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Lal Kitab Ke Upay: लाल किताब के इन उपायों से आपके बच्चों को मिलेगी जीवन में सफलता, जानिए इन अचूक उपाय के बारे में 

Lal Kitab Ke Upay
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Lal Kitab Ke Upay: लाल किताब (Lal Kitab)- ज्योतिष की वह अनोखी पुस्तक जो प्रत्येक समस्या का समाधान अपने पन्नों में समेटे हुए है। यह ग्रंथ मानव जीवन से जुड़ी छोटी-बड़ी हर परेशानी का हल सरल उपायों के माध्यम से प्रस्तुत करता है। विशेषकर बच्चों की पढ़ाई और शिक्षा के क्षेत्र में अक्सर अभिभावक चिंतित रहते हैं। कभी बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता, तो कभी परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाता है। ऐसे में लाल किताब के ज्योतिषीय सूत्र मार्गदर्शक बनकर सामने आते हैं।

इस लेख में हम आपको लाल किताब (Lal Kitab) के उन चमत्कारी उपायों के बारे में बताएंगे जो आपके बच्चों की पढ़ाई में आ रही बाधाओं को दूर कर उन्हें सफलता के शिखर तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होंगे। ये उपाय न केवल सरल हैं, बल्कि इनका प्रभाव भी दीर्घकालिक होता है। साथ ही, इन्हें करने से बच्चों के मानसिक और बौद्धिक विकास में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलता है।

तो आइए जानते हैं, लाल किताब के उन अचूक उपायों के बारे में जो आपके बच्चों को पढ़ाई में तेजस्वी बनाएंगे और उनके भविष्य को उज्ज्वल करेंगे। इन प्रभावशाली सुझावों को अपनाकर आप अपने लाडलों को सफलता की नई ऊंचाइयों पर पहुंचा सकते हैं। यकीन मानिए, लाल किताब (Lal Kitab) का यह चमत्कारी ज्ञान आपके जीवन में खुशियों की नई किरण बनकर आएगा।

Table Of Content – Lal Kitab Ke Upay

SN.Oप्रश्न 
1पढ़ाई में मन लगाने के टोटके
2पढ़ाई में एकाग्रता के लिए लाल किताब के उपचार
3पढ़ाई में मन लगाने के टोटके
4बच्चे का पढ़ाई में मन कैसे लगाएं
5पढ़ाई में मन लगाने के टोटके
6पढ़ाई में मन कैसे लगाएं टोटका
7बच्चों का पढ़ाई में मन लगाने के अचुक टोटके

पढ़ाई में मन लगाने के टोटके

लाल किताब (Lal Kitab) में पढ़ाई में मन लगाने के लिए कई टोटके बताए गए हैं जो छात्रों के लिए बहुत लाभकारी हो सकते हैं। मान्यता है कि इन उपायों को करने से बच्चे एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई कर पाते हैं और उन्हें पढ़ा हुआ जल्दी याद भी होता है।

सबसे पहले, पढ़ने के लिए खुद को तैयार रखना और स्टडी रूम को संयोजित रखना बहुत जरूरी है। थोड़े-थोड़े अंतराल में पढ़ने से ध्यान भटकता नहीं है। इसके अलावा, लाल किताब के अनुसार सुबह भगवान की पूजा करते समय घी का दीपक जलाना और उसमें दो लौंग डालना चाहिए। इससे पढ़ाई की सभी बाधाएं दूर होती हैं। एक अन्य उपाय के तहत, जिस बच्चे की कुंडली में शनि 7वें और चंद्र व मंगल 5वें भाव में हों, उन्हें 43 दिनों तक हलवे में दूध मिलाकर हनुमान मंदिर (Hanuman Temple) में बांटना चाहिए। यह प्रक्रिया 3 साल तक करने से पढ़ाई में आने वाली रुकावटें दूर होती हैं। इसके साथ ही, नियमित रूप से हनुमान मंदिर जाना और हनुमान चालीसा का पाठ करना भी बहुत फायदेमंद माना गया है। माथे पर चंदन या केसर का तिलक लगाना भी पढ़ाई में मन लगाने में मदद करता है।

इन उपायों के अलावा, गलत आदतों जैसे शराब का सेवन या घर में कलह आदि से भी बचना चाहिए। 43 दिनों तक गुड़ और गेहूं का दान करने से भी पढ़ाई में मन लगता है। यह दान किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को करना विशेष लाभकारी होता है।

पढ़ाई में एकाग्रता के लिए लाल किताब के उपचार

पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाने के लिए लाल किताब (Lal Kitab) के 8 प्रभावी उपाय इस प्रकार हैं:

