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Lal Kitab Ke Upay: अगर कुंडली में खराब है बृहस्पति तो क्या करें? जानिए ठीक करने के सरल उपाय

Lal Kitab Ke Upay
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Lal Kitab Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में बृहस्पति ग्रह को गुरु का दर्जा दिया गया है। यह ग्रह हमारे जीवन में ज्ञान, धर्म, संतान और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। परंतु क्या आप जानते हैं कि यही बृहस्पति ग्रह जब खराब होता है तो व्यक्ति के जीवन में कैसी-कैसी समस्याएं पैदा कर सकता है?

एक कमजोर या दूषित बृहस्पति न सिर्फ हमारी शिक्षा और करियर में बाधाएं डालता है, बल्कि पारिवारिक संबंधों में भी दरार पैदा करता है। इससे व्यक्ति का आचरण बिगड़ने लगता है और वह गलत संगत में पड़ जाता है। स्वास्थ्य के मोर्चे पर भी एक अशुभ बृहस्पति कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है जैसे लीवर खराबी, श्वास रोग और यहां तक कि कैंसर। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं। प्राचीन ज्योतिष ग्रंथों और आधुनिक विशेषज्ञों द्वारा बताए गए कुछ सरल उपायों से आप अपने बृहस्पति ग्रह को मजबूत बना सकते हैं। इनमें नियमित रूप से पीपल वृक्ष की पूजा करना, पीले रंग के वस्त्र धारण करना और गरीब ब्राह्मणों को दान देना शामिल हैं।

तो आइए जानते हैं कि आखिर कैसे पहचानें कि आपका बृहस्पति ग्रह कमजोर या खराब है? साथ ही हम चर्चा करेंगे उन असरदार उपायों की जिनसे आप इस शक्तिशाली ग्रह को प्रसन्न कर अपने जीवन में खुशहाली ला सकते हैं। पढ़िए यह रोचक और जानकारीपूर्ण लेख अंत तक…

Table Of Content 

S.NOप्रश्न 
1गुरु खराब होने के लक्षण
2कमजोर गुरु के उपाय क्या हैं?
3बृहस्पति कमजोर होने के लक्षण
4गुरु ग्रह कमजोर होने के लक्षण
5गुरु दोष के लक्षण 
6बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के उपाय

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गुरु खराब होने के लक्षण (Symptoms of Bad Guru)

गुरु ग्रह (Jupiter) की कमजोर अवस्था को ज्योतिष में विशेष महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह व्यक्ति की जीवन की विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव डालता है। यदि गुरु ग्रह खराब होता है, तो इसके निम्नलिखित तेरह लक्षण हो सकते हैं:

  • आर्थिक नुकसान: गुरु ग्रह (Jupiter) की कमजोर स्थिति व्यक्ति की वित्तीय स्थिति पर नकरात्मक प्रभाव डाल सकती है।
  • न्यायिक मुद्दे: यदि गुरु ग्रह (Jupiter) कुंडली के छठे घर में है, तो यह कानूनी समस्याओं का कारण बन सकता है।
  • स्वास्थ्य समस्याएं: गुरु (Jupiter) ग्रह की कमजोर स्थिति व्यक्ति के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
  • शादी में देरी: गुरु (Jupiter) की अशुभ स्थिति शादी में विलंब का कारण बन सकती है।
  • सफलता और समृद्धि में कमी: गुरु  (Jupiter)ग्रह की कमजोर स्थिति सफलता और समृद्धि में बाधा डाल सकती है।
  • मानसिक तनाव: गुरु  (Jupiter) की अनुकूल न होने पर मानसिक तनाव हो सकता है।
  • शिक्षा में बाधाएं: गुरु ग्रह (Jupiter) की कमजोर स्थिति शिक्षा में बाधाएं पैदा कर सकती है।
  • बालों का झड़ना: गुरु  (Jupiter) ग्रह की कमजोर स्थिति बालों के झड़ने का कारण बन सकती है।
  • गले की समस्याएं: गुरु (Jupiter) ग्रह की कमजोर स्थिति गले संबंधी समस्याओं का कारण बन सकती है।
  • माला या हार पहनने की प्रवृत्ति: गुरु ग्रह की कमजोर स्थिति व्यक्ति को माला या हार पहनने की प्रवृत्ति दे सकती है।
  • गपशप की अत्यधिक प्रवृत्ति: गुरु ग्रह की कमजोर स्थिति व्यक्ति में गपशप करने की प्रवृत्ति बढ़ा सकती है।
  • अनावश्यक शत्रुता: गुरु ग्रह की कमजोर स्थिति व्यक्ति को अनावश्यक शत्रुता उत्पन्न कर सकती है।
  • सपने में सांप देखना: यदि व्यक्ति सपने में सांप देखता है, तो यह गुरु ग्रह की कमजोर स्थिति का संकेत हो सकता है।

