थान (Rajasthan) के बाड़मेर (Barmer) जिले के बालोतरा उपखण्ड मुख्यालय से लगभग 11 किमी की दूरी पर जालोर रोड़ पर स्थित है। यह मंदिर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा ब्रह्मा मंदिर माना जाता है।
इस मंदिर की स्थापना संत खेतारामजी महाराज द्वारा की गई थी। उन्होंने 20 अप्रैल 1961 को इस मंदिर का शिलान्यास किया था। लगभग 24 वर्षों तक निर्माण कार्य चलता रहा। इस अवधि में संत खेताराम जी ने विभिन्न प्रदेशों में प्रवास कर राजपुरोहित समाज से अर्थ संग्रह किया और उस निधि को मंदिर निर्माण में लगाया। 6 मई 1984 को ब्रह्माजी (Lord Brahma) की प्रतिमा को सावित्री जी के साथ गर्भगृह में स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहाँ ब्रह्मा जी की प्रतिमा सावित्री जी के साथ स्थापित है, इस दृष्टि से यह विश्व का अद्वितीय मंदिर है। मंदिर के अंदर अष्टऋषियों की प्रतिमाएं भी हैं जो राजपुरोहित समाज के विभिन्न गोत्रों के प्रवर्तक हैं। मंदिर के स्तम्भों और गुम्बद पर विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं एवं कृष्ण लीला के दृश्य उत्कीर्ण हैं।
मंदिर परिसर में ब्रह्म सरोवर, शिवधूणा, रामदेवजी का मंदिर, गौशाला आदि भी स्थित हैं। संत खेतारामजी महाराज के समाधि स्थल पर बैकुंठधाम मंदिर का निर्माण किया गया है। यहाँ प्रतिदिन आरतियाँ और विभिन्न पर्वों पर विशेष आयोजन होते हैं।
आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर की वास्तुकला (Architecture of Asotra Brahma Dham Kheteshwar Temple)
आसोतरा स्थित श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ (Asotra Brahma Dham Temple) में विश्व का द्वितीय सबसे बड़ा ब्रह्माजी का मंदिर है, जिसकी वास्तुकला की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- ब्रह्मा-सावित्री की अद्वितीय प्रतिमाएँ: मंदिर के गर्भगृह में भगवान ब्रह्मा और सावित्री की प्रतिमाएँ एक साथ प्रतिष्ठित हैं, जो इस मंदिर को विश्व में अद्वितीय बनाती हैं। वेदों के मंत्रोच्चार के साथ 6 मई 1984 को इन दिव्य प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा की गई थी।
- भव्य प्रवेश द्वार और हाथी की मूर्तियाँ: मंदिर के प्रवेश द्वार पर दो हाथी की मूर्तियाँ स्थापित हैं, जिन पर इंद्र और कुबेर अपने सारथियों के साथ विराजमान हैं। यह मंदिर की वास्तुकला में एक विशिष्ट अंग है।
- आठ महर्षियों की प्रतिमाएँ: मंदिर के अंदर राजपुरोहित समाज की मुख्य शाखाओं का प्रतिनिधित्व करते हुए आठ पूज्य महर्षियों – उद्दालक, वसिष्ठ, कश्यप, पराशर, गौतम, पिप्पलाद, शांडिल्य और भरद्वाज की प्रतिमाएँ स्थापित हैं।
- स्तंभों और छतों पर नक्काशी: मंदिर में प्रवेश करने पर विभिन्न देवताओं, यक्षों, गंधर्वों और भगवान कृष्ण के रासलीला के चित्रण स्तंभों और छतों पर उकेरे गए हैं। यह मंदिर की कलात्मक सुंदरता को दर्शाता है।
- चार कुमारों और हंस की मूर्ति: गर्भगृह के दाईं ओर चार कुमारों – सनक, सनंदन, सनातन और सनत्कुमार की मूर्तियाँ हैं, और उनके ऊपर एक हंस की मूर्ति है।
- श्वेत संगमरमर का निर्माण: संत खेतारामजी महाराज की समाधि स्थल पर श्वेत संगमरमर पत्थर का एक भव्य और शानदार वैकुंठ धाम मंदिर बनाया गया है, जिसमें संत खेतारामजी महाराज की प्रतिमा स्थापित है।यह मंदिर परिसर की सुंदरता में चार चांद लगाता है।
इस प्रकार, आसोतरा के श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ की वास्तुकला अद्वितीय, कलात्मक और भव्य है, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। मंदिर के विभिन्न भागों में देवी-देवताओं और महर्षियों की मूर्तियाँ, नक्काशीदार स्तंभ व छतें, और संगमरमर का निर्माण इसकी खूबसूरती को बढ़ाते हैं।
आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर कैसे पहुंचे (How to Reach Asotra Brahma Dham Kheteshwar Temple)
आसोतरा स्थित श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ (Asotra Brahma Dham Temple) में विश्व का दूसरा सबसे बड़ा ब्रह्माजी का मंदिर है। यहां पहुंचने के लिए रेल, सड़क और वायु मार्ग उपलब्ध हैं:
रेल मार्ग(By Railway)
- आसोतरा का निकटतम रेलवे स्टेशन फलना है, जो लगभग 45 किमी दूर है। फलना रेलवे स्टेशन से आसोतरा के लिए नियमित बस और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग(By Road)
- आसोतरा, बाड़मेर जिले के बालोतरा उपखंड मुख्यालय से 11 किमी जालौर रोड पर स्थित है। यह प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जहां से नियमित बस और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं।
वायु मार्ग (By Air)