  • अध्ययन के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाएं: एक शांत, अच्छी तरह से प्रकाशित और आरामदायक अध्ययन स्थान विकर्षण को कम करने और ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकता है।
  • शुरू करने से पहले सभी आवश्यक संसाधन इकट्ठा करें: पाठ्यपुस्तकों, नोट्स और स्टेशनरी जैसी सभी आवश्यक सामग्री का होना अध्ययन सत्र के दौरान व्यवधान को रोक सकता है।
  • अपने अध्ययन कार्यक्रम की योजना बनाएं: अध्ययन सत्रों को छोटे, प्रबंधनीय कार्यों में तोड़ना ध्यान केंद्रित करने और प्रेरणा बनाए रखने में मदद कर सकता है।
  • माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना और आराधना करें: बच्चों को नियमित रूप से माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना और आराधना करने के लिए प्रोत्साहित करें। ऐसा करने से अध्ययन के दौरान एकाग्रता में सुधार हो सकता है।
  • पीपल के पेड़ की पूजा करें: एकाग्रता बढ़ाने का एक और प्रभावी उपाय पीपल के पेड़ की पूजा करना है। हर मंगलवार को पीपल के पेड़ की पूजा करने की सलाह दी जाती है।
  • गायत्री मंत्र का जाप करें: हर सुबह गायत्री मंत्र का 21 बार जाप करने से बच्चे की एकाग्रता में काफी सुधार हो सकता है। इस मंत्र का बच्चे के मन पर गहरा प्रभाव पड़ता है।
  • योग और प्राणायाम का अभ्यास करें: योग, आसन और प्राणायाम के माध्यम से, शारीरिक और मानसिक कल्याण में सुधार होता है। योग का अभ्यास आपको पढ़ाई में अपनी एकाग्रता बढ़ाने में मदद कर सकता है।
  • ध्यान का अभ्यास करें: ध्यान के द्वारा पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ सकती है। नियमित ध्यान से 2.5 मिनट का प्राणायाम 3 घंटो के लिए एकाग्रता को बनाए रखता है और उसमे वृद्धि करता है।

इन उपायों का पालन करके और लगातार प्रयास करके, विद्यार्थी अपनी एकाग्रता में सुधार कर सकते हैं और बेहतर शैक्षणिक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। एकाग्रता जीवन में आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है। इतिहास गवाह है कि जिन लोगों ने जीवन में सफलता प्राप्त की है, उन्होंने एकाग्र होकर अपना काम किया है।

पढ़ाई में मन लगाने के टोटके

पढ़ाई में मन लगाने के लिए लाल किताब के अनुसार कुछ प्रभावी टोटके इस प्रकार हैं: 

सबसे पहले, एक शांत और साफ-सुथरे वातावरण में पढ़ाई करें। अपने स्टडी टेबल पर एक लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर पढ़ाई का सामान व्यवस्थित करें। पढ़ाई शुरू करने से पहले, लाल रंग का एक धागा अपने दाहिने हाथ की कलाई पर बांधें। फिर, एक लाल पेन से पढ़ाई के महत्वपूर्ण पॉइंट्स को नोट करते जाएं। इससे आपका ध्यान केंद्रित रहेगा और महत्वपूर्ण बातें याद रहेंगी। पढ़ाई के बीच में थोड़ा ब्रेक लें और लाल रंग का पानी पीएं। इससे आपका मन तरोताजा होगा। 

रोज सुबह पढ़ाई शुरू करने से पहले लाल गुलाब के फूल माता सरस्वती को अर्पित करें और उनसे आशीर्वाद लें। इससे आपको पढ़ाई में सफलता मिलेगी।

Padhai Me Man kaise Lagaye Mantra

लाल किताब के अनुसार पढ़ाई में मन लगाने के कुछ प्रभावी मंत्र और उपाय इस प्रकार हैं:

  • “ॐ शारदायै नमस्तुभ्यं, मम ह्रदये प्रवेशिनी” – यह शारदा देवी का मंत्र है जो विद्या की देवी हैं। इस मंत्र का नियमित जाप करने से पढ़ाई में मन लगता है और एकाग्रता बढ़ती है।
  • पढ़ाई करते समय अपने पास एक छोटा सा चांदी का टुकड़ा रखें। इससे मन को एकाग्र करने में मदद मिलती है।
  • हर रोज सुबह उठकर सबसे पहले पीपल, बरगद या नीम के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाएं। ऐसा करने से मन शांत रहता है और पढ़ाई अच्छी होती है।
  • अपने पढ़ने की जगह पर रोज सुबह-शाम कपूर जलाएं। इससे वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मकता दूर होती है जिससे पढ़ाई में अच्छा ध्यान लगता है।
  • पढ़ाई शुरू करने से पहले अपने मन में यह सोचें कि आप क्यों पढ़ रहे हैं और इससे आपको क्या हासिल होगा। अपने लक्ष्य को स्पष्ट करके पढ़ने बैठें, ऐसा करने से आप ज्यादा गंभीरता से पढ़ पाएंगे।
  • पढ़ाई के बीच में थकान महसूस होने पर 10-15 मिनट का ब्रेक लें। इस दौरान कुछ हल्का संगीत सुनें, ध्यान लगाएं या कुछ स्वस्थ नाश्ता करें। फिर तरोताजा होकर एकाग्रता के साथ पढ़ाई में लग जाएं।

