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राधा अष्टमी व्रत में क्या खाना चाहिए क्या नहीं?(Radha Ashtami Vrat Mai kya khana Chahiye kya Nhi) जानिए इस लेख में।

Radha Ashtami Vrat mai kya khana chahiye kya nhi
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राधा अष्टमी व्रत में क्या खाना चाहिए क्या नहीं (Radha Ashtami Vrat Mai kya khana Chahiye kya Nhi): राधा अष्टमी का पवित्र त्योहार हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भक्तगण श्री राधा और कृष्ण की पूजा-अर्चना करते हैं और उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। राधा अष्टमी व्रत का विशेष महत्व है और इस व्रत को करने से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राधा अष्टमी व्रत (Radha Ashtami Vrat) के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए? इस लेख में हम आपको इस विषय पर विस्तार से जानकारी देंगे। राधा अष्टमी का व्रत करते समय भोजन का विशेष ध्यान रखना चाहिए। कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें इस दिन अवश्य खाना चाहिए और कुछ ऐसे भी हैं जिनसे परहेज करना चाहिए। राधा अष्टमी व्रत के दौरान सात्विक भोजन लेना चाहिए। इससे मन में पवित्रता और शांति का भाव आता है। यह व्रत राधा जी को समर्पित होता है, इसलिए इस दिन उनकी पसंदीदा चीजें खाने का विशेष महत्व है। वहीं कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिनका सेवन इस दिन नहीं करना चाहिए।

तो चलिए जानते हैं कि राधा अष्टमी व्रत (Radha Ashtami Vrat) के दौरान क्या खाएं और क्या न खाएं। इस लेख को पढ़कर आप इस विषय पर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और व्रत के दौरान सही खाद्य पदार्थों का चयन कर पाएंगे। आइए शुरू करते हैं…

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Table Of Content :-Radha Ashtami Vrat Mai kya khana Chahiye kya Nhi

S.NOप्रश्न
1राधा अष्टमी व्रत क्या है?
2राधा अष्टमी व्रत के दौरान क्या खाना चाहिए?
3राधा अष्टमी व्रत के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए?

राधा अष्टमी व्रत क्या है? (Radha Ashtami Vrat kya Hai)

राधा अष्टमी व्रत (Radha Ashtami Vrat) श्रीकृष्ण (Lord Krishna) की अर्धांगिनी राधा रानी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह व्रत भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को पड़ता है। इस दिन भक्तगण राधा रानी का पूजन करके उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं। राधा रानी को भगवान कृष्ण (Lord Krishna) की प्रेम स्वरूपा माना जाता है, और उनके व्रत को करने से भक्तों को प्रेम, सौहार्द, और वैवाहिक जीवन में सुख की प्राप्ति होती है। इस दिन व्रतधारी उपवास रखते हैं और रात्री जागरण कर राधा रानी के भजन-कीर्तन करते हैं। इस वर्ष 2024 में राधा अष्टमी व्रत 11 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन विशेष पूजा, व्रत, और कथा का आयोजन करके राधा रानी का स्मरण किया जाता है, और उनसे सुख-शांति और समृद्धि की प्रार्थना की जाती है।

राधा अष्टमी व्रत के दौरान क्या खाना चाहिए? (Radha Ashtami Vrat ke Dauran kya khana Chahiye)

राधा अष्टमी (Radha Ashtami) के शुभ अवसर पर व्रत रखने वाले भक्तों को फलाहार का सेवन करना चाहिए। यहाँ आठ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें आप इस दिन खा सकते हैं:

  • फल: सेब, केला, अंगूर, नाशपाती, अनार जैसे ताज़े और मीठे फल खाएं। ये पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और ऊर्जा प्रदान करते हैं।
  • सूखे मेवे: बादाम, अखरोट, काजू, किशमिश जैसे मेवे खाएं। ये प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं।
  • दूध और दही: कच्चा या उबला हुआ दूध पी सकते हैं। मीठा दही भी खा सकते हैं। ये कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं।
  • आलू: उबले या भुने हुए आलू खाएं। ये भरपेट महसूस कराते हैं और ऊर्जा देते हैं। नमक और मसाले डालकर स्वाद बढ़ा सकते हैं।
  • साबुदाना: खीर या वड़ा बनाकर खाएं। ये हलका और पौष्टिक आहार होता है।
  • फलों के जूस: ताज़े फलों के रस निकालकर पी सकते हैं। संतरे, अनन्नास, अंगूर आदि के जूस बनाएं।
  • नारियल पानी: प्राकृतिक और शुद्ध नारियल पानी आपको ठंडक और ऊर्जा देगा। इसके गुण भी फायदेमंद होते हैं।

