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Shivling Puja Vidhi: क्या है शिवलिंग पूजा विधि और कैसे करें शिवलिंग का श्रृंगार, जानिए इस लेख में 

Shivling Puja Vidhi
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शिवलिंग पूजा विधि (Shivling Puja Vidhi) : शिवलिंग (Shivlinga) की पूजा हिंदू धर्म में सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण मानी जाती है। भगवान शिव (Lord Shiva) को प्रसन्न करने के लिए भक्त शिवलिंग की पूजा करते हैं। 

सोमवार (Monday) का दिन शिव जी को समर्पित है और इस दिन शिवलिंग की विशेष पूजा का विधान है। पर क्या आप जानते हैं शिवलिंग पूजा विधि क्या है? कौन सी पूजन सामग्री चाहिए? किन नियमों और सावधानियों का ध्यान रखना जरूरी है? शिवलिंग पूजा के पीछे गहरा आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व छिपा है। सही विधि से पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। शिव पुराण में भी शिवलिंग पूजा Shivling Puja Vidhi के महत्व और लाभों का वर्णन मिलता है। लेकिन बहुत से लोग शिवलिंग पूजा की पूरी विधि और नियम नहीं जानते। गलत तरीके से पूजा करने से फल नहीं मिलता है। इसलिए शिवलिंग पूजा की सम्पूर्ण जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है।

इस लेख में हम आपको शिवलिंग पूजा की विस्तृत विधि, पूजन सामग्री, मंत्र, नियम और सावधानियां बताएंगे। साथ ही सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने और अभिषेक करने का सही तरीका भी जानेंगे…

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Table Of Content :-Shivling Puja Vidhi

S.NOप्रश्न
1मंदिर में शिवलिंग की पूजा कैसे करें?
2सोमवार को शिव जी की पूजा कैसे करें?
3शिवलिंग का पानी किस दिशा में गिरना चाहिए?
4शिवलिंग की पूजा कैसे करें?
5शिवलिंग का श्रृंगार कैसे करें? 
6शिवलिंग पूजा विधि
7शिवलिंग पूजा सामग्री
8शिवलिंग पूजन सामग्री लिस्ट

मंदिर में शिवलिंग की पूजा कैसे करें?

मंदिर में शिवलिंग की पूजा

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मंदिर में शिवलिंग (Shivlinga) की पूजा करने का सही विधि इस प्रकार है:

सबसे पहले शिवलिंग (Shivlinga) को स्वच्छ जल से अच्छी तरह धोएं। फिर उसपर गंगाजल या फिर ताजा जल चढ़ाएं। शिवलिंग पर बेलपत्र, फूल, चंदन, अक्षत चढ़ाएं। शिवलिंग पर धूप, दीप और नैवेद्य भी अर्पित करें। शिवलिंग पर जलाभिषेक करते समय मंत्र का उच्चारण करें – “ॐ नमः शिवाय”। अंत में शिवलिंग को चोला चढ़ाएं और प्रसाद वितरित करें। ध्यान रखें कि शिवलिंग पर कभी भी सेमल, जूही, कदम्ब और केतकी के फूल न चढ़ाएं। साथ ही शिवलिंग की पूजा हमेशा पवित्र मन और शरीर से करें।

सोमवार को शिव जी की पूजा कैसे करें?

सोमवार के दिन भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा इस प्रकार करनी चाहिए:

  • प्रातः स्नान करके साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को साफ करके शिवलिंग या भगवान शिव की मूर्ति को स्थापित करें। बिल्वपत्र, फूल, धूप-दीप अर्पित करें।
  • शिवलिंग का अभिषेक जल, दूध, दही, शहद और गंगाजल से करें। अभिषेक के दौरान “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते रहें। अभिषेक के बाद शिवलिंग को साफ कपड़े से पोंछ दें।
  • भगवान शिव को फल, मिठाई और फूल भोग के रूप में अर्पित करें। उनकी पसंदीदा वस्तुएं जैसे भांग, पान और बेलपत्र भी चढ़ा सकते हैं।
  • शिवलिंग के पास दीपक या दिया जलाएं। यह भगवान शिव द्वारा प्रदान किए गए ज्ञान और बुद्धि के प्रकाश का प्रतीक है।
  • महामृत्युंजय मंत्र और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। सोमवार को इन मंत्रों का जाप करने से आशीर्वाद और लाभ मिलता है।
  • प्रार्थना करके और भगवान शिव का आशीर्वाद मांगकर पूजा का समापन करें। परिवार के सदस्यों और भक्तों में प्रसाद बांटें।
  • पूजा के दौरान चमड़े के सामान का इस्तेमाल ना करें क्योंकि भगवान शिव शाकाहारी हैं। पूजा के दिन मांसाहार और शराब का सेवन भी ना करें। सोमवार को उपवास रखकर सात्विक भोजन ग्रहण करें।

