अप्रैल कैलेंडर 2025 (April Calendar 2025): अप्रैल 2025 में कई ऐसे महत्वपूर्ण व्रत और त्यौहार आने वाले हैं, जो न केवल हमारे जीवन को आध्यात्मिक दृष्टि से समृद्ध करेंगे, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी नया जीवन देंगे। इन त्यौहारों में कामदा एकादशी, रामनवमी, रोहिणी व्रत, चतुर्थी व्रत, गुड फ्राइडे और हनुमान जयंती जैसे प्रमुख व्रत शामिल हैं, जो हमें धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से जोड़े रखते हैं। इन व्रतों और त्यौहारों का महत्व केवल धार्मिक नहीं है, बल्कि वे हमारी जीवन शैली को संतुलित और सशक्त भी बनाते हैं।
इन दिनों के माध्यम से हम अपने जीवन में सद्गुणों को बढ़ावा दे सकते हैं और बुराई से बचने के लिए मानसिक और शारीरिक शुद्धता की दिशा में काम कर सकते हैं।April Calendar 2025 प्रत्येक व्रत और त्यौहार के पीछे की पौराणिक कथाएँ हमें न केवल प्रेरणा देती हैं, बल्कि हमारी मानसिकता और दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव भी लाती हैं। इस लेख में, हम आपको अप्रैल 2025 में आने वाले इन महत्वपूर्ण व्रतों और त्यौहारों के बारे में विस्तार से बताएंगे। हम आपको बताने जा रहे हैं कि इन व्रतों का पालन कैसे किया जाता है, उनके पीछे की रहस्यमयी और प्रेरक कहानियाँ क्या हैं, और उनका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है।
इस विशेष लेख के जरिए हम आपको 2025 में आने वाले सभी व्रत व त्योहार व उनके धार्मिक महत्व और उनके द्वारा प्राप्त होने वाले आध्यात्मिक लाभ के बारे में भी जानकारी देंगे…..
तारीख | दिन | त्यौहार |
01-04-2025 | मंगलवार | चतुर्थी व्रत |
03-04-2025 | गुरुवार | रोहिणी व्रत |
05-04-2025 | शनिवार | दुर्गा अष्टमी व्रत |
06-04-2025 | रविवार | राम नवमी |
07-04-2025 | सोमवार | विश्व स्वास्थ्य दिवस |
08-04-2025 | मंगलवार | कामदा एकादशी |
10-04-2025 | गुरुवार | महावीर जयंती, प्रदोष व्रत |
11-04-2025 | शुक्रवार | ज्योतिराव फुले जयंती, गुड फ्राइडे |
12-04-2025 | शनिवार | हनुमान जयंती, पूर्णिमा व्रत |
13-04-2025 | रविवार | ईस्टर |
14-04-2025 | सोमवार | अम्बेडकर जयंती, बैसाखी मेष संक्रांति |
15-04-2025 | मंगलवार | बंगाली नव वर्ष |
16-04-2025 | बुधवार | संकष्टी चतुर्थी |
21-04-2025 | सोमवार | कालाष्टमी |
22-04-2025 | मंगलवार | पृथ्वी दिवस |
24-04-2025 | गुरुवार | वरूथिनी एकादशी |
25-04-2025 | शुक्रवार | प्रदोष व्रत |
26-04-2025 | शनिवार | मासिक शिवरात्रि |
27-04-2025 | रविवार | अमावस्या |
28-04-2025 | सोमवार | चन्द्र दर्शन, सोमवार व्रत |
29-04-2025 | मंगलवार | परशुराम जयंती |
30-04-2025 | अक्षय तृतीया / रोहिणी व्रत / मातंगी जयंती |
हिन्दू कैलेंडर अप्रैल , 2025 | April 2025 Hindu Calendar
ऊपर हम आपको अप्रैल महीने के सभी त्योहारों की लिस्ट इमेज के माध्यम से प्राप्त करा रहे हैं जिसमें आप देख सकते हैं कि कौनसा त्यौहार किस तारीख को है और उसका शुभ मुहूर्त क्या है। आप इस इमेज को डाउनलोड कर सकते है और अपन मित्रो को शेयर कर सकते हैं।
1. चतुर्थी व्रत । Chaturthi Vrat
चतुर्थी व्रत (Chaturthi Vrat) जो भगवान गणेश की आराधना का प्रतीक है, हर माह की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस व्रत के दो प्रमुख रूप हैं – संकष्टी चतुर्थी और विनायकी चतुर्थी। संकष्टी चतुर्थी का पालन कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को किया जाता है, जबकि विनायकी चतुर्थी शुक्ल पक्ष की चतुर्थी पर मनाई जाती है। माना जाता है कि इस पवित्र व्रत से भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन की समस्त बाधाओं और विघ्नों को दूर करने में सहायक होती है। अप्रैल 2025 में यह व्रत 1 अप्रैल, मंगलवार के दिन रखा जाएगा, जो भक्तों के लिए विशेष शुभ फलदायी रहेगा।
