Shani jayanti ke Upay: शनि जयंती (Shani Jayanti) हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन शनि देव (Lord Shanidev) के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस खास दिन पर शनि देव की विधिवत पूजा करने और उनसे जुड़ी वस्तुओं का दान करने से शनि दोष दूर होते हैं और कुंडली में शनि की अशुभ स्थिति का असर कम हो जाता है। शनि जयंती के दिन न केवल शनि देव की पूजा का विशेष महत्व है, बल्कि इस दिन कुछ खास उपाय करने से जीवन की कई समस्याओं का समाधान भी मिल सकता है। चाहे वह शीघ्र विवाह हो, ग्रह शांति, संतान सुख या फिर पितृ दोष से मुक्ति, शनि जयंती के दिन किए गए उपाय इन सभी समस्याओं को दूर करने में मददगार साबित हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि शनि जयंती के इस पावन अवसर पर आप किन उपायों को अपना कर अपने जीवन की इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि शनि देव को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए और किन चीजों का दान करना शुभ होता है। साथ ही हम आपको शनि जयंती के दिन करने वाले कुछ खास उपायों के बारे में भी बताएंगे जो आपके जीवन में खुशियां ला सकते हैं।
तो पढ़ते रहिए यह लेख अंत तक और जानिए शनि जयंती (Shani Jayanti) के इन खास उपायों के बारे में विस्तार से…!!
शनि जयंती व्रत के उपाय – Table Of Content
शादी के लिए शनि जयंती व्रत के उपाय (Shani Jayanti ke Upay For Marriage)
शादी में आने वाली दिक्कतों या समस्याओं को दूर करने के लिए शनि जयंती के दिन निम्न दो उपाय किए जा सकते हैं:
- हनुमान जी की पूजा करें: शनि जयंती (Shani Jayanti) के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा करने से शादी में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। मंगल ग्रह से जुड़ी समस्याओं जैसे मांगलिक दोष को दूर करने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा और हनुमान चालीसा (Hanuman chalisa) का पाठ करना लाभदायक होता है। हनुमान जी को सिंदूर, चोला और प्रसाद चढ़ाएं। शनि जयंती के दिन 11 या 21 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से शादी की राह में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं।
- शनि देव की पूजा और दान करें: शनि जयंती (Shani Jayanti) के दिन शनि देव की प्रतिमा या शनि यंत्र की स्थापना कर पूजा करनी चाहिए। शनि देव (Lord Shanidev) को तेल, काला तिल, लोहा, काले कपड़े आदि का दान करना शुभ माना जाता है। शनि देव (Lord Shanidev) को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन उपवास रखना, तेल का दान करना, गरीबों को भोजन कराना, काले तिल का दान करना आदि उपाय किए जा सकते हैं। शनि देव को प्रसन्न करने से शादी में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
नौकरी के लिए शनि जयंती व्रत के उपाय (Shani jayanti ke Upay for job)
शनि जयंती (Shani Jayanti) के दिन नौकरी प्राप्त करने की राह में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन शनि मंदिर जाकर शनि देव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए और उनके सामने तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। साथ ही, शनि देव (Lord Shanidev) के बीज मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नम:” का जाप करना भी लाभकारी होता है। इसके अलावा, शनिवार के दिन शक्कर की रोटी बनाकर गाय को खिलाने से भी कार्य में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। घर के मंदिर में शनियंत्र की स्थापना और नियमित पूजा करने से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं और करियर में तरक्की मिलती है। इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से नौकरी पाने में आ रही परेशानियां दूर हो सकती हैं।
Also Read: शनिवार को करेंगे यह उपाय तो आप भी बन जाएंगे करोड़पति
घर शांति के लिए शनि जयंती व्रत के उपाय (Shani Jayanti ke Upay For Peace)
शनि जयंती (Shani Jayanti) के दिन घर में शांति और समृद्धि लाने के लिए निम्न तीन उपाय किए जा सकते हैं:-
1- सरसों के तेल का दीपक जलाएं:
- शनि जयंती (Shani Jayanti) के एक दिन पहले एक कटोरी में सरसों के तेल में कुछ काले तिल डालकर उस कटोरी को शमी के पेड़ के पास रख दें. अब इस दीया को शनि जयंती के दिन श्रद्धापूर्वक जलाएं, यह उपाय करने से कुंडली में मौजूद शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है. इसके अलावा अगर घर में वास्तु दोष उत्पन्न हो गया है तो ये उपाय बहुत काम का हो सकता है।
2- काले वस्त्र और तिल का दान करें:
- जिन जातकों की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव है, उन्हें शनि जयंती के दिन शनि से संबंधित चीजें जैसे काले वस्त्र, काला तिल इत्यादि का दान करना चाहिए. इससे शनि ग्रह के दुष्प्रभाव को काम किया जा सकता है।