कमजोर गुरु के उपाय क्या हैं? (What are the Remedies for a Weak Guru)

गुरु ग्रह का कमजोर होना कुंडली में एक गंभीर दोष माना जाता है जो व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियां ला सकता है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु को बुद्धि, ज्ञान, सफलता और समृद्धि का कारक ग्रह माना गया है। कमजोर गुरु के लक्षणों में आत्मविश्वास की कमी, फैसले लेने में हिचकिचाहट, पैतृक संपत्ति का विवाद, धन हानि, संतान कष्ट आदि शामिल हैं।

गुरु को मजबूत करने के कुछ प्रभावशाली उपाय हैं। हर गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करना, पीले रंग के वस्त्र पहनना, पीले रंग की चीजें खाना और पीले रंग की वस्तुओं का दान करना लाभकारी होता है। गुरु मंत्र “ॐ बृं बृहस्पते नम:” का नियमित जाप करने से भी गुरु मजबूत होता है। इसके अलावा, गुरु को प्रसन्न करने के लिए अपने गुरु, माता-पिता और बुजुर्गों के पैर छूना, केले के पेड़ की पूजा करना, और गुरुवार के दिन हल्दी मिश्रित पानी से स्नान करके माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करनाभी शुभ फल देता है। गुरु के अनुकूल रत्न पुखराज या उसके विकल्प फीरोजा, सुनेला या सोनल धारण करना भी गुरु दोष को दूर करने में मददगार होता है।

बृहस्पति कमजोर होने के लक्षण (Symptoms of Weak Jupiter)

ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में बृहस्पति ग्रह का विशेष महत्व होता है। यह ज्ञान, धर्म, वृद्धि, और विकास का प्रतीक माना जाता है। फिर भी, जब यह ग्रह खराब होता है या जन्म कुंडली में अशुभ स्थिति में होता है, तो यह व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएं पैदा कर सकता है। निम्नलिखित हैं बृहस्पति (Jupiter)  ग्रह के खराब होने के पांच प्रमुख लक्षण:

  • अध्ययन में कठिनाई और स्मृति समस्याएं: बृहस्पति (Jupiter) ग्रह के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता और स्मृति में कमी आ सकती है।
  • वित्तीय हानियाँ और दिवालियापन: बृहस्पति (Jupiter) के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को आर्थिक समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं, जैसे की वित्तीय हानियाँ या दिवालियापन।
  • स्वास्थ्य समस्याएं: बृहस्पति (Jupiter)  के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि कैंसर, लिवर समस्याएं, और प्रजनन संबंधी समस्याएं।

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गुरु ग्रह कमजोर होने के लक्षण (Symptoms of Jupiter being weak)

ज्योतिष (Astrology)  शास्त्र के अनुसार, गुरु (Jupiter) ग्रह के कमजोर होने के लक्षण व्यक्ति के जीवन में विभिन्न रूपों में दिखाई देते हैं। इसके लक्षणों में ज्ञान की कमी, समाज में वास्तविक प्रसिद्धि नहीं मिलना, आसानी से दूसरों पर हावी होना, दूसरों को अपने बात समझाने में कठिनाई, बालों के झड़ने की समस्या, पढ़ाई में ब्रेक लग जाना, पैसा या सोना खोना, शादी में देरी होना, और लीवर के खराब होने जैसी समस्याएं शामिल हैं। यह लक्षण व्यक्ति के जीवन की समस्याओं का संकेत देते हैं।

गुरु दोष के लक्षण (Symptoms of Guru Dosh)

