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Om Jai Jagdish Hare: विष्णु भगवान की आरती, ओम जय जगदीश हरे | Om Jai Jagdish Hare in Hindi 

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Om Jai Jagdish Hare:विश्व की सबसे लोकप्रिय आरती ॐ जय जगदीश हरे (om jai jagdish hare), पं. श्रद्धाराम फिल्लौरी द्वारा लिखी गई थी। श्री जगदीश आरती हिंदू धर्म (hindu dharm) में भगवान विष्णु (bhagwan vishnu) के रूपों में से एक, भगवान जगन्नाथ को समर्पित एक भक्ति अनुष्ठान है। इस आरती में भजन गाते हुए और भक्ति व्यक्त करते हुए देवता को प्रकाश (आमतौर पर जलते हुए दीपक या मोमबत्तियों के रूप में) अर्पित किया जाता है। यह भगवान जगन्‍नाथ को समर्पित मंदिरों में, विशेष रूप से भारत के ओडिशा में जगन्‍नाथ पुरी मंदिर में, बड़ी श्रद्धा के साथ किया जाता है। आरती का उद्देश्य ब्रह्मांड के भगवान, भगवान जगन्नाथ (bhagwan jagannath) के आशीर्वाद और दिव्य उपस्थिति का आह्वान करना और उनके प्रति कृतज्ञता और भक्ति व्यक्त करना है।

ओम जय जगदीश हरे (राजलक्ष्मी) एक पारंपरिक हिंदू भक्ति गीत है जिसे अक्सर धार्मिक समारोहों और त्योहारों के एक भाग के रूप में गाया जाता है। यह मधुर रचना भगवान विष्णु को समर्पित है, जिन्हें जगदीश के नाम से भी जाना जाता है और हिंदू पौराणिक कथाओं में उन्हें ब्रह्मांड का संरक्षक माना जाता है। यह गीत सर्वोच्च शक्ति के प्रति भक्ति और कृतज्ञता की एक सुंदर अभिव्यक्ति है। ओम, हिंदू धर्म में पवित्र शब्दांश, का उच्चारण दिव्य उपस्थिति का आह्वान करने के लिए गीत की शुरुआत में किया जाता है। “जगदीश हरे” का तात्पर्य जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु से है। गीत के बोल भगवान विष्णु के विभिन्न गुणों और विशेषताओं की प्रशंसा करते हैं, जो उनके दिव्य सार की एक ज्वलंत तस्वीर पेश करते हैं। इस ब्लॉग में, हम ॐ जय जगदीश हरे की आरती | Om Jai Jagdish Hare Aarti, ॐ जय जगदीश हरे का महत्व | Importance of Om Jai Jagdish Hare इत्यादि के बारे में बताएंगे, तो इसे जरूर पढ़ें।

ॐ जय जगदीश हरे के बारे में | About Om Jai Jagdish Hare

“ओम जय जगदीश हरे” एक बहुत लोकप्रिय हिंदी भक्ति गीत है। यह पंडित शारदाराम फिल्लौरी (Pandit Shardaram Phillauri) द्वारा पंजाब, भारत में लिखा गया था। इसकी रचना लगभग 1870 के दशक में की गई थी। इसमें भगवान विष्णु की स्तुति और भक्त को दुखों और संकटों से बचाने का अनुरोध शामिल है। कई गैर-हिन्दी भाषी लोग इसे प्रार्थना के रूप में भी प्रयोग करते हैं।

ॐ जय जगदीश हरे की आरती | Om Jai Jagdish Hare Aarti

ॐ जय जगदीश हरे स्वामी जय जगदीश हरे |

भक्त जानो के संकट, दास जानो के संकट, संकट में डर करे | ॐ जय जगदीश हरे ||

जो ध्यावे फल पावे, दुःख-बिन से मन का, स्वामी दुःख-बिन से मन का |

सुख संपति घर आवे, सुख संपति घर आवे, कष्ट मिटे तन का | ॐ जय जगदीषा हरे ||

मात पिता तुम मेरे, शरणं गहुउ मैम किसकी, स्वामी शरणं गहुउ मैम किसकी |

तुम बिन और ना दूजा, तुम बिन और ना दूजा, आस करुउ माई जिसकी | ॐ जय जगदीश हरे ||

तुम पुराणन् परमात्मा, तुम अन्तर्यामी, स्वामी तुम अन्तर्यामी |

पारब्रह्म परमेश्वर, पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सब के स्वामी | ॐ जय जगदीश हरे ||

तुम करुणा के सागर, तुम पालन-कर्ता, स्वामी तुम पालन-कर्ता |

माई मूरख फल-कामी माई सेवक तुम स्वामी, कृपा करो भरता | ॐ जय जगदीश हरे ||

तुम हो एक अगोचर, सबके प्राण-पति, स्वामी सबके प्राण-पति |

किस विध मिलु दयामय, किसा विध मिलु दयामय, तुमको माई कुमति | ॐ जय जगदीश हरे ||

दीना-बंधु दुख-हरता, ठाकुर तुम मेरे, स्वामी रक्षक तुम मेरे |

अपने हाथ उठाओ, अपने शरण लगाओ द्वार पैदा करो तेरे | ॐ जय जगदीश हरे ||

विसाय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा, स्वामी पाप हरो देवा |

श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ, श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ, संतान की सेवा |

ॐ जय जगदीश हरे ||

ॐ जय जगदीश हरे का महत्व | Importance of Om Jai Jagdish Hare

ओम जय जगदीश हरे हिंदू धर्म (hindu dharm) में बहुत महत्व रखता है क्योंकि यह भगवान विष्णु के प्रति भक्ति, समर्पण और कृतज्ञता का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि यह गीत उन लोगों के लिए शांति, सद्भाव और दिव्य आशीर्वाद लाता है जो इसे पढ़ते या सुनते हैं।

ॐ जय जगदीश हरे गाने का अवसर? | Opportunity to sing Om Jai Jagdish Hare?