भगवान शिव (Lord Shiva) की भक्ति और श्रद्धा के साथ सोमवार की पूजा करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

शिवलिंग का पानी किस दिशा में गिरना चाहिए?

शिवलिंग (Shivlinga) का पानी उत्तर दिशा में गिरना चाहिए। शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग की जलहरी का मुख उत्तर की ओर होना शुभ माना जाता है। इससे शिवलिंग (Shivlinga) का पानी उत्तर दिशा में बहेगा। शिवलिंग के अभिषेक के दौरान, जातक का मुख भी उत्तर की ओर होना चाहिए। हिंदू शास्त्रों के मुताबिक, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुंह करके ही शिवलिंग पर जल चढ़ाना उचित है। इन नियमों का पालन करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।

शिवलिंग की पूजा कैसे करें? (Shivling ki Puja Kaise Kare)

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शिवलिंग (Shivling Puja Vidhi) की पूजा के लिए सबसे पहले प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर शिवलिंग को दूध, दही, शहद और गंगाजल से अभिषेक करें। बेलपत्र, फूल, प्रसाद अर्पित करें और चंदन-अक्षत का तिलक लगाएं। शिवलिंग का आरती करें और शिव चालीसा या स्तोत्र का पाठ करें। ध्यान रखें कि शिवलिंग पर जल धीरे से चढ़ाएं, ज़ोर से या सिपकारी से नहीं। शिवलिंग का आधा परिक्रमा करें और उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजा करें। इन नियमों का पालन कर श्रद्धा से पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।

शिवलिंग का श्रृंगार कैसे करें? 

शिवलिंग का श्रृंगार

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शिवलिंग (Shivlinga) के श्रृंगार करने के 5 मुख्य तरीके इस प्रकार हैं:

  • जल अभिषेक: शिवलिंग (Shivlinga) पर जल चढ़ाना सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण श्रृंगार में से एक है। गंगाजल, दूध या पवित्र जल से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है। जल चढ़ाते समय “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का उच्चारण भी किया जाता है। यह शिवलिंग को शुद्ध और पवित्र करने का प्रतीक है।
  • बेलपत्र अर्पित करना: शिव (Lord Shiva) को बेलपत्र अत्यंत प्रिय हैं। बेलपत्र शिवलिंग पर अर्पित करना श्रृंगार का एक अनिवार्य हिस्सा है। बेलपत्र शिव की त्रिनेत्र का प्रतीक माना जाता है और इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। बेलपत्र शिवलिंग पर तीन बार चढ़ाया जाता है।
  • फूल और माला: शिवलिंग पर सुगंधित फूल और फूलों की माला अर्पित करना भी श्रृंगार का एक महत्वपूर्ण भाग है। आमतौर पर सफेद और लाल रंग के फूल, जैसे चमेली, गुलाब आदि शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं। फूल शिव की सात्विक और शांत प्रकृति का प्रतीक हैं।
  • चंदन लेप: चंदन का लेप शिवलिंग पर लगाना भी श्रृंगार का एक तरीका है। चंदन का लेप शीतल और मनोहर होता है जो शिवलिंग को शांत और प्रफुल्लित करता है। चंदन शिव को अत्यंत प्रिय है और यह शिवलिंग पर त्रिपुंड या त्रिशूल के आकार में लगाया जाता है।
  • भस्म अर्पित करना: विभूति या भस्म शिव का प्रिय उपहार है। शिवलिंग पर भस्म अर्पित करना श्रृंगार का एक अनिवार्य अंग है। भस्म शिव की वैराग्य और त्याग की भावना का प्रतीक है। भस्म को त्रिपुंड या त्रिशूल के आकार में शिवलिंग पर लगाया जाता है।