ये आठ फलाहारी खाद्य पदार्थ आपको राधा अष्टमी व्रत के दौरान पर्याप्त पोषण और ऊर्जा देंगे। भक्ति भाव से व्रत का पालन करें और प्रसाद ग्रहण करें।

राधा अष्टमी व्रत के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए? (Radha Ashtami Vrat ke Dauran kya Nahi khana Chahiye)

राधा अष्टमी व्रत (Radha Ashtami Vrat) के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में जिनका सेवन इस दिन वर्जित माना जाता है:

  • लहसुन और प्याज: राधा अष्टमी के दिन लहसुन और प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। इन्हें तामसिक खाद्य माना जाता है जो मन को अशांत कर सकते हैं। श्रद्धा और भक्ति के साथ व्रत करने के लिए इनसे दूर रहना उचित होगा।[^8]
  • मांस और अंडे: राधा अष्टमी के दिन शाकाहारी भोजन करना चाहिए। मांस, मछली, अंडे आदि का सेवन इस दिन वर्जित है। ये सात्विक भोजन नहीं माने जाते।[^8]
  • मसाले: तीखे और तले-भुने मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन भी इस दिन नहीं करना चाहिए। ये पाचन तंत्र पर बुरा असर डाल सकते हैं और मन को भटका सकते हैं।
  • नमक: कुछ लोग राधा अष्टमी व्रत के दौरान नमक का सेवन नहीं करते। हालांकि सेंधा नमक का प्रयोग किया जा सकता है।[^8]
  • कड़वे खाद्य पदार्थ: करेला, नीम आदि कड़वे स्वाद वाले खाद्य पदार्थों का सेवन भी इस दिन नहीं करना चाहिए। ये रस का संतुलन बिगाड़ सकते हैं।
  • अंकुरित अनाज: कुछ लोगों की मान्यता है कि राधा अष्टमी के दिन अंकुरित अनाज जैसे जौ, गेहूं आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • बासी भोजन: इस पवित्र दिन पर ताजा और सात्विक भोजन करना चाहिए। बासी और जूठा खाना खाने से बचना चाहिए।
  • कैफीन युक्त पेय: चाय, कॉफी जैसे कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन भी इस दिन नहीं करना चाहिए। ये मन को अशांत कर सकते हैं।

Conclusion :-Radha Ashtami Vrat Mai kya khana Chahiye kya Nhi

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा लिखा गया (राधा अष्टमी व्रत में क्या खाना चाहिए क्या नहीं) यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपके मन में किसी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, हम जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे। बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद

FAQ’s

Q.राधा अष्टमी व्रत के दौरान कौन से खाद्य पदार्थ ग्रहण किए जा सकते हैं?

Ans. राधा अष्टमी व्रत में फल, दूध, दही, सिंघाड़ा, साबूदाना, और कुट्टू का आटा खा सकते हैं। इन सामग्रियों से बने व्रत-विशेष व्यंजन जैसे फलाहार, साबूदाना खिचड़ी, और कुट्टू के आटे की पूरी का सेवन किया जा सकता है।

Q. राधा अष्टमी व्रत का समापन कब करना चाहिए?

Ans. राधा अष्टमी व्रत का समापन अष्टमी तिथि के समाप्त होने और सूर्योदय के बाद किया जाता है।

Q. राधा अष्टमी व्रत 2024 में कब मनाया जाएगा?

Ans. 2024 में राधा अष्टमी व्रत 11 सितंबर को मनाया जाएगा।

Q.राधा अष्टमी व्रत में किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए?

Ans. इस व्रत में अनाज, नमक, तामसिक भोजन (जैसे प्याज, लहसुन), और मसालेदार भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है।

Q.क्या व्रत के दौरान ताजे फलों का सेवन किया जा सकता है?

Ans. हाँ, राधा अष्टमी व्रत में ताजे फलों का सेवन करना लाभकारी है। फल न केवल शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं, बल्कि व्रत के धार्मिक महत्व को भी बनाए रखते हैं।

Q.राधा अष्टमी व्रत किसके लिए महत्वपूर्ण है?

Ans. यह व्रत भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है, जो राधा रानी का पूजन करके प्रेम, सौहार्द, और वैवाहिक सुख की प्राप्ति की कामना करते हैं।