शिव पूजा में क्या नहीं करना चाहिए? (Shiv Puja Mein kya Nahi karna Chahiye): शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली वस्तुओं के चयन में बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त उनके शिवलिंग पर विभिन्न प्रकार की वस्तुएं अर्पित करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसी भी चीजें हैं जिन्हें शिवलिंग पर कभी नहीं चढ़ाना चाहिए? हां, आपने सही सुना! धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ वस्तुओं को शिवलिंग पर अर्पित करने से न केवल भगवान शिव नाराज हो सकते हैं, बल्कि इससे व्यक्ति को अशुभ फल भी प्राप्त हो सकता है। लेकिन आखिर वो कौन सी 6 चीजें हैं जिन्हें शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए? क्या इनमें से कुछ ऐसी वस्तुएं भी शामिल हैं जिन्हें हम अक्सर भगवान शिव को अर्पित करते हैं? इस लेख में हम विस्तार से चर्चा करेंगे उन 6 प्रमुख वस्तुओं के बारे में जिन्हें शिवलिंग पर चढ़ाने से बचना चाहिए। साथ ही, हम यह भी जानेंगे कि इन वस्तुओं को न चढ़ाने के पीछे क्या कारण और मान्यताएं हैं।
तो चलिए, इस रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी से भरे इस लेख को पढ़ते हैं और समझते हैं कि भगवान शिव की पूजा में किन बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है…
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Table Of Content :-Shiv Puja Me kya Nahi karna Chahiye
शिवलिंग पर क्या ना चढ़ाएं (Shivling Par kya Na Chadhayen)
अगर आप भगवान शिव के भक्त हैं तो आपको इन 6 वस्तुओं के बारे में जरूर पता होना चाहिए जिसे शिवलिंग पर नही चढ़ाया जाता, आइए जानते हैं वो छः वस्तुएं कौन सी हैं।
S.NO | |
1 | तुलसी के पत्ते |
2 | शंख से जलाभिषेक |
3 | नारियल का पानी |
4 | सिंदूर |
5 | टूटे चावल |
6 | काला तिल |
1. तुलसी के पत्ते (Tulsi ke Patte)
शिवलिंग पर तुलसी के पत्ते (Tulsi ke Patte) चढ़ाने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे भगवान शिव की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। भगवान विष्णु, हनुमान, और श्रीकृष्ण के लिए तुलसी के पत्ते अत्यंत प्रिय हैं और इन्हें भोग में शामिल किए बिना अर्पण अधूरा माना जाता है। हालांकि, शिवजी (Lord Shiva) के साथ स्थिति बिल्कुल अलग है। तुलसी का पति, असुर जलंधर, शिवजी के द्वारा मारे गए थे, जिससे तुलसी के पत्तों को शिवलिंग पर चढ़ाना वर्जित है। इस कारण, शिव पूजा में तुलसी के पत्ते का उपयोग करना भगवान शिव की कृपा को भंग कर सकता है। अत: शिव भक्तों को ध्यान रखना चाहिए कि तुलसी के पत्ते शिवलिंग पर न चढ़ाएं और उनकी पूजा विधि में इस बात का खास ध्यान रखें। इस नियम का पालन कर आप भगवान शिव की अनुकंपा प्राप्त कर सकते हैं।
2. शंख से जलाभिषेक (Shankh Se Jalabhishek)
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भगवान शिव (Lord Shiva) के जलाभिषेक में शंख का प्रयोग करना उचित नहीं माना जाता। यह मान्यता है कि भगवान शिव ने शंखचूड़ नामक असुर का संहार किया था, जो एक दानव था और शंख से संबंधित था। इसीलिए, शंख से जल अर्पित करने की परंपरा में विश्वास नहीं किया जाता। ऐसा करने से भगवान शिव की पूजा का संपूर्ण लाभ नहीं मिल पाता। शंख का संबंध नकारात्मक शक्तियों से जुड़ा हुआ माना जाता है, इसलिए इसे जलाभिषेक में शामिल नहीं किया जाता। सही पूजा विधि के अनुसार, अन्य पात्रों का प्रयोग करके ही भगवान शिव को जल अर्पित करना चाहिए, ताकि पूजा का फल संपूर्ण रूप से प्राप्त हो सके।
3. नारियल का पानी (Nariyal Ka Pani)
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भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा में नारियल के पानी (Nariyal Ka Pani) का उपयोग वर्जित है। हालांकि, पूरा नारियल श्रद्धा से शिवलिंग पर चढ़ाया जा सकता है, लेकिन नारियल के पानी को शिवलिंग पर अर्पित करना निषिद्ध है। ऐसा इसलिए है क्योंकि नारियल के पानी को शिवलिंग पर अर्पित करने से पूजा का पूरा लाभ नहीं मिल पाता। इसे पूजा की विधि में शामिल नहीं किया जाता, ताकि पूजा का फल सम्पूर्ण रूप से प्राप्त हो सके। सही तरीके से पूजा करने के लिए नारियल का केवल पका हुआ भाग ही शिवलिंग पर चढ़ाएं और नारियल के पानी को अलग रखें। इस विधि से आप भगवान शिव की पूजा को पूर्णता और आदर के साथ कर सकते हैं।
4. सिंदूर (Sindur)