इस प्रकार, शिवलिंग (Shivlinga) का श्रृंगार जल, बेलपत्र, फूल, चंदन और भस्म से किया जाता है जो शिव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने का एक पवित्र तरीका है। इन सामग्रियों से शिवलिंग को सजाकर भक्त अपनी श्रद्धा और भक्ति व्यक्त करते हैं। शिवलिंग का श्रृंगार भगवान शिव की महिमा और उनके प्रति समर्पण का प्रतीक है।

शिवलिंग पूजा विधि ( Shivling Pooja Vidhi)

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शिवलिंग (Shivlinga) की पूजा एक पवित्र और महत्वपूर्ण हिंदू रीति है। इसकी सही विधि इस प्रकार है:

  • सबसे पहले स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
  • शिवलिंग को जल से अच्छी तरह धोएं।
  • शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद और चीनी चढ़ाएं।
  • पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण) से शिवलिंग का अभिषेक करें।
  • आक, धतूरा और बेल पत्र शिवलिंग पर चढ़ाएं।
  • शिव मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का जाप करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
  • शिवलिंग पर चंदन, कुमकुम लगाएं और पुष्प अर्पित करें।
  • शिव आरती करके प्रसाद वितरित करें।

शिवलिंग पूजा सामग्री ( Shivling Pooja Samagri)

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शिवलिंग (Shivlinga) की पूजा करने के लिए पूजन सामग्री की सूची कुछ इस प्रकार है- 

S.NOपूजन सामग्री 
1शिवलिंग
2पंचामृत 
3पांच पवित्र नदियों का जल
4चंदन
5पुष्प (फूल)
6दीपक
7अगरबत्ती
8मिठाइयाँ
9नारियल
10फल
11केसर
12बेल पत्र (बिल्व वृक्ष के पत्ते)
13धूप
14भस्म (पवित्र राख)
15कपूर

Conclusion:- Shivling Puja Vidhi

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शिवलिंग (Shivlinga) पूजा हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पूजा का विधान बताया गया है। खासकर सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल, दूध आदि चढ़ाकर अभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। शिवलिंग की पूजा इत्यादि से संबंधित यह विशेष लेख अगर आपको पसंद आया हो तो हमारे अन्य सभी धार्मिक लेख भी एक बार जरूर पढ़ें और यह लेख अपने मित्रगणों के साथ भी जरूर साझा करें और हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर रोजाना विजिट करें।

FAQ’s:- Shivling Puja Vidhi

Q. शिवलिंग की पूजा के लिए सबसे शुभ दिन कौन सा माना जाता है? 

Ans. सोमवार को शिवलिंग की पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और उनके निमित्त सोमवार का व्रत रखा जाता है।

Q. शिवलिंग की पूजा करते समय किन सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए?

Ans. शिवलिंग की पूजा करते समय कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए जैसे – काले वस्त्र न पहनना, टूटे चावल न चढ़ाना, टूटे बेलपत्र न चढ़ाना, केतकी या नीले-लाल फूल न चढ़ाना, गर्भवती स्त्री द्वारा पूजा न करना आदि।

Q. शिवलिंग की पूजा के लिए कौन सी सामग्री की आवश्यकता होती है? 

Ans. शिवलिंग पूजा के लिए बेलपत्र, दूध, धतूरा, बेर, बेल का फल, फूल, गन्ना, फल, प्रसाद, गंगाजल, शहद, दही, रोली, घी का दीपक, सादा जल, भांग, चन्दन आदि सामग्री की आवश्यकता होती है।

Q. शिवलिंग की पूजा की शुरुआत कैसे करनी चाहिए? 

Ans. शिवलिंग की पूजा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने और साफ कपड़े पहनकर शुरू करनी चाहिए। इसके बाद पूजा की थाल में सारी सामग्री रखकर शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।

Q. शिवलिंग का अभिषेक कैसे करना चाहिए? 

Ans. शिवलिंग का अभिषेक करने के लिए पहले शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं, फिर शहद, दही और गंगाजल चढ़ाएं। इसके बाद सादे जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। ऐसा करने से भोलेनाथ बहुत प्रसन्न होते हैं।

Q. सोमवार को शिवलिंग का अभिषेक कैसे करना चाहिए? 

Ans. सोमवार को सुबह स्नान करके दही, दूध, घी, शहद और गंगाजल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। फिर शिवलिंग पर बेलपत्र, मोली, पान, सुपारी, अक्षत, फल आदि अर्पित करें। इसके बाद घी का दीपक जलाकर आरती करें और मंत्रों का जाप करें।