3- कौए को रोटी खिलाएं:
- शनि जयंती के दिन जो भी व्यक्ति कौवे को रोटी खिलाता है, तो भगवान शनिदेव उससे प्रसन्न होकर उसे शुभ आशीर्वाद प्रदान करते हैं. कौवे को शनि देव का वाहन माना गया है, इसलिए शनि जयंती के दिन कौवे को भोजन कराने से शनिदेव की विशेष कृपा हमेशा बनी रहती है।
इन उपायों को करने से घर में पहले से मौजूद अशांति और परेशानियां दूर हो सकती हैं. साथ ही कुंडली में शनि दोष का प्रभाव भी कम होता है और शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।
संतान सुख के लिए शनि जयंती व्रत के उपाय (Shani Jayanti Ke Upay For Pregnancy)
ब्रह्म मुहूर्त में जल्दी उठकर स्नान करने के बाद शनिदेव (Lord Shanidev) की पूजा करें। शनि मंदिर जाकर तिल के तेल और तिल से शनि मूर्ति का अभिषेक करें। शनि दोष होने पर पीपल के वृक्ष को जल अर्पित करें और शनि चालीसा (Shani Chalisa) पढ़ने के बाद शनि मंत्र का जाप करें। शनि जयंती के दिन काले कुत्तों को तिल के तेल से बनी या उस पर तिल का तेल डालकर रोटी खिलाएं। कौवों को भी भोजन कराना शुभ माना जाता है। हनुमान जी को कपूर का दीपक और सिंदूर अर्पित करें। हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। जरूरतमंदों को काला तिल, कपड़े, दाल, जूते-चप्पल और काले कंबल दान करें। काले वस्त्र पहनकर व्रत रखें और शनि पूजा करें।
Also Read: शनि जयंती व्रत पूजा विधि
पितृ को खुश करने के लिए शनि जयंती व्रत के उपाय (Vat Savitri ke Upay For Pitra)
शनि जयंती (Shani Jayanti) के दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। सबसे पहले, सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और काले या नीले रंग के वस्त्र धारण करें। फिर शनिदेव की पूजा करें और उन्हें काले तिल, सरसों का तेल और अन्य पूजा सामग्री अर्पित करें। शनि चालीसा का पाठ करना भी लाभदायक माना जाता है। इसके अलावा, गरीबों को भोजन, वस्त्र या धन दान करना शनि जयंती पर विशेष पुण्य प्रदान करता है। काले तिल, लोहे की वस्तुएं या काले रंग की चीजें दान करना भी शुभ फल देता है। इन उपायों के साथ-साथ, जीवन भर सकारात्मक रवैया और अच्छा आचरण बनाए रखना महत्वपूर्ण है, क्योंकि शनिदेव अच्छे कर्मों को पुरस्कृत और बुरे कर्मों को दंडित करते हैं।
Conclusion:
शनि जयंती हमें अपने कर्मों के प्रति सचेत रहने और सदैव सत्य और न्याय का मार्ग अपनाने की प्रेरणा देती है। भगवान शनि की पूजा-अर्चना करके हम उनसे जीवन में सुख-समृद्धि और शांति की प्राप्ति कर सकते हैं। शनि जयंती से संबंधित हमारा यह विशेष लेख अगर आपको पसंद आया हो तो कृपया ऐसे ही और भी शानदार लेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट https://janbhakti.in पर रोजाना विजिट करें।
FAQ’s:
Q. शनि जयंती कब मनाई जाती है?
Ans. शनि जयंती (Shani Jayanti) हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन शनि देव का जन्म हुआ था। इस वर्ष 2024 में शनि जयंती 6 जून को पड़ रही है।
Q. शनि जयंती के दिन क्या करना चाहिए?
Ans. शनि जयंती (Shani Jayanti) के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद शनिदेव के मंदिर जाकर उन्हें तेल, पुष्प अर्पित करना चाहिए। शनि चालीसा का पाठ करें। यदि संभव हो तो व्रत भी रखें। इस दिन शनि से संबंधित वस्तुएं जैसे काला कपड़ा, दाल, लोहे की वस्तु आदि का दान करना शुभ माना जाता है।
Q. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए?
Ans. शनि देव (Lord Shanidev) को प्रसन्न करने के लिए “ॐ शं शनैश्चराय नमः”, “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”, “ॐ शं अभयहस्ताय नमः” और “ॐ नीलजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजं छायामार्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम” जैसे मंत्रों का जाप करना चाहिए। इन मंत्रों के नियमित जाप से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
Q. शनि जयंती का क्या महत्व है?
Ans. शनि जयंती (Shani Jayanti) के दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और जीवन की परेशानियों व कष्टों से मुक्ति मिलती है। शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है और उनकी नाराजगी से सभी डरते हैं। अतः इस दिन उन्हें प्रसन्न करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
Q. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का क्या प्रभाव पड़ता है?
Ans. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव व्यक्ति की कुंडली के अनुसार पड़ता है। इस समय मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है जो सबसे कष्टकारी माना जाता है। वहीं वृश्चिक और कर्क राशि पर शनि की ढैय्या का प्रभाव है जिससे इन राशियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में शनि जयंती पर विशेष पूजा-अर्चना करना लाभदायक होता है।