Mahashivratri Songs : महाशिवरात्रि, हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक, भगवान शिव और देवी पार्वती के विवाह का प्रतीक है। यह अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई और अज्ञानता पर ज्ञान की विजय का प्रतीक भी है। इस पवित्र दिन पर, भक्त उपवास करते हैं, रात्रि जागरण करते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं। महाशिवरात्रि के विशेष विवाह गीत और गाना इस उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये गीत भगवान शिव और देवी पार्वती के प्रेम और समर्पण को दर्शाते हैं। वे भक्तों को भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करने में भी मदद करते हैं। इस लेख में, हम महाशिवरात्रि के कुछ विशेष विवाह गीत और गाने का संग्रह प्रस्तुत करेंगे।
महाशिवरात्रि त्यौहार हिंदी में | Mahashivratri Festival in Hindi
महाशिवरात्रि (Maha Shivaratri) हिंदुओं (Hindus) का एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान शिव (Lord Shiva) और देवी पार्वती (Goddess Parvati) के प्रति समर्पित है। आपको बता दें कि यह हर वर्ष फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। महाशिवरात्रि को शिव-पार्वती विवाह का भी प्रतीक माना जाता है। इस दिन भक्त शिव-पार्वती की शादी का उत्सव भी मनाते हैं। महाशिवरात्रि का त्योहार भारत के सभी हिस्सों में मनाया जाता है। इस दिन मंदिरों को सजाया जाता है और भक्तों की भीड़ उमड़ती है। महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) का त्योहार आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व का त्योहार है। यह भक्तों को भगवान शिव के करीब जाने का अवसर प्रदान करता है।
महाशिवरात्रि गाना | maha shivratri songs
निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे में,
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में,
निराले दूल्हे में, मतवाले दूल्हे में,
सज रहे भोले बाबा, निराले दूल्हे में,
अरे देखो भोले बाबा की अजब है बात,
चले हैं संग ले कर के भूतों की बरात,
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में,
भेस निराला, जय हो,
पीए भंग का पायला, जय हो
सर जटा चढ़ाये, जय हो
तन भसम लगाए, जय हो
ओढ़ी मृगशाला, जय हो,
गले नाग की माला, जय हो
है शीश पे गंगा, जय हो
मस्तक पे चंदा, जय हो
तेरे डमरू साजे, जय हो
त्रिशूल विराजे, जय हो
भूतों की ले कर टोली चले हैं ससुराल
शिव भोले जी दिगंबर हो बैल पे सवार
सज रहे भोले बाबा निराले दूल्हे में
नित रहें अकेले,
शंकर अलबेले,
हैं गुरु जगत के
नहीं किसी के चेले
है भांग का जंगल
जंगल में मंगल
भूतों की पल्टन
आ गयी है बन थन
ले बांग का कठ्ठा
ले कर सिल वट्टा
सब घिस रहें है
हो हक्का बक्का
पी कर के प्याले
हो गए मतवाले
कोई नाचे गावे
कोई ढोल बजावे
कोई भौं बतावे
कोई मुंह पिचकावे
भोले भंडारी पहुंचे ससुरारी
सब देख के भागे
सब नर और नारी
कोई भागे अगाडी
कोई भागे पिछाड़ी
खुल गयी किसी की
धोती और साडी
कोई कूदे खम्बम
कोई बोले बम बम
कोई कद का छोटा
कोई एकदम मोटा
कोई तन का लम्बा
कोई ताड़ का खम्बा
कोई है इक टंगा
कोई एकदम काला
कोई दो सर वाला
‘शर्मा’ गुण गए
मन में हर्षाए
त्रिलोक के स्वामी
क्या रूप बनाए
भोले के साथी
हैं अजब बाराती
भूतों की ले कर टोली चले हैं ससुराल
शिव भोले जी दिगंबर हो बैल पे सवार
महाशिवरात्रि के गाने (songs of mahashivratri)
पार्वती ने शिव को पाया लिरिक्स
युगो युगो की कथिन तपस्या
आज रंग है लाई
पार्वती ने शिव को पाया
त्रिभुवन देत बधाई
त्रिभुवन देत बधाई
हुई न विचलित अपने प्राण से
शिव को मांगा अंतर मन से
अटली साधना के बल पर
वो मिली ही गई पने प्रियतम से
नीच सर्वेश भुला कर
शिव की बन ही गई परछाई
पार्वती ने शिव को पाया
त्रिभुवन देत बधाई
त्रिभुवन देत बधाई
देव ऋषि घन सब के मन में
जड़ चेतन में धरती गगन में
चाहूँ दिशि उस्तावा सा छया
कोमल ध्वनि त्रिभुवन में
हर हर महादेव हर हर महादेव
पूर्ण हुई सब की अभिलाषा
दिव्य परम निधि पाई
पार्वती ने शिव को पाया
त्रिभुवन देत बधाई
त्रिभुवन देत बधाई…
शिवरात्रि विशेष गाने youtube(shivratri special songs youtube)
भोले भोले भोले भोले…..
