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Panchak Me Kya Nahi Karna Chahiye । पंचक में क्या नहीं करना चाहिए, पंचक में क्या करें और क्या ना करें? यहां जानें पंचक में क्या क्या वर्जित है |

Panchak me Kya Nahi Karna Chahiye
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पंचक में क्या नहीं करना चाहिए । Panchak Me Kya Nahi Karna Chahiye:- पंचक हिंदू ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो चंद्रमा की कुंभ और मीन राशियों में स्थिति के दौरान पांच दिनों की अवधि को दर्शाती है। इस समय को विशेष खगोलीय घटना माना जाता है और यह समय शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता। पंचक के दौरान कुछ विशेष कार्यों को वर्जित किया गया है, जैसे छत बनवाना, फर्नीचर खरीदना, दक्षिण दिशा की यात्रा करना, और दाह संस्कार करना। ऐसा माना जाता है कि इन कार्यों के कारण जीवन में बाधाएं या नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं।

हालांकि, पंचक का समय पूरी तरह अशुभ नहीं होता। कुछ कार्य ऐसे भी हैं जिन्हें इस अवधि में किया जा सकता है, जैसे वृक्षारोपण, मुंडन संस्कार, और गहनों की खरीदारी। धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से पंचक में सावधानी बरतकर कार्य करना शुभ फलदायी हो सकता है। यह समय प्रकृति और जीवन के प्रति सतर्कता और संतुलन बनाए रखने का अवसर प्रदान करता है। आज के इस लेख में हम आपको डिटेल में जानेंगे कि पंचक में क्या कार्य करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।इसमें हम आपको ये भी बताएंगे कि पंचक में क्या खरीदना चाहिए और क्या नहीं।

पंचक में क्या करें | Panchak Me Kya Kare

Panchak Me Kya Kare

पंचक के समय को आमतौर पर अशुभ माना जाता है, लेकिन कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें इस अवधि में करने में कोई बाधा नहीं है। इन कार्यों का न केवल ज्योतिषीय महत्व है, बल्कि इन्हें जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में शुभ और फलदायी भी माना गया है। नीचे उन कार्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है, जो पंचक के दौरान किए जा सकते हैं:

  • व्यापार और नए उपक्रम की शुरुआत
    पंचक के दौरान व्यापार की शुरुआत की जा सकती है।
    यदि आप नया व्यापार शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल हो सकता है।
  • मुंडन संस्कार
    पंचक के दौरान बच्चों का मुंडन संस्कार किया जा सकता है।
    ज्योतिष के अनुसार, मुंडन जैसे संस्कारों पर पंचक का कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।
  • सगाई और विवाह समारोह
    पंचक के समय सगाई और विवाह जैसे शुभ कार्य किए जा सकते हैं।
    ज्योतिषीय रूप से यह समय किसी भी व्यक्तिगत या पारिवारिक आयोजन के लिए अनुकूल माना जाता है, यदि अन्य ग्रह योग शुभ हों।
  • वाहन की डिलीवरी और खरीदारी
    पंचक के दौरान नए वाहन की खरीदारी या डिलीवरी की जा सकती है।
    यह समय वाहन से संबंधित लेन-देन और सुख-सुविधा से जुड़ी चीज़ें खरीदने के लिए शुभ है।
  • भूमि या भवन की रजिस्ट्री
    पंचक के दौरान जमीन या भवन की रजिस्ट्री की जा सकती है।
    नए भवन, फ्लैट, या प्लॉट की खरीदारी करने के लिए यह समय लाभकारी हो सकता है।
  • गहनों और आभूषणों की खरीदारी
    पंचक के दौरान गहने, सोने, और अन्य आभूषण खरीदे जा सकते हैं।
    यह समय आर्थिक निवेश के रूप में आभूषण खरीदने के लिए शुभ माना गया है।
  • वृक्षारोपण और पर्यावरण से जुड़े कार्य
    पंचक के दौरान वृक्षारोपण करना न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि इसे धार्मिक दृष्टि से भी पुण्यदायी माना गया है।
    पौधारोपण जैसे कार्यों से प्रकृति की ऊर्जा का संतुलन बनाए रखा जा सकता है।

पंचक में क्या नहीं करना चाहिए | Panchak Me Kya Nahi Karna Chahiye

हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, पंचक एक विशेष खगोलीय स्थिति है जो तब होती है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशियों में होता है। यह अवधि पाँच दिनों तक रहती है, और इसे शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। पंचक के दौरान कुछ खास कार्यों को करने से बचने की सलाह दी जाती है। पंचक में क्या-क्या काम नहीं करना चाहिए (Panchak mai Kya Kam nahi karna Chahiye) इसको लेकर हम आपको इस पॉइन्ट में डिटेल में जानकारी उपलब्ध करा रहे है,जो कि कुछ इस प्रकार है:-

1. नए उद्यम शुरू करना

पंचक के दौरान किसी भी नए काम, व्यवसाय, या परियोजना को शुरू करना अशुभ माना जाता है। ऐसा विश्वास है कि इस दौरान शुरू किए गए काम में रुकावटें आ सकती हैं या वे सफल नहीं हो सकते। यह समय स्थिरता और शुभता की कमी के कारण उपयुक्त नहीं माना जाता।

2. शुभ कार्य करना

विवाह, नामकरण संस्कार, गृह प्रवेश, या नए निर्माण जैसे शुभ कार्य पंचक के दौरान नहीं किए जाने चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इस समय किए गए शुभ कार्य दीर्घकालिक रूप से अस्थिर हो सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप जीवन में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं।

