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Ganesh ji ke Sundar-Sundar Bhajan: सुनिए भगवान गणेश जी के भजन सुंदर-सुंदर और खो जाइए उनकी भक्ति में।

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गणेश जी के भजन सुंदर-सुंदर (Ganesh ji ke Sundar-Sundar Bhajan): गणपति बप्पा मोरया! प्यारे भक्तों, क्या आप भी गणेश जी के दिव्य भजनों की मधुर धुनों में खो जाना चाहते हैं? क्या आप भी उनकी कृपा और आशीर्वाद पाना चाहते हैं? तो आपके लिए यह लेख एक अनमोल तोहफा साबित होगा! यहाँ हम आपको गणेश जी के कुछ ऐसे मनमोहक भजन सुनाएंगे, जो आपके दिल को छू लेंगे। ये भजन न सिर्फ आपके कानों को सुकून देंगे, बल्कि आपके मन को भी शांति और आनंद से भर देंगे। इन भजनों में छिपा है गणेश जी (Lord Ganesh) के प्रति अटूट श्रद्धा और भक्ति का जादू। चाहे आप सुबह की शुरुआत करने जा रहे हों, या फिर दिन भर की थकान मिटाने, इन भजनों को सुनकर आप अपने आप को ऊर्जावान और प्रफुल्लित महसूस करेंगे। गणेश जी की मूर्ति के सामने बैठकर इन्हें सुनना तो और भी दिव्य अनुभव होगा।

तो आइए, इस लेख के जरिए हम निकलते हैं भगवान गणेश (Lord Ganesh) के भक्ति भजनों की ओर। आपका दिल जीत लेंगे ये भजन अपनी मधुरता से, और गणेश जी आपको अवश्य अपना आशीर्वाद देंगे। पूरा लेख पढ़ने के बाद आप भी भगवान गणेश (Lord Ganesh) जी के इन सुंदर-सुंदर भजनों को गुनगुनाने लगेंगे। तो इस लेख में अंत तक बने रहिए… 

Table Of Content :-Ganesh ji ke Sundar-Sundar Bhajan

S.NOप्रश्न
1गणेश जी के भजन
2गणेश जी के सुंदर भजन
3गणेश जी भजन लिरिक्स
4गणेश भजन लिरिक्स हिंदी में

गणेश जी के भजन (Ganesh ji ke Bhajan)

  • घर में पधारो गजाननजी, मेरे घर में पधारो

घर में पधारो गजाननजी, मेरे घर में पधारो
रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा, मेरे घर में पधारो ।

राम जी आना, लक्ष्मण जी आना
संग में लाना सीता मैया, मेरे घर में पधारो ॥

ब्रम्हा जी आना, विष्णु जी आना
भोले शशंकर जी को ले आना, मेरे घर में पधारो ॥

लक्ष्मी जी आना, गौरी जी आना
सरस्वती मैया को ले आना, मेरे घर में पधारो ॥

विघन को हारना, मंगल करना,
कारज शुभ कर जाना, मेरे घर में पधारो ॥

घर में पधारो गजाननजी, मेरे घर में पधारो
रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा, मेरे घर में पधारो ।

  • गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश भजन लिरिक्स

गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।
नाचे गणेश बाबा नाचे गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।
हरे हरे पीपल द्वार विराजे।
हरे हरे पीपल द्वार विराजे।
लाल ध्वजा फहराये गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।

हरे हरे गोबर से अंगना लिपाये।
हरे हरे गोबर से अंगना लिपाये।
मोतियन चौक पुराये गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।

शिवालय का लोटा शिवालय का पानी।
शिवालय का लोटा शिवालय का पानी।
भर भर निर नहाए गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।

अक्षत चंदन बेल और पाती।
अक्षत चंदन बेल और पाती।
केसर चंदन लगाएं गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।

कंचन थाल कपूर और बाती।
कंचन थाल कपूर और बाती।
जगमग जोत जलाये गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।