महादेवा…. शम्भो॥
सबना दा रखवाला ओ शिवजी,
डमरूवा वाला जी, डमरूवा वाला,
ऊपर कैलाश रेहंदा भोले नाथ जी॥
शम्भो……
धर्मिया जो तारदे शिवजी,
पापिया जो मारदा जी,
पापिया जो मारदा,
बड़ा ही दयाल मेरा भोले अमली॥
महादेवा तेरा डमरू डम डम,
डम डम बजतो जाए रे,
हो….. महादेवा….॥
ॐ नमः शिवाय शंभू, ॐ नमः शिवाय॥
ॐ नमः शिवाय शंभू, ॐ नमः शिवाय॥
सर से तेरे बहती गंगा,
काम मेरा हो जाता चंगा,
नाम तेरा जब लेता॥
महादेवा…. शंभो
मां पिया दे घरे ओ गोरा,
महला च रेहंदी जी,
महला च रेहंदी,
विच समसाना रहंदा भोलेनाथ जी॥
कालेया कुंडला वाला,
मेरा भोले बाबा,
किधर कैलाशा तेरा डेरा ओ जी॥
सर पे तेरे ओ गंगा मैया विराजे,
मुकुट पे चंदा मामा ओ जी॥
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय शंभू, ॐ नमः शिवाय॥
भंग जे पिन्दा ओ शिवजी,
धुनी रमांदा जी,
धुनी रमांदा,
बड़ा ही तपारी मेरा भोले अमली॥
मेरा भोला है भंडारी,
करता नंदी कि सवारी
भोले नाथ रे, ओ शंकर नाथ रे॥
मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी की सवारी,
शम्भुनाथ रे, शंकर नाथ रे॥
गौरा भांग रगड़ के बोली,
तेरे साथ है भूतो की टोली,
मेरे नाथ रे, शम्भु नाथ रें॥
ओ भोले बाबा जी,
दर तेरे मैं आया जी,
झोली खाली लाया जी,
खाली झोली भरदो जी॥
कालेया सर्पा वाला,
मेरा भोले बाबा,
शिखरे कैलाशा विच रहंदा ओ जी॥
भोले भोले भोले भोले…..