इन आसान उपायों और मंत्रों को अपनाकर आप अपनी पढ़ाई में बेहतर ध्यान लगा पाएंगे और अच्छे परिणाम पा सकेंगे। पढ़ाई में सफलता के लिए नियमित मेहनत और लगन के साथ इन उपायों को जरूर आजमाएं।

बच्चे का पढ़ाई में मन कैसे लगाएं

लाल किताब के अनुसार बच्चों की पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाने के लिए कुछ सरल उपाय इस प्रकार हैं:

  • बच्चे को हमेशा पूर्व दिशा की ओर मुंह करके पढ़ाएं। ऐसा करने से उनके अंकों में वृद्धि होती है और मन पढ़ाई में लगता है।
  • बच्चों के अध्ययन कक्ष की उत्तर-पूर्व दिशा में चीनी बच्चों की युगल तस्वीरें लगाएं। इससे घर में खुशियां आती हैं और बच्चे को करियर में सफलता मिलती है।
  • पढ़ाई शुरू करने से पहले बच्चों से गायत्री मंत्र या गुरु मंत्र का जाप कराएं। इससे उनकी एकाग्रता में वृद्धि होती है।
  • बसंत पंचमी के दिन बच्चों के साथ सरस्वती पूजा करें। पूजा के बाद पीले फूल, माला और केसर अर्पित करें तथा पीले भोजन या मिठाई का प्रसाद ग्रहण करें।
  • बसंत पंचमी पर बच्चों को शिक्षा से संबंधित वस्तुएं जैसे पेन, किताबें आदि दान करें। इससे मां सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है और एकाग्रता बढ़ती है।
  • लाल किताब के अनुसार इन उपायों को करने से बच्चे एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई करते हैं और उन्हें जल्दी याद भी होता है।

इन सरल उपायों को अपनाकर माता-पिता अपने बच्चों की एकाग्रता को बढ़ा सकते हैं और उन्हें मां सरस्वती का आशीर्वाद दिला सकते हैं। नियमित रूप से इन टोटकों को करने से निश्चित ही सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।

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पढ़ाई में मन लगाने के टोटके

लाल किताब के अनुसार, पढ़ाई में मन लगाने के लिए कुछ प्रभावी टोटके इस प्रकार हैं: 

  • नियमित रूप से पीपल के पेड़ की पूजा करें। यह विद्या में सफलता प्राप्त करने में मददगार हो सकता है।
  • बुधवार के दिन बाजार से चना और लहसुन खरीदकर दो बर्तनों में बाँधकर घर के मुख्य द्वार पर लटकाएं। इससे पढ़ाई और व्यापार दोनों में सफलता मिल सकती है।
  • माथे पर चंदन या केसर का तिलक लगाएं। यह एकाग्रता बढ़ाने और नकारात्मकता दूर करने में सहायक हो सकता है।
  • पानी पीने के लिए चांदी या तांबे के गिलास का इस्तेमाल करें। यह दिमाग को तेज करने में मदद कर सकता है।
  • नियमित रूप से हनुमान मंदिर जाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। यह मानसिक शक्ति और एकाग्रता में वृद्धि करता है।

हालांकि ये टोटके लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, लेकिन पढ़ाई में सफलता के लिए मेहनत, लगन और समर्पण की भी आवश्यकता होती है। किसी भी टोटके को अपनाने से पहले एक विशेषज्ञ की सलाह लेना उचित होगा।

पढ़ाई में मन कैसे लगाएं टोटका

जीवन में सफलता के लिए मन को एकाग्रता से काम करने की आवश्यकता होती है, खासकर यदि बात पढ़ाई की हो। लाल किताब, एक ज्योतिषीय ग्रंथ, कुछ ऐसे उपाय प्रस्तुत करता है जो विद्यार्थियों की सहायता कर सकते हैं। 

एक उपाय के अनुसार, विद्यार्थी रोजाना “ओम” या “गायत्री मंत्र” का जाप कर सकते हैं। इससे उनकी मन की एकाग्रता बढ़ती है और वे अध्ययन में अधिक संकल्पित होते हैं। दूसरा उपाय स्पष्ट क्वार्ट्ज या ऐमेथिस्ट जैसे क्रिस्टल का उपयोग करना है। इन्हें उनकी अध्ययन टेबल पर रखने से मान्यता है कि ये शांति और एकाग्रता लाते हैं। तीसरा उपाय, अध्ययन के समय धूप या अगरबत्ती जलाना है, जो एक शांत और सुखद वातावरण पैदा करती है।