पान सुपारी मोदक लड्डू।
पान सुपारी मोदक लड्डू।
रुचि रुचि भोग लगाए गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।

हरि जी का जप तप प्रभु जी का सुमिरन।
हरि जी का जप तप प्रभु जी का सुमिरन।
मैया का ध्यान लगाए गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।
गोरा मैया के मंदिर में नाचे गणेश।

गणेश जी के सुंदर भजन (Ganesh ji ke Sundar Bhajan)

  • सारे जगत में सबसे, प्रथमें तुम्हें मनाते हैं

श्लोक – सुनते हो तुम सब की विनती, जो भी तुम्हे ध्याता है,
सब से पहले मनाये तुमको, तो सब मंगल हो जाता है

बप्पा हो बप्पा – गणपति बप्पा,
बप्पा हो बप्पा – गणपति बप्पा,
तेरी जय जयकार लगाते हैं – जय जय गणराज,
सारे जगत में सबसे, प्रथमें तुम्हें मनाते हैं…

तेरे मूषक सवारी – गणपति बप्पा,
लगे अति प्यारी – गणपति बप्पा,
तेरी सूरत है न्यारी – गणपति बप्पा,
मैंने दिल में उतारी – गणपति बप्पा,
मन के मंदिर में तुझको बिठाते हैं – जय जय गणराज,
सारे जगत में सबसे, प्रथमें तुम्हें मनाते हैं…

तू विघ्न को हरता – गणपति बप्पा,
तू मंगल करता – गणपति बप्पा,
तू गजमुख दाता – गणपति बप्पा,
तू है भाग्य विधाता – गणपति बप्पा,
तुझे लड्डवन का भोग लगाते हैं – जय-जय गणराज,
सारे जगत में सबसे, प्रथमें तुम्हें मनाते हैं…

तुम हो शिव के दुलारे – गणपति बप्पा,
गौरा मय्या के प्यारे – गणपति बप्पा,
गिरधारी ने जाना – गणपति बप्पा,
जिसने तुमको है माना – गणपति बप्पा,
तो दुख उसके मिट जाते हैं – जय जय गणराज,
सारे जगत में सबसे, प्रथमें तुम्हें मनाते हैं…

  • लिख देना ओ गणपति भाग्य हमारा भी भजन

लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी,
जैसे सबको दिया सहारा देना,
साथ हमारा भी,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी ।

एक तो लिखना मात पिताजी,
एक तो लिखना मात पिताजी,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
प्यारा सा भैया जी,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी ।

एक तो लिखना सास ससुरजी,
एक तो लिखना सास ससुरजी,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
प्यारा सजनवा जी,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी ।

एक तो लिखना बेटा और बेटी,
एक तो लिखना बेटा और बेटी,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
बेटे को नौकरिया भी,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी ।

चाहे जितनी लिखना उमरिया,
चाहे जितनी लिखना उमरिया,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
जाऊँ सुहागन ही,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी ।

दूर रहूं मैं पाप दोष से,
दूर रहूं मैं पाप दोष से,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
ऐसी बुद्धि भी,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी ।

लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी,
जैसे सबको दिया सहारा देना,
साथ हमारा भी,
लिख देना लिख देना ओ गणपति,
भाग्य हमारा भी ।

गणेश जी भजन लिरिक्स (Ganesh ji Bhajan lyrics)

  • हे जगवंदन गौरी नन्दन,

हे जगवंदन गौरी नन्दन,
नाथ गजानन आ जाओ,
शिव शंकर के राज दुलारे,
आके दर्श दिखा जाओ,
हे जगवँदन गौरी नंदन,
नाथ गजानन आ जाओ ॥
रिद्धि सिद्धि के स्वामी हो तुम,
शुभ और लाभ के दाता हो,
एक दन्त हो दयावंत हो,
तुम ब्रह्मांड के ज्ञाता हो,
विघ्न विनाशक नाम तुम्हारा,
मेरे विघ्न मिटा जाओ,
हे जगवँदन गौरी नंदन,
नाथ गजानन आ जाओ ॥