महादेवा…. शम्भो
ॐ नमः शिवाय शम्भो, ॐ नमः शिवाय॥
ॐ नमः शिवाय शम्भो, ॐ नमः शिवाय॥
मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी की सवारी,
शम्भुनाथ रे, शंकर नाथ रे॥
महाशिवरात्रि गाने लिरिक्स (mahashivratri songs lyrics)
शिव पार्वती हल्दी लिरिक्स | Shiv Parvati Haldi Lyrics
मन से मनौ रे
हल्दी लगाओ रे
लाडो की कंचन
काया को मिलाके
कुन्दन बनाओ रे ऊ
कुन्दन बनाओ रे
हल्दी लगाओ रे
बम बम बम भोले
बाबाम बाबाम बम बम भोले
बम बम बम भोले
बाबाम बाबाम बम बम भोले
भस्मे स्वराय विश्वेश्वराय
अर्ध चन्द्राय नमो नमः
आदि देवाय महा देवाय
विश्वगणदाय नमो नमः
भस्मे स्वराय विश्वेश्वराय
अर्ध चन्द्राय नमो नमः
आदि देवाय महा देवाय
विश्वगणदाय नमो नमः
बम बम बम भोले
बाबाम बाबाम बम बम भोले
बम बम बम भोले
बम बम बम भोले
बाबाम बाबाम बम बम भोले….
महाशिवरात्रि गाने लिरिस्क pdf (mahashivratri songs lyrics pdf)
महाशिवरात्रि से संबंधित इन सभी गानों की लिरिक्स को हम आपसे पीएफ के स्वरूप में सजा कर रहे हैं अगर आप चाहे तो इस पीडीएफ को डाउनलोड करके गाने के लिरिक्स को पढ़ सकते हैं।
हिंदी महाशिवरात्रि गाना | Hindi maha shivratri song
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे ।
मूरत ऐसी जिस के सर से,
निकले गंगा धरा ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।माँ री माँ वो डमरू वाला,
तन पे पहने मृग की छाला ।
रात मेरे सपनो में आया,
आ के मुझ को गले लगाया ।
गले लगा कर मुझ से बोला,
मैं हूँ तेरा रखवाला ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे ।
मूरत ऐसी जिस के सर से,
निकले गंगा धरा ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ वो मेरा स्वामी,
मैं उस के पट की अनुगामी ।
वो मेरा है तारण हारा,
उस से मेरा जग उजारा ।
है प्रभु मेरा अन्तर्यामी,
सब का है वो रखवाला ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे ।
मूरत ऐसी जिस के सर से,
निकले गंगा धरा ॥
शंकर मेरा प्यारा,
शंकर मेरा प्यारा ।
हैप्पी महाशिवरात्रि गीत हिंदी में | Happy Mahashivratri Geet Hindi
तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला लिरिक्स
मेरा बणकै बन्दडा आजा भोले ले जा डोली हो,
तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो,
तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो…….
हो ज्यागी बीरान घणी रंग पड़ ज्या काला रै,
हो ज्यागी बीरान घणी रंग पड़ ज्या काला रै,
तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै,
तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै……..
घणे दिन की सपने देखूं सूं,
ना करिये तू झोड़ा,
तेरा मेरा एंडी लागै,
भोले यो जोड़ा,
हाँ तेरा मेरा एंडी लागै,
भोले यो जोड़ा……
कती झोली करकै माँगू सूं,
मेरी भर दे झोली हो,
तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो,
तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो………
तू सोने की मैं पीली सै,
मेरे नाग रहवै गल में,
तेरी रह-रह माटी हो ज्यागी,
मेरी गेल्याँ जगल में,
तेरी रह-रह माटी हो ज्यागी,
मेरी गेल्याँ जगल में……
मैं भाँग रगड़ कै पीऊं रोज,
ना करता टाला ला रै,
तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै,
तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै…
मैं नखरे वखरे शिव शम्भू,
ना कदे दिखाऊँगी,
प्याऊँ घोट के भाँग,
मैं तेरी टहल बजाऊँगी,
प्याऊँ घोट घोट के भाँग,
मैं तेरी टहल बजाऊँगी…….
मैं बण के रहूँगी दासी मन्ने लेजा तौली हो,
तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो,
तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो…….
घणी हठीली पार्वती तू मार गयी बाजी,
मस्त मलंगा भोला यो तन्ने कर लिया राजी,
मस्त मलंगा भोला तन्ने कर लिया राजी…….
