Sachiya Mata Temple: ओसियां, राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) जिले में स्थित एक प्राचीन नगर, अपने अद्भुत मंदिरों और ऐतिहासिक स्मारकों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इन मंदिरों में सच्चियाय माता (Sachiya Mata) का मंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व के कारण विशेष रूप से उल्लेखनीय है। सच्चियाय माता, जो महिषासुरमर्दिनी देवी का एक रूप हैं, ओसवाल समुदाय की कुलदेवी मानी जाती हैं। उनके प्रति भक्तों की अटूट आस्था और श्रद्धा इस मंदिर को एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बनाती है।
8वीं से 12वीं शताब्दी के मध्य निर्मित यह मंदिर, प्रतिहार वंश के शासनकाल के दौरान भारतीय मंदिर वास्तुकला के विकास की एक झलक प्रस्तुत करता है। मंदिर का भव्य गोपुरम, सुंदर नक्काशीदार स्तंभ और जटिल मूर्तिकला, दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। यहाँ की प्रत्येक कलाकृति में निहित कहानियाँ और संदेश, प्राचीन भारतीय संस्कृति और धार्मिक विश्वासों की समृद्ध परंपरा को दर्शाते हैं।
चाहे आप इतिहास, कला या आध्यात्मिकता में रुचि रखते हों, सच्चियाय माता मंदिर आपको एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगा। आइए, हम इस लेख के माध्यम से इस मंदिर के इतिहास, वास्तुकला और महत्व की खोज करते हैं, और इस अद्भुत स्मारक के रहस्यों को उजागर करते हैं।
सच्चियाय माता मंदिर के बारे में (About Sachiya Mata Temple)
सच्चियाय माता मंदिर का फोन नंबर | 02922 274 260 |
सच्चिया माता मंदिर का पता | रामदेवरा, ओसियां, जोधपुर, राजस्थान, 342303, भारत |
सच्चिया माता मंदिर की फेसबुक प्रोफाइल | https://www.facebook.com/OsiyaMataJi |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 63 किलोमीटर |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 60 किलोमीटर |
बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 58 किलोमीटर |
Google Map | https://maps.app.goo.gl/bneoQgf7by9T6HvK9 |
सच्चिया माता कौन हैं? (Who is Sachiya Mata)
सच्चिया माता ओसियां (Sachiya Mata Temple), राजस्थान (Rajasthan) में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर की मुख्य देवी हैं। वह ओसवाल समुदाय की कुलदेवी के रूप में भी पूजी जाती हैं।
किंवदंती है कि सच्चिया माता (Sachiya Mata) असुर राजा पॉलोमा की बेटी थीं। परोपकारी राजा पॉलोमा ने कई ब्राह्मणों को प्रायोजित करते हुए एक महान साम्राज्य पर शासन किया। एक बार ओसियां शहर में एक राक्षस लोगों में भय पैदा कर रहा था। मंगल नाम के एक ब्राह्मण ने देवी की आराधना की और राक्षस को हराने में उनकी मदद मांगी। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर देवी ने उनकी इच्छा पूरी की और राक्षस का वध कर दिया।
मरने से पहले राक्षस ने निवेदन किया कि एक शहर का नाम उसके नाम पर रखा जाए, और देवी ने यह इच्छा पूरी की। शहर का नाम ओसियां रखा गया, जो राक्षस के नाम से लिया गया है। बाद में, राजा उपेंदेव ने जैन धर्म को स्वीकार किया, और शहर का नाम उपकेशपुर रखा गया। हालांकि, ओसियां नाम आज भी आमतौर पर प्रयोग किया जाता है।
सच्चियाय माता मंदिर का इतिहास (History of Sachiya Mata Temple)
Sachiya Mata Temple: मां सच्चियाय मंदिर (Sachiya Mata Temple), जो राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर जिले के ओसियां क्षेत्र में स्थित है, एक प्रमुख पौराणिक स्थल है। मां सच्चियाय, जो हिंदू देवी दुर्गा के एक रूप हैं, को समर्पित इस मंदिर का निर्माण 8वीं और 12वीं शताब्दी के बीच हुआ।