- आसोतरा का निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर का महाराणा प्रताप हवाई अड्डा है, जो लगभग 120 किमी दूर है। उदयपुर हवाई अड्डे से आसोतरा तक टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं।
आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर में दर्शन का समय (Darshan Timings at Asotra Brahma Dham Kheteshwar Temple)
आसोतरा ब्रह्मधाम खेतेश्वर मंदिर (Asotra Brahma Dham Temple) में दर्शन करने की समय सारणी कुछ इस प्रकार है-
मंदिर खुलने का समय | सुबह 5:00 बजे |
मंदिर के बंद होने का समय | रात 10:00 बजे |
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आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर में प्रवेश शुल्क (Entry Fee to Asotra Brahma Dham Kheteshwar Temple)
आसोतरा स्थित श्रीखेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ (Asotra Brahma Dham Temple) में प्रवेश करने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है। यहां आने वाले भक्तों के लिए एक विशाल भोजनालय भी है जहां निःशुल्क भोजन परोसा जाता है। इसके अलावा, मंदिर में प्रतिदिन आरती और पूजा का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी श्रद्धालु बिना किसी शुल्क के भाग ले सकते हैं।
आसोतरा ब्रह्माधाम मंदिर की फोटो (Photo of Asotra Brahmadham Temple)
आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर (Asotra Brahmadham Kheteshwar Temple) देश ही नहीं दुनिया भर में सबसे बड़े ब्रह्मा मंदिर होने के लिए प्रसिद्ध है इस लेख किधर यह हम आपसे इस मंदिर की कुछ विशेष तस्वीरें साझा कर रहे हैं अगर आप चाहे तो इन तस्वीरों को सरलता पूर्वक डाउनलोड भी कर सकते हैं।
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आसोतरा ब्रह्माधाम के भगवान ब्रह्मा की फोटो (Photo of Lord Brahma of Asotra Brahmadham)
इस विशेष लेख के जरिए हम आपसे मंदिर के भगवान ब्रह्मा (Lord Brahma) जी की कुछ दुर्लभ तस्वीरें साझा कर रहे हैं, इन तस्वीरों के माध्यम से आप भगवान ब्रह्मा (Lord Brahma) जी के दर्शन भी कर सकते हैं और इन तस्वीरों को डाउनलोड (Download) भी कर सकते हैं।
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विशेष आयोजन
आसोतरा में पूरे वर्ष विभिन्न त्योहार और आयोजन होते रहते हैं जैसे बारसी महोत्सव, महाशिवरात्रि मेला, शारदीय पूर्णिमा आदि। श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ, आसोतरा का प्रबंधन श्री खेतारामजी महाराज ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
Conclusion:
आसोतरा ब्रह्माधाम (Asotra Brahma Dham) एक अद्भुत धार्मिक स्थल है जो आध्यात्मिकता और शांति की तलाश में आने वाले लोगों को आकर्षित करता है। ब्रह्माधाम मंदिर से संबंधित यह लिखा अगर आपको पसंद आया हो तो कृपया हमारे अन्य सभी लेख को भी जरूर पढ़िए, ब्रह्म धाम मंदिर से संबंधित इस लेख को पढ़ने के बाद अगर आपके मन में कोई प्रश्न उत्पन्न हुआ हो तो उन प्रश्नों को कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए हम आपके सभी प्रश्नों का हर संभव जवाब देने का प्रयास करेंगे। ऐसे ही और भी लेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट https://janbhakti.in पर रोजाना विजिट करें।
FAQ’s:
Q. क्या आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर का स्थान कहाँ है?
Ans. आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर (Asotra Brahma Dham Temple) भारत के राजस्थान राज्य के बाड़मेर जिले में स्थित है। यह मंदिर जिला मुख्यालय से जालोर रोड के माध्यम से लगभग 11 किलोमीटर दूर है।
Q. मंदिर का निर्माण कब आरंभ हुआ था?
Ans. आसोतरा ब्रह्माधाम खेतेश्वर मंदिर का निर्माण संत श्री खेतारामजी महाराज द्वारा 20 अप्रैल, 1961 को शुरू किया गया था और इसे पूरा करने में 24 वर्ष लगे।
Q. मंदिर में प्रमुख देवता कौन हैं?
Ans. मंदिर में प्रमुख देवता भगवान ब्रह्मा हैं, जिनकी मूर्ति विश्व की दूसरी सबसे बड़ी मूर्ति है, यहाँ भगवान शिव, भगवान विष्णु, देवी दुर्गा, भगवान गणेश और भगवान हनुमान की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं।
Q. मंदिर के वार्षिक आयोजन क्या हैं?
Ans. मंदिर के वार्षिक आयोजन में रामदेवजी मेला, बर्शी मेला, और खतेश्वर महाराज की पुण्यतिथि शामिल हैं, जो देशभर से हजारों भक्तों को आकर्षित करते हैं।
Q. मंदिर का प्रबंधन कौन करता है?
Ans मंदिर का प्रबंधन श्री ब्रह्मा मंदिर और राजपुरोहित समाज विकास ट्रस्ट द्वारा किया जाता है, जो 1984 में स्थापित किया गया था।
Q. मंदिर परिसर में अन्य सुविधाएं क्या हैं?
Ans. मंदिर परिसर में शिव धूनहा, बिकुंडिया यज्ञ स्थल और हर साल एक नि:शुल्क चिकित्सा शिविर भी शामिल हैं, जहां रोगियों को मुफ्त उपचार और दवाएं प्रदान की जाती हैं।