अजय हूडा बरके भक्तां का रहूँ सदा रूखाला रै,
तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै,
तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै…….
हिंदी महाशिवरात्रि गाना | Hindi Mahashivratri Song
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू लिरिक्स
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू…-2
आज सुनो शिव जी के द्वारे,
भीड़ मची है भारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
भूत प्रेत सब जुर मिल आये,
ढंग बड़े बेढंगा जू….-2
लूला लंगड़ा काना कुबड़ा,
कोऊ कोऊ नंग धडंगा जू,
कौनऊ दुबरौ कौनऊ पतरौ,
कौनऊ कौनऊ भारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
राख ओल बाघंबर पहने,
बहे जटा सें गंगा जू…-2
कंकन हाथ बांध बिछुअन के,
लिपटो गरे भुजंगा जू,
हाथी घोड़ा जूजो नैयां,
डूंड़ा करी सवारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
देख दशा भोले की बोले,
देवों सें जगदीश्वर जू….-2
अपनी टोली अलग बना लो,
अलग चलें नंदीश्वर जू,
संग निगें तौ पर पुर जाकैं,
कटहै नाक हमारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
सुन सुन बातें कमलापति की,
भोले मन मुस्कावें जू….-2
ऐसौ भलौ स्वभाव हरि,
के व्यंग वचन न जावैं जू,
भले दूर सें निगौ छवि न,
मन सें हटै तुम्हारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
बाजन लागे ढोल ढमाढम,
बजन लगो रमतूला जू….-2
देख देख सब हंसी उड़ावें,
भलौ बने है दूल्हा जू,
नाचन लागे भूत प्रेत,
भई चलवे की तैयारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
उतै हिमाचल जू नै अपनो,
ऐसो नगर संवारौ जू….-2
आज लगै ऐसै जैसै,
धरती पै स्वर्ग उतारो जू,
गली गली और नगर नगर की,
देखो शोभा न्यारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
पहुचन लगी बारात नगर में,
देखन खौं सब आये…-2
पैल देख देवों की टोली,
सब मन में हर्षाये जू,
जब देखी दूल्हा कि सूरत,
भगदड़ मच गई भारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
घर घर में सब खबर सुना रये,
ऐसी लड़का बाले जू….-2
बड़ो भयंकर दूल्हा देखो,
संग भूत मतवारे जू,
देखत जिंदा बचो समझलो,
ऊकी किस्मत भारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
मैना रानी बड़ी दुखी भई,
जियत उमा न ब्याहों जू….-2
लै बिटिया खों गिरौ कुंआ या,
खाय जहर मर जाहों जू,
तब आये नारद जी आकैं,
सबरी बात संवारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
मैना रानी बड़ी दुखी भई,
जियत उमा न ब्याहों जू….-2
लै बिटिया खों गिरौ कुंआ या,
खाय जहर मर जाहों जू,
तब आये नारद जी आकैं,
सबरी बात संवारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू॥
भओ शिव के संग ब्याह उमा कौ,
घर घर बजे बधाये जू….-2
मंगल गान अप्सरा गावें,
देव फू्ल बरसावै जू,
विदा भई शिव संग उमा की,
खुशी भये नर नारी जू,
दूल्हा बने त्रिपुरारि जू,
शिव भोला भंडारी जू……
महाशिवरात्रि गाने के बोल | Mahashivratri Song Lyrics
शिवजी बिहाने चले पालकी सजाई के लिरिक्स
महाँकाल शिव जी की बारात
ऐ शिव जी बिहाने, चले पालकी सजाई के,भभूति रमाई के, हो राम
संग संग बाराती चले, ढोलवा बजाई के, घोड़वा दौड़ाई के हो राम,
ऐ शिव जी बिहाने…..