मां सच्चियाय (Sachiya Mata) की मूर्ति चार हाथों वाली है, जो उनकी शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक है। मां सच्चियाय (Sachiya Mata) की उम्र को 3000 वर्ष से अधिक माना जाता है। यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, जो देवी शक्ति से जुड़े होते हैं।इस मंदिर का निर्माण परामर वंश के शासक उपालदेव ने प्रतिहार कालिन महामारी के दौरान किया। सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) का निर्माण गुजर प्रतिहार शैली में किया गया है।
आज, यह मंदिर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो प्रतिदिन हजारों यात्रियों को आकर्षित करता है। यह मंदिर राजपूत, महेश्वरी, ब्राह्मण, जैन, सोनार, दर्जी, माली, और विष्णोई समुदायों के लिए महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, जो मां सच्चियाय को अपनी कुलदेवी मानते हैं। मंदिर की देखरेख वर्तमान में श्री सच्चियाय माता ट्रस्ट द्वारा की जा रही है, जिसे 1976 में स्व. जुगराज शर्मा द्वारा स्थापित किया गया था। मंदिर में चैत्र और आश्विन मास की नवरात्रि के दौरान एक वार्षिक मेला आयोजित होता है, जिसमें लाखों यात्री आते हैं। ओसियां क्षेत्र अपने जैन मंदिरों के लिए भी प्रसिद्ध है, जिन्हें गुजर प्रतिहार काल में राजा वत्सराज ने निर्मित करवाया था। राजस्थान (Rajasthan) के ओसियां, मां सच्चियाय माता मंदिर एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल है, जो हर साल लाखों यात्रियों को आकर्षित करता है। मंदिर की वास्तुकला, इतिहास, और साम्प्रदायिक सद्भावना के साथ जुड़े होने के कारण यह राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का एक अभिन्न हिस्सा है।
सच्चियाय माता मंदिर की वास्तुकला (Architecture of Sachiya Mata Temple)
सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) ओसियां की वास्तुकला के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
- मंदिर का निर्माण 8वीं से 12वीं शताब्दी के मध्य में हुआ था। यह एक भव्य और विशाल मंदिर है जो पहाड़ी पर स्थित है।
- मंदिर में देवी सच्चियाय माता की प्रतिमा स्वयंभू (प्रकट) हुई मानी जाती है। मूर्ति महिषासुरमर्दिनी के स्वरूप में है और इसकी चार भुजाएं हैं।
- मंदिर परिसर काफी विस्तृत है और इसमें कई उपमंदिर और छतरियां भी शामिल हैं। मंदिर की वास्तुकला नागर शैली में है।
- मंदिर में कई सुंदर और बारीक नक्काशी वाली कलाकृतियां हैं जो उस समय की शिल्प कला का उत्कृष्ट नमूना हैं। ये कलाकृतियां देशी-विदेशी पर्यटकों को काफी आकर्षित करती हैं।
- मंदिर का गर्भगृह विशाल है और इसके स्तंभ बेहद खूबसूरती से नक्काशी किए गए हैं। मंदिर की छत और दीवारें भी कलात्मक नक्काशी से सजी हुई हैं।
- मंदिर का मुख्य द्वार बहुत ऊंचा और चौड़ा है। इसके ऊपर देवी-देवताओं और पौराणिक कथाओं से जुड़ी आकर्षक मूर्तियां उकेरी गई हैं।
इस प्रकार, सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) ओसियां अपनी प्राचीन और कलात्मक वास्तुकला के लिए विश्व विख्यात है। यह मंदिर उस समय की उत्कृष्ट शिल्प कला और वास्तु निर्माण का एक शानदार उदाहरण है।
सच्चियाय माता मंदिर का महत्व (Importance of Sachiya Mata Temple)
सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) ओसियां का महत्व निम्नलिखित बिंदुओं में समझा जा सकता है:
- ऐतिहासिक महत्व: ओसियां को अंकेश्वर, उकेश्वर, नवानेर, मेलपुरा और मुलासर जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है। शहर का समृद्ध इतिहास 8वीं और 9वीं शताब्दी तक का है, जैसा कि इसके मंदिरों से पता चलता है।