3. दक्षिण दिशा की यात्रा

पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दक्षिण दिशा यम (मृत्यु के देवता) और पितरों (पूर्वजों) का क्षेत्र मानी जाती है। इस दिशा में यात्रा करने से अनिष्टकारी प्रभाव पड़ सकता है।

4. छत बनवाना

पंचक के दौरान घर की छत का निर्माण नहीं करवाना चाहिए। यह विश्वास है कि इससे घर में आर्थिक नुकसान और परिवार में कलह बढ़ सकती है। छत बनवाने जैसे कार्य पंचक समाप्त होने के बाद ही करना उचित माना गया है।

5. फर्नीचर खरीदना

इस समय पलंग, गद्दा, या अन्य फर्नीचर खरीदने से बचना चाहिए। मान्यता है कि पंचक के दौरान खरीदे गए फर्नीचर का उपयोग अशुभता या स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं ला सकता है।

6. ज्वलनशील वस्तुएं एकत्र करना

पंचक के दौरान लकड़ी, घास, या अन्य ज्वलनशील वस्तुएं इकट्ठा करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से आग लगने का खतरा बढ़ सकता है, जिससे जान-माल की हानि हो सकती है।

7. उपहार देना

पंचक के दौरान किसी को उपहार देने से बचा जाना चाहिए। ऐसा करने से संबंधों में दरार आने या किसी प्रकार की अशुभता का भय रहता है।

8. तामसिक भोजन खाना

इस समय तामसिक भोजन जैसे मांसाहार या अधिक मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। पंचक एक शुद्ध और सात्विक जीवनशैली अपनाने का समय माना जाता है।

9. दाह संस्कार करना

पंचक के दौरान दाह संस्कार करना अशुभ माना जाता है। यदि ऐसा करना अत्यावश्यक हो, तो पंचक शांति विधि द्वारा इसके दोषों को शांत करना चाहिए। इसके लिए किसी योग्य पंडित की सहायता ली जाती है।

पंचक में क्या नहीं खरीदना चाहिए | Panchak Mai Kya Nahi Kharidna Chahiye

पंचक के दौरान कुछ विशेष वस्तुओं को खरीदने से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचक के समय इन वस्तुओं की खरीद से नकारात्मक ऊर्जा या समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस पॉइन्ट में हम आपको बताएंगे कि पंचक में क्या क्या वर्जित है (Panchak mai Kya Kya Varjit hai) जो आप गलती से भी उन कार्यों को ना करें और अशुभ प्रभाव से बच सकें..

  • फर्नीचर: पंचक के समय पलंग, गद्दा, कुर्सी, मेज, या अन्य फर्नीचर खरीदने से बचें। ऐसा माना जाता है कि इन वस्तुओं की खरीद से घर में अशांति या विवाद हो सकता है।
  • लकड़ी या ईंधन सामग्री : पंचक के दौरान लकड़ी, घास, या अन्य ज्वलनशील सामग्री नहीं खरीदनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से आग लगने की संभावना बढ़ जाती है, जो परिवार और संपत्ति के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • भवन निर्माण सामग्री: छत बनवाने या घर की मरम्मत के लिए कोई भी निर्माण सामग्री जैसे सीमेंट, ईंट, या लोहे की वस्तुएं खरीदने से बचा जाता है। ऐसा करने से घर में आर्थिक परेशानियां और वास्तु दोष हो सकते हैं।
  • नए कपड़े: पंचक के समय नए कपड़े खरीदना या पहनना अशुभ माना जाता है। इसे घर के सदस्यों के स्वास्थ्य और संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाला माना गया है।
  • इलेक्ट्रॉनिक सामान: पंचक के दौरान मोबाइल फोन, लैपटॉप, या अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की खरीदारी से भी बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इनकी कार्यक्षमता में समस्याएं आ सकती हैं।

Conclusion

हमें आशा है कि हमारा यह खास लेख आपको पसंद आया होगा। ऐसे ही रोमांचक और जानकारी से भरपूर लेख पढ़ने के लिए कृपया हमारी वेबसाइट janbhakti.in पर पुनः विजिट करें। यदि आपके मन में कोई सवाल हो, तो कृपया कमेंट बॉक्स में अपना सवाल लिखें, और हम जल्द से जल्द उसका उत्तर देने का प्रयास करेंगे। धन्यवाद!

FAQ’s

Q.पंचक कितने दिनों का होता है?

Ans.पंचक पांच दिनों की अवधि होती है, जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशियों में स्थित रहता है।

Q.पंचक में कौन-कौन से कार्य वर्जित हैं?

Ans.छत बनवाना, फर्नीचर खरीदना, ज्वलनशील वस्तुएं इकट्ठा करना, और दक्षिण दिशा की यात्रा वर्जित मानी जाती है।

Q.क्या पंचक के दौरान विवाह किया जा सकता है?

Ans.आमतौर पर विवाह पंचक के दौरान टालने की सलाह दी जाती है, परंतु अन्य ग्रह योग अनुकूल हों तो इसे किया जा सकता है।

Q.क्या पंचक में दाह संस्कार किया जा सकता है?

Ans.दाह संस्कार पंचक में अशुभ माना जाता है। आवश्यकता पड़ने पर पंचक शांति विधि करनी चाहिए।

Q.क्या पंचक में वाहन खरीद सकते हैं?

Ans.ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार वाहन खरीदने से बचा जाना चाहिए।