हिमगिरि ने गौरा के ब्याह की लगन पत्रिका लिखवाई,
नारद जी के हाँथ वो चिट्ठी ब्रह्मा जी तक पहुचाई,
ब्रह्मा जी ने लगन पत्रिका सबको बाँच सुनाई थी,
शंकर की बारात चलेंगे सबने खुशी मनाई थी,
देवता करें तैयारी,अपनी अपनी असवारी,
लेके कैलाश चले,शंख बजाए के,खुशियां मनाए के हो राम…..
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
विष्णु और लक्ष्मी जी दोंनो गरुड़ के ऊपर चढ़ आए,
दाढ़ी वाले बूढ़े ब्रह्मा हंस सवारी ले आए,
बड़ी शान से इंदर आए ऐरावत लेके हाँथी,
भैंसे पर यमराज विराजे और यमदूत सभी साथी,
मस्ती में हरि गुण गाते,नारद जी खुशी मनाते,
शंकर के बने बराती,वीणा बजाई के,तारों को सजाई के हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
शंकर के गण हुए इक्कट्ठे बाबा को परणाम किया,
हार श्रृंगार बनाने वाला तब सारा सामान लिया,
राख मँगाकर शमशानों से उसकी लेप बनाई थी,
जय बम भोले कहके उनके तन पे भभूत चढाई थी,
बूढ़े में कुंडल वाला,बैठा था फणीयर काला,
मस्ती में झूम रहा, फणवा घुमाई के, जिह्वा हिलाई के हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
मस्तक पे थे त्रैलोचन और दूध का चंद्र विराज रहा,
डम डम डमरू बाजे और त्रिशूल हाँथ में साज रहा,
हे, भोले बाबा को पहनाई नर मुंडो की इक माला,
बाग़म्बर की खाल ओढाई और कंधे पर मृगछाला,
गंगा की धारा बहती, कलकल कल करके कहती,
बुरी नजर से इन्हें, रखना बचाई के,मुखड़ा छुपाई के हो राम…..
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
नंदी गण से कह बाबा ने अपने सब गण बुलवाए,
शंकर की बारात चढ़ेंगे खुशी मनाके सब आए,
यक्षों और पिशाचों के संग भूत परेतों के टोले,
नाचे कूदे शोर मचावे जय भोले बम बम भोले,
कोई पतला कोई मोटा,कोई लंबा कोई छोटा,
काले और नीले पीले, टोलियां बनाई के ,सजके सजाई के हो राम…
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
किसी की आँखे तीन तीन और किसी के माथे एक लगी,
एक टांग पे चले कोई और किसी के टांग अनेक लगी,
मुँह किसी का लगा पेट में और किसी का छाती में,
कोई ऊँचा आसमान सा कोई रेंगता धरती में,
लंबा चौड़ा मुँह खोले,बोली भयंकर बोले,
धरती गगन भर डाला बभूति उड़ाई के धूम मचाई के हो राम…
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
गरुड़ के ऊपर विष्णु निकले ब्रह्मा हंस को साथ चले,
ऐरावत पर इंदर बैठे भैंसे पर यमराज चले,
बाकी देवता भी ले चल रहें अपनी अपनी असवारी,
भोले शंकर ने देखा हो गई बारात की तैयारी,
नंदी पर आप विराजे,डमरू त्रिशूल को साजे,
खुशियों में नंदी नाचे,सिंगवा हिलाइके, पूँछवा घुमाइके हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
आगे आगे शंकर बाबा पीछे भूत परेत चले,
ब्रह्मा विष्णु धर्मराज और इंदर गरुड़ समेत चले,
ढोल नगाड़े शंख बजे और बाज रही थी शहनाई,
चलते चलते शंकर की बारात नगर के पास आई,
सुंदर स्थान निहारा,शिवजी ने किया इशारा,
देवता नाचन लागे, झंडे उठाइके, बाजे बजाइके हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
हिमगिर ने जब शोर सुना पंचायत आपनी बुलवाई,
मिलजुल कर सब करे स्वागत गौरा की बारात आई,