सब देवों में सबसे पहले,
होती तेरी ही पूजा,
तीनो लोकों में हे स्वामी,
कोई नही तुमसा दूजा,
मूषक की करके असवारी,
लड्डुअन भोग लगा जाओ,
हे जगवँदन गौरी नंदन,
नाथ गजानन आ जाओ ॥

हम सेवक नादान तुम्हारे,
भजन भाव कुछ ना जाने,
इस संसार में सबसे ज्यादा,
देवा बस तुमको माने,
‘त्यागी’ की ये विनती सुनलो,
कारज सफल बना जाओ,
हे जगवँदन गौरी नंदन,
नाथ गजानन आ जाओ ॥

हे जगवंदन गौरी नन्दन,
नाथ गजानन आ जाओ,
शिव शंकर के राज दुलारे,
आके दर्श दिखा जाओ,
हे जगवँदन गौरी नंदन,
नाथ गजानन आ जाओ ॥

  • गौरी माता के सूत शंकर जी के लाल भजन लिरिक्स

गौरी माता के सूत शंकर जी के लाल,
विनायक जी मेरी अरज सुनो,
बैठा भागवत महा पूराण,
विनायक जी मेरी अरज सुनो,
गौरी माता के सुत शंकर जी के लाल,
विनायक जी मेरी अरज सुनो।।

सब देवन मे आप बड़े हो,
तुमको प्रथम मनावे,
घर मे गणपति सदा बिराजे,
कारज शुभ करावे,
संग रिद्धि सिद्धि,
संग रिद्धि सिद्धि आओ आज,
विनायक मेरी अरज सुनो,
गौरी सुत शंकर लाल,
विनायक मेरी अरज सुनो।।

मेवा फल मोदक और लड्डू,
जिनको भोग लगवे,
सखी सहेली मिल करके
सब मंगल आरती गावे,
देव मिलकर,
देव मिलकर चवर दुलावे,
विनायक मेरी अरज सुनो,
गौरी सुत शंकर लाल,
विनायक मेरी अरज सुनो।।

ब्रह्मा विष्णु शंकर भी है,
जिनके गुण को गाते,
महिमा का वर्णन तो,
देवी देव मुनि ना पाते,
सब मिलकर,
सब मिलकर शीश झुकावे
विनायक मेरी अरज सुनो,
गौरी सुत शंकर लाल,
विनायक मेरी अरज सुनो।।

गौरी सूत शंकर लाल,
विनायक मेरी अरज सुनो,
बैठा भागवत महा पूराण,
विनायक मेरी अरज सुनो,
गौरी सूत शंकर लाल,
विनायक मेरी अरज सुनो।।

गणेश भजन लिरिक्स हिंदी में (Ganesh Bhajan lyrics In Hindi)

  • गजानंद तुम्हारे चरणों में

गजानंद तुम्हारे चरणों में, एक प्रेम पुजारी आया है,
एक प्रेम पुजारी आया है, तेरे द्वार भिखारी आया है…

मेरे हाथो में फूलो की माला है, ये तुझे पहनाने आया हु,
गजानंद तुम्हारे चरणो में, एक प्रेम पुजारी आया है…

मेरे हाथो में जल का लौटा है, ये तुम्हे नहलाने आया हु,
गजानंद तुम्हारे चरणो में, एक प्रेम पुजारी आया है…

मेरे हाथ में चंदन की प्याली है, ये तिलक लगाने आया हु,
गजानंद तुम्हारे चरणो में, एक प्रेम पुजारी आया है…

मेरे हाथ में मोदक मिश्री है, ये भोग लगाने आया हु,
गजानंद तुम्हारे चरणो में, एक प्रेम पुजारी आया है…