अंत में, विद्यार्थियों को सूरजमुखी या कद्दू के बीज जैसे सफेद और काले बीज खाने की सलाह दी जाती है, जिससे उनकी स्मृति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में सुधार होता है। इन उपायों को अपनाने के साथ-साथ, एक अनुकूल अध्ययन वातावरण बनाना, बच्चों को छोटे ब्रेक लेने की प्रोत्साहना देना और उन्हें स्वस्थ नाश्ता प्रदान करना भी महत्वपूर्ण हो सकता है।

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बच्चों का पढ़ाई में मन लगाने के अचुक टोटके

बच्चों का पढ़ाई में मन लगाने के लिए अनेक तरीके हैं, जिनमें से कुछ लाल किताब के टोटके भी शामिल हैं। यह समझना महत्वपूर्ण है कि बच्चों का मन पढ़ाई में क्यों नहीं लगता है। विभिन्न कारण हो सकते हैं, जैसे कि स्वास्थ्य समस्याएं, धीमी शिक्षा की गति, भावनात्मक समस्याएं, अनुपयुक्त वातावरण, अधिक सक्रियता विकार, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, नींद की कमी, और पर्यावरणीय कारक।

लाल किताब के अनुसार, एक तकनीक यह है कि बच्चों को लाल किताब से पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, क्योंकि इसका सकारात्मक प्रभाव उनकी स्मृति और एकाग्रता पर माना जाता है। इसके अलावा, बच्चों को शांत और शोर-रहित वातावरण में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, जिससे वे अध्ययन पर बेहतर ध्यान केंद्रित कर सकें। बच्चों के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम का महत्व भी है, जो उनकी स्मृति और एकाग्रता में सुधार कर सकते हैं। बच्चों की पढ़ाई में मन लगाने के लिए उन्हें उनकी पसंदीदा स्टेशनरी उपलब्ध कराना भी एक महत्वपूर्ण उपाय हो सकता है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि बच्चों का मन बहुत संवेदनशील होता है और उन्हें सही तरीके से समझा और सम्मानित किया जाना चाहिए।

Conclusion:

लाल किताब और बच्चों की पढ़ाई से संबंधित यह विशेष लेख अगर आपको पसंद आया हो तो कृपया हमारे इस लेखक को अपने परिवारजनों एवं मित्रगणों के साथ अवश्य साझा करें, साथ ही हमारे अन्य सभी आर्टिकल्स को भी एक बार जरूर पढ़ें। इस लेख से उत्पन्न अगर आपके मन में कोई प्रश्न हो तो अपने प्रश्नों को कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें हम आपके सभी प्रश्नों के उत्तर देने का हर संभव प्रयास करेंगे। ऐसे ही और भी विशेष आर्टिकल्स को पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट (https://janbhakti.in) पर रोजाना विजिट करें।

FAQ’s:

Q. लाल किताब का निर्माण कब और किसने किया?

Ans. लाल किताब का निर्माण 20वीं शताब्दी में हुआ, जिसके लिखारी का नाम अज्ञात है। हालांकि, इसका वर्तमान संस्करण पंडित आर.सी. चंद जोशी ने 1939 से 1952 के बीच लिखा।

Q. लाल किताब में कौन से उपाय दिए गए हैं?

Ans. लाल किताब विभिन्न समस्याओं और पीड़ा के लिए व्यावहारिक उपाय प्रदान करती है। उदाहरण के लिए, नदी में सिक्का फेंकना, गायों को खिलाना, आवारा कुत्तों को भोजन देना, या विशेष मंत्रों का उच्चारण करना सभी अच्छी किस्मत और समृद्धि लाने के लिए कहा जाता है।

Q. लाल किताब का मूल नाम और उसके भाग क्या हैं?

Ans. लाल किताब पांच भागों में विभाजित है: लाल किताब के फ़रमान, लाल किताब के अरमान, गुटका, लाल किताब के फ़रमान (तरामिन शुदा), और इल्म-ए-सामुद्रिक की लाल किताब।

Q. लाल किताब की मूल भाषा क्या है?

Ans. लाल किताब की मूल भाषा उर्दू है, और इसे 20वीं शताब्दी में लिखा गया था।

Q. लाल किताब के प्रमुख अनुयायी कौन हैं?

Ans. लाल किताब के प्रमुख अनुयायी भारत और पाकिस्तान में पाए जाते हैं, जहाँ इसे व्यापक रूप से पढ़ा और समझा जाता है।

Q. लाल किताब का मुख्य विषय क्या है?

Ans. लाल किताब हिंदी ज्योतिष में नौ ग्रहों, या नवग्रहों, की चर्चा करती है, जो हिंदी ज्योतिष की एक मूल अवधारणा है।