- दिनांक- 1 अप्रैल 2025
- दिन- मंगलवार
2. रोहिणी व्रत । Rohini Vrat
जैन धर्म में रोहिणी व्रत को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है, जिसे महिलाओं के अखंड सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। यह व्रत न केवल वैवाहिक जीवन में सुख-शांति का संचार करता है, बल्कि आर्थिक समस्याओं को भी दूर करने में सहायक होता है। जैन परंपराओं के अनुसार, जो व्यक्ति इस व्रत को श्रद्धा और विधिपूर्वक करता है, उसके जीवन से सभी संकट और दुख समाप्त हो जाते हैं। 2025 में यह विशेष व्रत 3 अप्रैल, गुरुवार को मनाया जाएगा, जो शुभ फल देने वाला रहेगा और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान करेगा।
- दिनांक- 3 अप्रैल 2025
- दिन- गुरूवार
3. दुर्गाष्टमी । Durgashtami
मासिक दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami) का पर्व प्रत्येक माह की अष्टमी तिथि को देवी दुर्गा की उपासना के लिए समर्पित होता है। इस दिन मां दुर्गा की विशेष आराधना की जाती है, जिससे उनकी कृपा प्राप्त होती है और भक्तों का जीवन सुख, शांति और समृद्धि से भर जाता है। यह माना जाता है कि मासिक दुर्गाष्टमी पर की गई पूजा का फल नवरात्रि की पूजा के समान ही पवित्र और पुण्यदायी होता है। 2025 में यह शुभ तिथि 5 अप्रैल को आएगी, जब भक्त पूरी श्रद्धा से मां दुर्गा की आराधना करेंगे।
- दिनांक- 5 अप्रैल 2025
- दिन- शनिवार
4. रामनवमी । Ram Navami
रामनवमी (Ram Navami) हिंदू धर्म के प्रमुख और श्रद्धा से परिपूर्ण त्योहारों में से एक है, जिसे भगवान राम के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था, इसीलिए यह दिन ‘राम जन्मोत्सव’ के नाम से प्रसिद्ध है। इस पावन अवसर पर भगवान राम की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, और पवित्र नदियों में स्नान कर पुण्य अर्जित किया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह त्योहार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को पड़ता है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर में मार्च और अप्रैल के बीच आता है। 2025 में रामनवमी का यह पवित्र पर्व 6 अप्रैल, रविवार को मनाया जाएगा।
- दिनांक- 6 अप्रैल 2025
- दिन- रविवार
5. कामदा एकादशी । Kamada Ekadashi
कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi), चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी, भगवान विष्णु (Bhagwan Vishnu) की आराधना का पावन पर्व है। इस दिन व्रत रखने से भक्तों को अनेक आध्यात्मिक और सांसारिक लाभ प्राप्त होते हैं। मान्यता है कि इस व्रत के पालन से ब्रह्महत्या जैसे गंभीर पापों और अनजाने में किए गए अपराधों से मुक्ति मिलती है। साथ ही, पिशाचत्व जैसे दोषों का नाश होता है। इस शुभ व्रत के प्रभाव से न केवल सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, बल्कि घर में सुख-समृद्धि का वास भी होता है। कामदा एकादशी का व्रत करने वाला व्यक्ति पुण्यात्मा बनकर जीवन में आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त करता है। वर्ष 2025 में कामदा एकादशी 8 अप्रैल दिन मंगलवार को मनाई जाएगी।
- दिनांक- 8 अप्रैल 2025
- दिन- मंगलवार
- प्रारंभ तिथि – 7 अप्रैल को रात 8 बजे से
- समापन तिथि – 8 अप्रैल को रात 9:12 बजे तक ।
6. महावीर जयंती । Mahavir Navami