- वास्तुकला का अद्भुत नमूना: सच्चियाय माता मंदिर जटिल नक्काशी और मूर्तिकला का एक वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। मंदिर की डिजाइन प्रतिहार शैली को दर्शाती है, जो मध्ययुगीन काल में भारत में प्रचलित थी।
- धार्मिक महत्व: यह मंदिर देवी सच्चियाय माता को समर्पित है, जिन्हें विष्णोई समुदाय की कुलदेवी माना जाता है। देश भर के भक्त देवी का आशीर्वाद पाने के लिए मंदिर आते हैं।
- त्योहार और मेले: मंदिर में हर साल दो मेले लगते हैं, जिनमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। ये मेले मंदिर की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का अभिन्न अंग हैं।
सच्चियाय माता मंदिर कैसे पहुंचे? (How to Reach Sachiya Mata Temple)
सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर जिले में ओसियां कस्बे में स्थित है। मंदिर तक पहुंचने के लिए निम्न विकल्प हैं:
- रेल मार्ग: ओसियां रेलवे स्टेशन सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) से मात्र 1.4 किलोमीटर दूर है। जोधपुर और अन्य प्रमुख शहरों से ओसियां तक नियमित ट्रेनें चलती हैं। रेलवे स्टेशन से मंदिर तक ऑटो-रिक्शा या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- सड़क मार्ग: सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) राष्ट्रीय राजमार्ग 65 पर स्थित है। जोधपुर से ओसियां की दूरी लगभग 64 किलोमीटर है, जिसे बस या टैक्सी द्वारा लगभग 1 घंटे 30 मिनट में तय किया जा सकता है। जयपुर से ओसियां की दूरी लगभग 386 किलोमीटर है।
- वायु मार्ग: जोधपुर हवाई अड्डा सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) से लगभग 64 किलोमीटर दूर है। यात्री देश के प्रमुख शहरों से जोधपुर हवाई अड्डे तक उड़ान भर सकते हैं और फिर सड़क मार्ग से ओसियां पहुंच सकते हैं।
सच्चियाय माता मंदिर में प्रवेश शुल्क (Sachiya Mata Temple Entry Fee)
सच्चियाय माता ओसियां मंदिर (Sachiya Mata Temple) में प्रवेश के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है। यह मंदिर सभी भक्तों के लिए निःशुल्क दर्शन के लिए खुला है। अगर आपका मन हो तो आप मंदिर में दान दे सकते हैं, लेकिन यह बिल्कुल भी अनिवार्य नहीं है।
सच्चियाय माता मंदिर में दर्शन का समय (Darshan Timings in Sachiya Mata Temple)
सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) में सच्चियाय माता (Sachiya Mata) के दर्शन करने के लिए सुबह 6:00 बजे भक्तों के लिए खोल दिया जाता है और दर्शन की यह प्रक्रिया शाम को 7:15 बजे तक चलती है। इस समय सारणी के दौरान भक्तगण सच्चियाय माता जी के दर्शन बिना किसी परेशानी के कर सकते हैं।
सच्चियाय माता मंदिर में आरती का समय (Aarti Timings at Sachiya Mata Temple)
सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) में प्रातः आरती सुबह 8:30 बजे से 9:00 के बीच में होती है इस आरती में हजारों भक्त शामिल होते हैं साथ ही आपको बता दें कि इस मंदिर में संध्या आरती सूर्यास्त के 20 मिनट बाद शुरू होती है।
सच्चियाय माता मंदिर की फोटो (Photo Of Sachiya Mata Temple)
ओसियां के सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) से संबंधित इस विशेष लेख में हम आपसे सच्चियाय माता मंदिर की कुछ प्रमुख तस्वीरें साझा कर रहे हैं, अगर आप चाहे तो इन तस्वीरों को डाउनलोड भी कर सकते हैं |
सच्चियाय माता की फोटो (Photo Of Sachiya Mata)
सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple) की प्रमुख देवी सच्चियाय माता की बेहद सुंदर और मन को मोह लेने वाली तस्वीरें हम आपसे इस लेख के जरिए साझा कर रहे हैं, इन तस्वीरों के माध्यम से आप सच्चियाय माता (Sachiya Mata) के दर्शन भी कर सकते हैं और इन तस्वीरों को अपने सभी प्रिय जनों के साथ साझा भी कर सकते हैं।
विशेष अयोजन (Special Event)
सच्चियाय माता मंदिर एक प्रसिद्ध हिंदू देवी मंदिर है जो राजस्थान के ओसियां में स्थित है। यह मंदिर अपनी सांस्कृतिक विरासत और इतिहास के लिए जाना जाता है। मंदिर में कई महत्वपूर्ण आयोजन होते हैं जैसे कि नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा और आरती। इसके अलावा, मंदिर में विभिन्न त्योहारों और मेलों का भी आयोजन किया जाता है जिनमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।
सच्चियाय माता मंदिर Map Location:
Conclusion:
सच्चियाय माता मंदिर (Sachiya Mata Temple), ओसियां के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का केंद्र है। यह मंदिर न केवल हिंदू धर्म के लिए, बल्कि जैन धर्म के लिए भी महत्वपूर्ण है। हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन यहां दर्शन के लिए आते हैं। अगर आपको हमारा आज का यह विशेष लेख पसंद आया हो तो कृपया हमारे अन्य सभी आर्टिकल्स को भी एक बार जरूर पढ़ें और अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो उसे कॉमेंट बॉक्स में जाकर जरुर पूछे, हम आपके सभी प्रश्नों का जवाब देने का प्रयास करेंगे। ऐसे ही अन्य सभी आर्टिकल्स को भी पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट janbhakti.in पर रोज़ाना विज़िट करें ।
FAQ’s:
Q. सच्चियाय माता मंदिर कहाँ स्थित है?
Ans. सच्चियाय माता मंदिर राजस्थान के जोधपुर जिले के ओसियां नामक कस्बे में स्थित है
Q. सच्चियाय माता की मूर्ति की क्या विशेषताएं हैं?
Ans. सच्चियाय माता मंदिर में महिषासुरमर्दिनी की सुंदर मूर्ति स्थापित है। मूर्ति में देवी को चार भुजाओं के साथ दर्शाया गया है, जिनमें तलवार, ढाल, ध्वज और त्रिशूल धारण किए हुए हैं।
Q. नवरात्रि के दौरान सच्चियाय माता मंदिर में क्या होता है?
Ans. नवरात्रि के दौरान, सच्चियाय माता की मूर्ति को सोने के आभूषणों से सजाया जाता है और भक्तों की बड़ी संख्या उनके दर्शन के लिए मंदिर आती है। प्रतिदिन देवी को अलग-अलग वस्त्र पहनाए जाते हैं और विभिन्न प्रकार की भेंट चढ़ाई जाती है।
Q. सच्चियाय माता मंदिर का वास्तुकला शैली क्या है?
Ans. सच्चियाय माता मंदिर नागर शैली की वास्तुकला में बना है। इसकी वास्तुकला जैन और हिंदू शैलियों का मिश्रण है, जो इस क्षेत्र के समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास को दर्शाती है।
Q. सच्चियाय माता मंदिर का महत्व क्या है?
Ans. सच्चियाय माता मंदिर ओसियां, राजस्थान में एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल है। इसका इतिहास, वास्तुकला और मूर्तिकला इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विभिन्न समुदायों जैसे जैन, हिंदू और राजपूतों के प्रभाव को दर्शाती है।
Q. सच्चियाय माता मंदिर किन-किन समुदायों द्वारा पूजा जाता है?
Ans. सच्चियाय माता मंदिर विभिन्न समुदायों जैसे ओसवाल जैन, कुमाऊँ, राजपूत, परमार, पवार, चारण और परिहार समुदायों द्वारा पूजा जाता है। यह मंदिर सैन (नाई), राजपूत, ब्राह्मण, माहेश्वरी, जैन, जाट, वैष्णव, सोनार, दर्जी, माली, मेघवाल, परमार, कुमावत और पारीक समुदायों के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है।