मेरे हाथ में तेरी माला है, तेरा नाम जपन को आया हु,
गजानंद तुम्हारे चरणो में, एक प्रेम पुजारी आया है…

एक प्रेम पुजारी आया है, तेरे द्वार भिखारी आया है,
गजानंद तुम्हारे चरणो में, एक प्रेम पुजारी आया है…

  • श्री गणपति महाराज मंगल बरसाओ भजन लिरिक्स

श्री गणपति महाराज,
मंगल बरसाओ,
शिव जी के प्यारे,
मैया गौरा के दुलारे,
देवों के सरताज,
मंगल बरसाओ,
श्रीं गणपति महाराज,
मंगल बरसाओ।।

प्रथम गजानंद तुमको मनाऊँ,
विनती करूँ कर जोड़ के बुलाऊँ,
सफल करो सब काज,
मंगल बरसाओ,
श्रीं गणपति महाराज,
मंगल बरसाओ।।

रिद्धि और सिद्धि दोनों साथ में लाना,
शुभ और लाभ को भूल ना जाना,
मूषक पर चढ़ आज,
मंगल बरसाओ,
श्रीं गणपति महाराज,
मंगल बरसाओ।।

पुष्पों के हार देवा तुम्हे पहनाऊं,
लाडू और मोदक से भोग लगाऊं,
धुप दिप धरूँ साज,
मंगल बरसाओ,
श्रीं गणपति महाराज,
मंगल बरसाओ।।

भक्त तुम्हारे मिल महिमा गाते,
मधुर मधुर देवा भजन सुनाते,
ढोल मृदंग रहे बाज,
मंगल बरसाओ,
श्रीं गणपति महाराज,
मंगल बरसाओ।।बरसाओ।।

‘अमर’ तुम्हारे है चरणों का चाकर,
दरश प्रभु दिखला दो आकर,
रख लो हमारी लाज,
मंगल बरसाओ,
श्रीं गणपति महाराज,
मंगल बरसाओ।।

श्री गणपति महाराज,
मंगल बरसाओ,
शिव जी के प्यारे,
मैया गौरा के दुलारे,
देवों के सरताज,
मंगल बरसाओ,
श्रीं गणपति महाराज,

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Conclusion:-Ganesh ji ke Sundar-Sundar Bhajan

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा लिखा गया (गणेश जी के सुंदर-सुंदर भजन) यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपके मन में किसी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, हम जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे। बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद

FAQ’s

Q1. भगवान गणेश का जन्म कब हुआ था?

Ans. भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को हुआ था, जिसे गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है।

Q2. भगवान गणेश को कौन सी मिठाई सबसे प्रिय है?

Ans. भगवान गणेश को मोदक सबसे प्रिय है, इसलिए उन्हें मोदक का भोग लगाया जाता है।

Q3. गणेश जी का वाहन कौन सा है?

Ans. गणेश जी का वाहन मूषक (चूहा) है, जो उनकी सूक्ष्म दृष्टि और बुद्धिमत्ता का प्रतीक है।

Q4. गणेश जी के चार हाथों में क्या होता है?

Ans. गणेश जी के चार हाथों में पाश, अंकुश, मोदक और वरदमुद्रा होती है, जो उनकी शक्ति और कृपा को दर्शाते हैं।

Q5. गणेश जी को ‘विघ्नहर्ता’ क्यों कहा जाता है?

Ans. गणेश जी को ‘विघ्नहर्ता’ कहा जाता है क्योंकि वे सभी प्रकार की बाधाओं और विघ्नों को दूर करते हैं।

Q6. गणेश जी का एक नाम ‘लंबोदर’ क्यों है?

Ans. गणेश जी का पेट बड़ा होने के कारण उन्हें ‘लंबोदर’ कहा जाता है, जो उनकी सभी चीजों को सहन करने की क्षमता को दर्शाता है।