महावीर जयंती (Mahavir jayanti) जैन समुदाय का एक अत्यंत पावन और विशेष पर्व है, जिसे भगवान महावीर स्वामी के जन्मोत्सव के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। भगवान महावीर स्वामी जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर थे, जिन्होंने अहिंसा, सत्य और संयम का मार्ग दिखाया। यह शुभ दिवस उनकी शिक्षाओं और आदर्शों को स्मरण करने का अवसर प्रदान करता है। वर्ष 2025 में महावीर जयंती का यह पर्व 10 अप्रैल, गुरुवार को मनाया जाएगा, जब भक्तगण भगवान महावीर के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करेंगे।
- दिनांक- 10 अप्रैल 2025
- दिन- गुरूवार
7. हनुमान जयंती । Hanuman Jayanti
हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) हिंदू धर्म का एक पवित्र और महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन को भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। हनुमान जी को कलियुग के सबसे प्रभावशाली और पूजनीय देवताओं में से एक माना जाता है। वर्ष 2025 में हनुमान जयंती का यह शुभ पर्व 12 अप्रैल, शनिवार को मनाया जाएगा। खास बात यह है कि जब यह पर्व शनिवार या मंगलवार को पड़ता है, तो इसका फल भक्तों को दोगुना प्राप्त होता है, जिससे उनका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से भर जाता है।
- दिनांक- 12 अप्रैल 2025
- दिन- शनिवार
8. गुड फ्राइडे । Good Friday
गुड फ्राइडे (Good Friday) की पवित्र मान्यताओं के अनुसार, इस दिन ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था, लेकिन तीसरे दिन उन्होंने मृत्यु पर विजय प्राप्त कर पुनः जीवन धारण किया। इसी अद्भुत घटना की स्मृति में ईस्टर का पर्व मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर लोग एकत्रित होकर प्रभु यीशु के महान विचारों और शिक्षाओं पर विचार-विमर्श करते हैं। वर्ष 2025 में ईस्टर संडे का यह विशेष दिन 13 अप्रैल को आएगा, जब पूरी दुनिया में इसे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा।
- दिनांक- 13 अप्रैल 2025
- दिन- रविवार
9. संकष्टी चतुर्थी । Sankashti Chaturthi
संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। यह पर्व हर महीने में दो बार मनाया जाता है—कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायकी चतुर्थी के रूप में। इसे संकटहर चतुर्थी भी कहा जाता है, क्योंकि यह जीवन के कष्टों को हरने वाला माना जाता है। यदि संकष्टी चतुर्थी मंगलवार को पड़ती है, तो इसे अंगारकी संकष्टी चतुर्थी कहते हैं, जिसे अत्यंत शुभ माना जाता है। 2025 में वैशाख माह की संकष्टी चतुर्थी 16 अप्रैल, बुधवार को मनाई जाएगी, जो भक्तों के लिए विशेष आध्यात्मिक महत्व रखती है।
- दिनांक- 16 अप्रैल 2025
- दिन- बुधवार
10. वरुथिनी एकादशी | Varuthini Ekadashi
वरुथिनी एकादशी (Varuthini Ekadashi) का व्रत हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है, जिसे करने से मनुष्य को इस लोक में सुख और परलोक में स्वर्ग की प्राप्ति होती है। धर्मग्रंथों के अनुसार, इस व्रत के महात्म्य का पाठ करने मात्र से ही एक हज़ार गोदान के समान फल प्राप्त होता है। वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की ग्यारहवीं तिथि पर मनाई जाने वाली यह एकादशी, आमतौर पर अप्रैल या मई में आती है। वर्ष 2025 में वरुथिनी एकादशी 24 अप्रैल, गुरुवार को मनाई जाएगी, जो भक्तों के लिए एक विशेष आध्यात्मिक अवसर होगा।
- दिनांक- 24 अप्रैल 2025
- दिन- गुरूवार
- प्रारंभ तिथि – 23 अप्रैल 2025 को शाम 4:43 बजे से।
- समापन तिथि – 24 अप्रैल 2025 को दोपहर 2:32 बजे तक।
11. मासिक शिवरात्रि । Masik Shivratri