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भगवान शिव (Lord Shiva) को पूजा के दौरान श्रृंगार की वस्तुएं, विशेषकर सिंदूर और कुमकुम, अर्पित करना अनुचित माना जाता है। जबकि सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए सिंदूर का उपयोग करती हैं, भगवान शिव (Lord Shiva) को उनके संहारक स्वरूप के कारण सिंदूर अर्पित नहीं किया जाता। भगवान शिव को ऐसी वस्तुओं से प्रसन्न नहीं किया जा सकता। इसके विपरीत, मां पार्वती को सिंदूर अर्पित करने की परंपरा है। इस प्रकार, भगवान शिव की पूजा में सिंदूर और अन्य श्रृंगार की चीजों को शामिल नहीं करना चाहिए, ताकि पूजा का सार्थक और सही पालन हो सके।
5. टूटे चावल (Toote Chawal)
भगवान शिव (Lord Shiva) को चावल अत्यंत प्रिय है, लेकिन उनकी पूजा में टूटे हुए चावल का उपयोग वर्जित है। शिवलिंग पर टूटे हुए चावल अर्पित करने से भगवान शिव का आशीर्वाद नहीं मिलता और वे रुष्ट हो सकते हैं। शिव की पूजा में हमेशा पूर्ण और अखंड चावल ही अर्पित करना चाहिए। इससे पूजा का पवित्रता बनी रहती है और भगवान शिव की कृपा सुनिश्चित होती है। सही विधि से पूजा करने के लिए हमेशा ध्यान रखें कि चावल पूर्ण और बिना टूटे हुए हों, ताकि आपकी श्रद्धा और पूजा का आदर बना रहे।
6. काला तिल (Kala Til)
भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा में जल या दूध का अभिषेक करते समय काला तिल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसके पीछे मान्यता है कि काला तिल भगवान विष्णु के मेल से उत्पन्न हुआ था, इसलिए इसे शिवलिंग पर अर्पित करना उचित नहीं माना जाता। इस श्रद्धा का पालन करना आवश्यक है ताकि पूजा की पवित्रता और विधि सही ढंग से बनी रहे। शिवलिंग पर केवल विशेष रूप से समर्पित और उचित वस्तुओं का ही उपयोग करें, जिससे पूजा के फल को पूर्ण रूप से प्राप्त किया जा सके।
शिव पूजा में क्या नहीं करना चाहिए? (Shivling Puja Mein kya Nahi karna Chahiye)
शिव पूजा के दौरान इन 6 बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- शिव पूजा के दिन मांसाहार या शराब का सेवन न करें। पूजा के दिन शाकाहारी भोजन लें और नशा-मुक्त रहें।
- पूजा के दौरान अपशब्द या नकारात्मक विचारों से दूर रहें। मन को शांत और एकाग्र रखें।
- गंदे हाथों या पैरों से शिवलिंग को न छुएं। पूजा से पहले स्नान करके साफ-सुथरे वस्त्र पहनें।
- पूजा के दौरान दूसरों को परेशान न करें। शांति और एकाग्रता बनाए रखें।
- जल्दबाजी में पूजा न करें। हर क्रिया को भक्ति और एकाग्रता के साथ संपन्न करें।
- पूजा के समय घर में या पूजा स्थल पर किसी भी प्रकार का झगड़ा या विवाद नहीं करना चाहिए। यह पूजा के माहौल को बिगाड़ सकता है।
इन नियमों का पालन करके आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी शिव पूजा सही विधि, श्रद्धा और आध्यात्मिक महत्व के साथ संपन्न हो।
Conclusion:-Shiv Puja Me kya Nahi karna Chahiye
आशा करते हैं कि आपको भगवान शिव की पूजा से संबंधित दिए बेहद खास लेख पसंद आया होगा, इस लेख से उत्पन्न कोई भी प्रश्न अगर आपके मन में हो तो कृपया इन प्रश्नों को कमेंट बॉक्स में जरूर लिखिए हम आपके सभी प्रश्नों का हर संभव जवाब देने का प्रयास करेंगे ऐसे ही और भी लेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर रोजाना विजिट करें।
FAQ’s
Q. शिवलिंग पर शंख से जलाभिषेक क्यों नहीं करना चाहिए?
Ans. शंख से जलाभिषेक नहीं करना चाहिए क्योंकि भगवान शिव ने शंखचूड़ नामक असुर का वध किया था, जो शंख से संबंधित था। इसके कारण शंख को पूजा में शामिल नहीं किया जाता।
Q. नारियल के पानी का शिवलिंग पर उपयोग क्यों नहीं किया जाता?
Ans. नारियल के पानी का उपयोग शिवलिंग पर नहीं किया जाता क्योंकि यह पूजा का पूरा लाभ नहीं देता। केवल पूरा नारियल ही शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है।
Q. सिंदूर भगवान शिव को क्यों नहीं चढ़ाना चाहिए?
Ans. सिंदूर भगवान शिव को नहीं चढ़ाना चाहिए क्योंकि यह श्रृंगार की वस्तु है और शिव को संहारक स्वरूप के कारण सिंदूर अर्पित नहीं किया जाता।
Q. शिवलिंग पर टूटे हुए चावल चढ़ाना क्यों वर्जित है?
Ans. शिवलिंग पर टूटे हुए चावल चढ़ाना वर्जित है क्योंकि इससे भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता। पूर्ण और अखंड चावल ही अर्पित किए जाने चाहिए।
Q. काला तिल शिवलिंग पर क्यों नहीं चढ़ाना चाहिए?
Ans. काला तिल शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए क्योंकि यह भगवान विष्णु के मेल से उत्पन्न माना जाता है और इसलिए शिवलिंग पर इसे अर्पित करना उचित नहीं है।
Q. शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले चावल किस प्रकार के होने चाहिए?
Ans. शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले चावल पूर्ण और अखंड होने चाहिए, क्योंकि टूटे हुए चावल से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता।