गलती से भी ना चढ़ाएं इन देवी-देवताओं को तुलसी पत्र

गंगा आरती की अलौकिक छटा

देवदिवाली के दिन बनारस के घाटों पर गंगा आरती देखने का अनुभव अद्वितीय होता है। हजारों दीयों की रोशनी में गंगा किनारे का नजारा स्वर्गिक महसूस होता है।

गंगा आरती की अलौकिक छटा

पूरे गंगा घाट को दीपों से सजाया जाता है। यह दृश्य इतना सुंदर होता है कि मानो सितारे जमीन पर उतर आए हों। इसे देखना एक दिव्य अनुभव है।

दीपों से सजी गंगा नदी

देवदिवाली के मौके पर काशी के प्राचीन मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होती है। विश्वनाथ मंदिर में इस दिन दर्शन का विशेष महत्त्व है।

काशी के प्राचीन मंदिरों में पूजा

देवदिवाली के दिन बनारस में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और संगीत समारोह होते हैं। यह बनारस की समृद्ध संस्कृति को करीब से जानने का सुनहरा अवसर है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम

अस्सी घाट पर हजारों दीयों की सजावट इसे और भी खास बना देती है। यहां की रोशनी में सजी-धजी गंगा नदी की छटा अविस्मरणीय होती है।

अस्सी घाट पर दीयों की अद्भुत सजावट