मासिक शिवरात्रि व्रत (Masik Shivratri), भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती को समर्पित एक अत्यंत पवित्र पर्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन विधिपूर्वक पूजा और व्रत रखने से भगवान शिव की असीम कृपा मिलती है, जिससे जीवन की सभी समस्याएं दूर होती हैं और पापों का नाश होता है। इस विशेष दिन पर, भक्तों को आध्यात्मिक शांति और सुख की प्राप्ति होती है। वर्ष 2025 में, वैशाख माह की मासिक शिवरात्रि शनिवार, 26 अप्रैल को मनाई जाएगी, और सुबह 08 बजकर 27 मिनट से कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी शुरू होगी, जो इस व्रत के महत्व को और बढ़ा देती है।
- दिनांक- 26 अप्रैल 2025
- दिन- शनिवार
12. परशुराम जयंती | Parshuram Jayanti
परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti), भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम के जन्म के उत्सव के रूप में मनाई जाती है। यह पर्व वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को आयोजित किया जाता है, जिसे अक्षय तृतीया भी कहा जाता है। भगवान परशुराम, जो अपनी शक्ति और धर्म की रक्षा के लिए प्रसिद्ध हैं, इस दिन विशेष रूप से पूजे जाते हैं। वर्ष 2025 में, यह पवित्र दिन 29 अप्रैल को मनाया जाएगा, जो भक्तों के लिए आस्था और श्रद्धा का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
- दिनांक- 29 अप्रैल 2025
- दिन- मंगलवार
13. अक्षय तृतीया । Akshay Tritiya
अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya), जिसे आखा तीज भी कहा जाता है, बसंत और ग्रीष्म के संधिकाल का महोत्सव है। यह दिन विशेष रूप से पुण्य और धार्मिक कर्मों के लिए जाना जाता है, जब लोग गंगा स्नान करते हैं, पितरों का तिल और जल से तर्पण करते हैं, और पिंडदान करते हैं, जिसका फल अक्षय होता है। इस दिन को युगादि तिथियों में शामिल किया गया है, क्योंकि यही वह तिथि है जब सतयुग से त्रेतायुग का आरंभ हुआ था। 2025 में अक्षय तृतीया बुधवार, 30 अप्रैल को मनाई जाएगी, और यह पर्व एक विशेष धार्मिक अवसर के रूप में भारतीय माह वैशाख के शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन मनाया जाता है।
- दिनांक- 30 अप्रैल 2025
- दिन- बुधवार
- प्रारंभ तिथि – 29 अप्रैल को शाम 5:31 बजे से।
- समापन तिथि – 30 अप्रैल को दोपहर 2:12 बजे तक।
इससे संबंधित लेख:- हिन्दू कैलेंडर जनवरी 2025 | फरवरी 2025 | मार्च 2025
Conclusion:-April Calendar 2025
हम आशा करते है कि हमारे द्वारा लिखा गया (अप्रैल 2025 के व्रत एवं त्यौहार) यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपके मन में किसी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, हम जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे। बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद
FAQ’s:-April Calendar 2025
Q. चतुर्थी व्रत किस दिन मनाया जाता है?
Ans. चतुर्थी व्रत हर माह की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इसके दो प्रमुख रूप संकष्टी चतुर्थी और विनायकी चतुर्थी हैं।
Q. रोहिणी व्रत का प्रमुख महत्व किस धर्म में है?
Ans. रोहिणी व्रत का प्रमुख महत्व जैन धर्म में है और इसे महिलाओं के अखंड सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
Q. मासिक दुर्गाष्टमी कब मनाई जाती है?
Ans. मासिक दुर्गाष्टमी हर महीने की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है, जो देवी दुर्गा की उपासना के लिए समर्पित है।
Q. रामनवमी किस दिन मनाई जाती है?
Ans. रामनवमी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाती है, जो भगवान राम के जन्मदिवस के रूप में प्रसिद्ध है।
Q. कामदा एकादशी किस दिन मनाई जाती है?
Ans. कामदा एकादशी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है, जो भगवान विष्णु की आराधना का पर्व है।
Q. महावीर जयंती का पर्व किस दिन मनाया जाता है?
Ans. महावीर जयंती 2025 में 10 अप्रैल, गुरुवार को मनाई जाएगी, जो भगवान महावीर स्वामी के जन्मोत्सव के रूप में है।