  • बृहस्पति (Jupiter) दोष जब किसी व्यक्ति पर लग जाता है तो निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं।
  • व्यक्ति के जीवन में अनावश्यक परेशानियाँ और रुकावटें आती हैं जैसे शिक्षा का अचानक रुक जाना, मकान या मशीनों की खराबी होना।
  • व्यक्ति के आंखों में तकलीफ होना, श्वास रोग, वायु विकार, फेफड़ों में दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
  • व्यक्ति के खिलाफ व्यर्थ की अफवाहें उड़ाई जाती हैं और उसे धोखा दिया जाता है।
  • व्यक्ति के जीवन में अनावश्यक दुश्मन पैदा होते हैं और उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं।
  • व्यक्ति अकारण झूठ बोलने लगता है और उसका आचरण खराब हो जाता है। वह गलत संगत में पड़ सकता है।
  • व्यक्ति का सोना खो जाता है या उसे गिरवी रखना या बेचना पड़ता है। उसकी आर्थिक स्थिति खराब होती है।
  • व्यक्ति को सांप के सपने आते हैं जो अशुभ संकेत माने जाते हैं। उसके मन में नकारात्मक विचार आते हैं।
  • व्यक्ति के सिर के बाल झड़ने लगते हैं विशेषकर चोटी के स्थान से। उसका स्वास्थ्य गिरता है और कमजोरी महसूस होती है।
  • इस प्रकार बृहस्पति (Jupiter) दोष के कई दुष्प्रभाव (Side effects) व्यक्ति के जीवन में दिखाई देते हैं। ऐसी स्थिति में उपाय करना आवश्यक होता है।

बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के उपाय (Ways to Strengthen Olanet Jupiter) 

बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के 15 उपाय:

  • पीले रंग के कपड़े पहनें: पीले रंग के कपड़े पहनने से बृहस्पति ग्रह का प्रभाव मजबूत होता है। पीला रंग इस ग्रह से जुड़ा होता है और इसे पहनने से सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य मिलता है।
  • हल्दी का दान करें: गुरुवार के दिन हल्दी का दान करना बृहस्पति को मजबूत करने का एक शक्तिशाली उपाय है। हल्दी हिंदू धर्म में एक पवित्र मसाला है और इसका दान करने से आशीर्वाद और समृद्धि मिलती है।
  • बृहस्पति मंत्र का जाप करें: बृहस्पति मंत्र का जाप करने से ग्रह के प्रभाव को मजबूत किया जा सकता है। मंत्र है “ॐ ब्रीं बृहस्पतये नमः।” इस मंत्र का दिन में 108 बार जाप करने से सकारात्मक ऊर्जा और आशीर्वाद मिलता है।
  • पीला पुखराज पहनें: पीला पुखराज पहनने से बृहस्पति के प्रभाव को मजबूत किया जा सकता है। यह रत्न ग्रह से जुड़ा होता है और सौभाग्य, बुद्धि और सफलता ला सकता है।
  • भगवान विष्णु की पूजा करें: भगवान विष्णु बृहस्पति के अधिष्ठाता देवता हैं। उनकी पूजा करने से ग्रह के प्रभाव को मजबूत किया जा सकता है और आशीर्वाद और समृद्धि मिल सकती है।
  • होम करें: होम या अग्नि पूजा करने से बृहस्पति के प्रभाव को मजबूत किया जा सकता है। इस अनुष्ठान में मंत्रों का उच्चारण करते हुए अग्नि में घी, अनाज और अन्य सामग्री अर्पित की जाती है।
  • विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें: विष्णु सहस्रनाम, एक पवित्र ग्रंथ जिसमें भगवान विष्णु के 1000 नाम सूचीबद्ध हैं, का पाठ करने से बृहस्पति का प्रभाव मजबूत हो सकता है।
  • जरूरतमंदों को भोजन दान करें: जरूरतमंदों को भोजन दान करने से बृहस्पति का प्रभाव मजबूत हो सकता है। यह दान का कार्य आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा ला सकता है।
  • रुद्राभिषेक करें: शिवलिंग को जल, दूध और अन्य सामग्री से स्नान कराने वाले रुद्राभिषेक अनुष्ठान से बृहस्पति का प्रभाव मजबूत हो सकता है।
  • सोने की अंगूठी पहनें: दाएं हाथ की मध्यमा उंगली में सोने की अंगूठी पहनने से बृहस्पति का प्रभाव मजबूत हो सकता है। सोना इस ग्रह से जुड़ी एक पवित्र धातु है।
  • गायत्री मंत्र का जाप करें: सूर्य से जुड़े एक शक्तिशाली मंत्र गायत्री मंत्र का जाप करने से बृहस्पति का प्रभाव मजबूत हो सकता है।
  • गणपति होम करें: भगवान गणेश को समर्पित अग्नि पूजा गणपति होम करने से बाधाएं दूर हो सकती हैं और बृहस्पति का प्रभाव मजबूत हो सकता है।
  • सूर्य की पूजा करें: सूर्य की पूजा करने से बृहस्पति का प्रभाव मजबूत हो सकता है। सूर्य बृहस्पति के पिता हैं और उनकी पूजा से आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा मिल सकती है।
  • पीले फूलों का दान करें: गुरुवार को पीले फूलों का दान करने से बृहस्पति का प्रभाव मजबूत हो सकता है। पीला रंग इस ग्रह से जुड़ा होता है और फूलों का दान करने से आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा मिल सकती है।
  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें: भगवान शिव से जुड़े एक शक्तिशाली मंत्र महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से बाधाएं दूर हो सकती हैं और बृहस्पति का प्रभाव मजबूत हो सकता है।