चले उधर पंचायत वाले स्वागत गीत सुनाते थे,
उनसे भी आगे कुछ बच्चे भागे दौड़े जाते थे,
दूल्हे के देखे नैना, भूतों प्रेतों की सेना,
बालक तो घर को भागे, होश भुलाइके, सांस फुलाईके हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
मात पिता सों बालक बोले ये कैसी बारात आई,
लगता है के नर्क छोड़ यमदूतों की जामात आई,
जो इस ब्याह को देखेगा वो बड़ा भाग्यशाली होगा,
पर हम कहते हैं कि सारा नगर आज खाली होगा,
माता पिता समझावे,बच्चों को पास बुलावें,
डर को छोड़ो तुम खेलो खुशियाँ मनाई के,राघवेंद्र गाई के हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
इतने में गौरा की सखियाँ सोने की थाली लाई,
महादेव शंकर दूल्हे की आरती करने को आई,
उन सबने नारद से पूछा दूल्हा कौन है बतलाओ,
बैठा है जिस जगह वही पे हम सबको भी पहुँचाओ,
नारद की निकले हाँसी, बोले तब खाँस के खाँसी,
संग गणों को भेजा रास्ता दिखाइके,जरा मुस्कुराइके हो राम…
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
सखियों ने देखा बारात ये नही परेतों की टोली,
भांत भाँत के रूप बनावे तरह तरह बोले बोली,
कोई तो पीवे सूखा गाँजा कई घोटते भाँग रहे,
छीना झपटी करते हैं कई इक दूजे से माँग रहे,
मस्ती में झूम रहे हैं,नशे में घूम रहे हैं,
भाँग को लागे रगड़ा सोटवा घुमाइके,घोटवा लगाइके हो राम…
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
सखियों ने दूल्हे को देखा लंबी दाढ़ी वाला है,
हाँथ में जिसके खप्पर डमरू गले सांप की माला है,
जटाजूट बांधे और तन पे जिसने राख चढ़ाई है,
बाग़म्बर की खाल ओढ़ने ते मृगछाल बिछाई है,
सखियाँ जब करे इशारे,नंदी जी खड़े निहारे,
सखियों के पीछे पड़ गए पूछनी घुमाइके,सिंगवा हिलाइके हो राम…
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
जनवासे से बाहर निकली सब सखियाँ घबराई थी,
गौरा तेरी किस्मत फूटी उसे बताने आई थी,
पार्वती से आकर बोली तेरा दूल्हा देख लिया,
तेरे पिता ने बस यूं समझो तुझे नर्क में भेज दिया,
है वो शमशान का वासी, है कोई जोगी सन्यासी,
मस्ती में डूबा रहे भाँग चढ़ाई के, धतूरा चबाई के हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
पार्वती ने उत्तर ऐसे दिया सभी की बोली का,
मेरा और शंकर का रिश्ता है दामन और चोली का,
जनम जनम की लगन यही है माँ अपनी से कह दूंगी,
व्याह होगा तो शंकर से अन्यथा कंवारी रह लुंगी,
गौरा की सुनकर वाणी,खुश हो गई सखी सयानी,
चलने लगी दोनो की जय जय बुलाई के,गीत गुनगुनाइके हो राम…
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
उधर गणों ने मिलकर के शिव बाबा को तैयार किया,
इधर गौरी की साखियों ने था गौरा का श्रृंगार किया,
महलों के प्रांगण में वेदी सुंदर एक बनाई थी,
मंडप जब तैयार हुआ तो फिर बारात बुलवाई थी,
देवता बाजे बजावे,शंकर डमरू खड़कावे,
भूतों की सेना चली, नाच दिखाई के, धूम मचाई के हो राम…
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
गलियों और बारातों में थी सचमुच भीड़ लगी भारी,
अपने अपने घर के आगे खड़ी हो हो देखे नारी,
ब्रह्मा विष्णु इंद्र आदि को देख सभी हरषाई थी,