ओम जय जगदीश हरे (राजलक्ष्मी) भगवान विष्णु को समर्पित विभिन्न अवसरों और त्योहारों, जैसे विष्णु जयंती, जन्माष्टमी, या राम नवमी पर गाया जाता है। इसे आमतौर पर दैनिक प्रार्थनाओं या आरती (भक्ति अनुष्ठान) के दौरान भी शामिल किया जाता है। यह गीत विशिष्ट अवसरों से परे है और पूरे वर्ष भक्तों द्वारा इसे सराहा और गाया जाता है।

ॐ जय जगदीश हरे के पीछे आध्यात्मिक अर्थ? | Spiritual meaning behind Om Jai Jagdish Hare?

ओम जय जगदीश हरे (om jai jagdish hare) एक गहरा आध्यात्मिक संदेश देता है। यह व्यक्तियों को उच्च शक्ति के प्रति समर्पण करने और उनके जीवन में दिव्य उपस्थिति को स्वीकार करने के महत्व के बारे में एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है। यह गीत विनम्रता, कृतज्ञता और धार्मिकता की खोज पर जोर देता है, जो व्यक्तियों को आध्यात्मिक विकास और आंतरिक शांति के मार्ग की ओर मार्गदर्शन करता है।

ॐ जय जगदीश हरे उपचारात्मक है? | Is Om Jai Jagdish Hare curative?

ऐसा माना जाता है कि ओम जय जगदीश हरे (राजलक्ष्मी) का जाप करने या सुनने से मन और आत्मा पर शांत और सुखदायक प्रभाव पड़ सकता है। गीत की भक्तिपूर्ण प्रकृति आंतरिक शांति की भावनाओं को जगाने, तनाव को कम करने और सकारात्मक माहौल बनाने के लिए जानी जाती है। इसका उपयोग अक्सर किसी की आत्मा को ऊपर उठाने और सांत्वना पाने के लिए आध्यात्मिक चिकित्सा के रूप में किया जाता है।

हिंदू अनुष्ठानों में ॐ जय जगदीश हरे की भूमिका | Role of Om Jai Jagdish Hare in Hindu rituals

ओम जय जगदीश हरे (राजलक्ष्मी) को अक्सर आरती अनुष्ठान में शामिल किया जाता है, जिसमें स्तुति के भजन गाते हुए देवता के सामने एक जलता हुआ दीपक लहराना शामिल होता है। यह हिंदू अनुष्ठान प्रथाओं का एक अभिन्न अंग है क्योंकि यह एक पवित्र वातावरण बनाता है और परमात्मा के साथ संचार के एक रूप के रूप में कार्य करता है। यह गीत धार्मिक समारोहों और त्योहारों में आध्यात्मिक उत्साह और भक्ति जोड़ता है।

ओम जय जगदीश हरे (om jai jagdish hare) के बोल बहुत गहरे हैं और लाखों लोगों के दिलों को छू जाते हैं। यह गीत भगवान विष्णु के विभिन्न नामों के आह्वान के साथ शुरू होता है, जिसमें उनके दिव्य गुणों और ब्रह्मांड के रक्षक और पालनकर्ता के रूप में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला गया है। गीत के छंद भगवान का आशीर्वाद और दया मांगने, मार्गदर्शन मांगने और उनके प्रति भक्ति व्यक्त करने पर केंद्रित हैं।

FAQ’s 

Q. ओम जय जगदीश हरे गीत की रचना किसने की?

ओम जय जगदीश हरे की रचना 19वीं सदी में पंडित शारदा राम फिल्लौरी ने की थी। वह पंजाब, भारत के एक प्रसिद्ध संगीतकार और संगीतकार थे। उनकी रचना लोकप्रिय हो गई और तब से इसे दुनिया भर में लाखों लोगों ने गाया है।

Q. ओम जय जगदीश हरे की कुछ अन्य लोकप्रिय प्रस्तुतियाँ क्या हैं?

ओम जय जगदीश हरे को पिछले कुछ वर्षों में कई कलाकारों द्वारा रिकॉर्ड किया गया है। कुछ प्रसिद्ध प्रस्तुतियों में लता मंगेशकर, अनुराधा पौडवाल और महेंद्र कपूर की प्रस्तुतियाँ शामिल हैं। इन संस्करणों को व्यापक मान्यता मिली है और श्रोता उनकी दिल को छू लेने वाली धुनों के लिए इसे पसंद करते हैं।

Q. क्या गाना किसी भी अवसर पर गाया जा सकता है?

हां, ओम जय जगदीश हरे को विभिन्न धार्मिक और उत्सव के अवसरों पर गाया जा सकता है। यह आम तौर पर धार्मिक समारोहों के दौरान सुना जाता है, जैसे कि हिंदू मंदिरों में की जाने वाली आरती (दीपक लहराने से जुड़ा एक भक्ति अनुष्ठान)। यह गीत दिवाली और जन्माष्टमी जैसे धार्मिक त्योहारों के दौरान आशीर्वाद प्राप्त करने और दैवीय हस्तक्षेप की तलाश के लिए भी गाया जाता है।