इन उपायों का पालन करके कोई भी कमजोर बृहस्पति को मजबूत कर सकता है और अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, बुद्धि और सफलता ला सकता है। इनमें से किसी भी उपाय को करने से पहले एक योग्य ज्योतिषी से परामर्श करना महत्वपूर्ण है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे सही तरीके से और उचित इरादे से किए जा रहे हैं।

Conclusion:

बृहस्पति (Jupiter) ग्रह को मजबूत करने के लिए, उपायों के साथ-साथ सकारात्मक (Positive) सोच, नैतिक जीवन और परोपकार का भी महत्व है। अगर आपको हमारा यह विशेष लेख पसंद आया हो तो कृपया हमारे अन्य सभी लेख को भी एक बार जरूर पढ़िए, इस लेख से उत्पन्न अगर आपके मन में कोई प्रश्न हो तो उन प्रश्नों को कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए हम आपके प्रश्नों का हर संभव जवाब देने का प्रयास करेंगे ऐसे ही और भी रोचक लेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट https://janbhakti.in पर रोजाना विजिट करें।

FAQ’s:

Q.बृहस्पति ग्रह को ज्योतिष में क्यों महत्वपूर्ण माना जाता है? 

Ans.बृहस्पति ग्रह को ज्योतिष में सुख, वैभव, धन, वैवाहिक जीवन, संतान और विवाह का कारक ग्रह माना गया है। यह सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है और देवताओं का गुरु भी कहलाता है।

Q.बृहस्पति ग्रह के अशुभ प्रभाव क्या हैं? 

Ans.कुंडली में बृहस्पति ग्रह के अशुभ होने पर व्यक्ति को सिर के बाल उड़ने, सांस या फेफड़ों के रोग, अनावश्यक शत्रु बनने, गृह क्लेश, धनहानि, शिक्षा रुकना, सोने की वस्तु खोना, समाज में मान-सम्मान घटना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

Q.बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए गुरुवार को क्या करना चाहिए?

Ans.बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा-आराधना और व्रत करना शुभ माना जाता है। इस दिन हल्दी मिश्रित पानी से स्नान करना, पीले वस्त्र पहनना, केले के पेड़ की पूजा करना और पीली वस्तुओं का दान करना लाभकारी होता है।

Q.गुरुवार को किन कामों से बचना चाहिए? 

Ans.ज्योतिष के अनुसार गुरुवार को किसी को उधार देना या लेना नहीं चाहिए। ऐसा करने से जातक की कुंडली में बृहस्पति ग्रह निर्बल हो जाता है और आर्थिक तंगी आ सकती है।

Q.शिक्षा और करियर में सफलता पाने के लिए बृहस्पति ग्रह के क्या उपाय हैं?

Ans.शिक्षा और करियर में सफलता के लिए गुरुवार को पीली वस्तुओं जैसे हल्दी, चना, पीले फल, सोना आदि का दान करना चाहिए। 

Q.स्वास्थ्य में सुधार के लिए बृहस्पति ग्रह के क्या उपाय हैं?

Ans. स्वास्थ्य में सुधार के लिए गुरुवार को केले के वृक्ष की पूजा के बाद भगवान सत्यनारायण या बृहस्पतिवार की कथा सुननी चाहिए।