पर शंकर को देख नारियाँ घर की भीतर भागी थी,
धक धक दिल धड़कन लागे,अंग सब फड़कन लागे,
नन्हे नन्हे बच्चों को,गोद मे उठाइके,गले से लगाइके हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
गौरा की माँ ने हिमगिर को अपने पास बुलाया था,
साखियों ने जो हाल कहा था सब उनको समझाया था,
बोली मैं अपनी बेटी को तबाह नही होने दूंगी,
कुँए में गिरके मार जाउंगी ब्याह नही होने दूंगी,
इतने में हरि गुण गाते,नारद जी वीण बजाते,
पिछले जनम की कथा, बोले समझाई के,सबको सुनाई के हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
मण्डप में जब पहुँचे शंकर आसन देके बिठलाया,
पहले उनकी पूजा करी फिर पार्वती को बुलवाया,
बड़े प्रेम से हिमगिर ने गिरजा का कन्यादान किया,
शंकर सहित बराती जितने सबका ही सम्मान किया,
शंकर और पार्वती की, सुंदर सी जोड़ी देखी,
देवता खुश हुए, फूल बरसाइके, जय जय बुलाई के हो राम….
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
गले लगाकर बेटी को हिमगिर मैना ने विदा किया,
पार्वती को शंकर ने नंदी की पीठ पर बिठा लिया,
सोमनाथ की इस गाथा को सुने वा इसका गान करें,
संकट सारे मिट जाए शिव जी उनका कल्याण करें,
लेकर के पार्वती को, शंकर कैलाशपति को,
नंदी मस्ती में भागे, सिंगवा हिलाइके, पूँछवा घुमाइके हो राम…
ए भैया शिव जी बिहाने चले….
mahashivratri song download
महाशिवरात्रि के त्योहार से संबंधित यह सभी विशेष गीत और गाने अगर आप चाहे तो सरलता पूर्वक डाउनलोड भी कर सकते हैं।
Summary
महाशिवरात्रि के प्रमुख गीत भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण व्यक्त करते हैं। ये गीत भगवान शिव के विभिन्न रूपों और गुणों का वर्णन करते हैं और उनकी आराधना के लिए प्रेरित करते हैं। महाशिवरात्रि के दिन इन गीतों को गाना और सुनना भक्तों के लिए एक विशेष अनुभव होता है। महाशिवरात्रि के त्योहार से संबंधित यह लेख अगर आपको पसंद आया हो तो इसे अपने मित्र गणों के साथ अवश्य साझा करें साथ ही हमारे अन्य आर्टिकल्स को भी जरूर पढ़ें।
FAQ’s
Q. महाशिवरात्रि के दिन क्या किया जाता है?
Ans. महाशिवरात्रि के दिन भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं, व्रत रखते हैं, जागरण करते हैं और शिव मंदिर में दर्शन करते हैं।
Q. महाशिवरात्रि कब मनाई जाती है?
Ans. महाशिवरात्रि हर साल फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है।
Q. महाशिवरात्रि का अभिषेक कैसे किया जाता है?
Ans. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का पंचामृत, दूध, दही, घी, शहद, जल आदि से अभिषेक किया जाता है।
Q. महाशिवरात्रि का जागरण क्यों किया जाता है?
Ans. महाशिवरात्रि के दिन रातभर जागरण करके भगवान शिव की भक्ति की जाती है।
Q. महाशिवरात्रि का महत्व क्या है?
Ans. महाशिवरात्रि भगवान शिव के प्रति समर्पण और भक्ति का त्योहार है।
Q. महाशिवरात्रि के दिन क्या किया जाता है?
Ans. महाशिवरात्रि के दिन लोग व्रत रखते हैं, भगवान शिव का अभिषेक करते हैं, ‘ऊँ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हैं और रातभर जागरण करते हैं।