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Panchak Calendar 2025 List: पंचक कैलेंडर जनवरी 2025 से दिसंबर 2025 तक में कब-कब लगेगा पंचक ? यहां जानें,

Panchak Calendar 2025 List
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पंचक कैलेंडर 2025 । Panchak Calendar 2025:- पंचक कैलेंडर एक ऐसा पंचांग होता है, जिसमें विशेष रूप से पंचक के समय का विवरण दिया जाता है। पंचक वह समय होता है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में होता है। पंचक का समय ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण और अशुभ माना जाता है, खासकर शुभ कार्यों जैसे विवाह, गृह प्रवेश, यात्रा, और नए कार्यों की शुरुआत के लिए।पंचक का समय आमतौर पर हर महीने में एक से दो बार होता है, और इसे विशेष तौर पर अशुभ समय माना जाता है, जब किसी भी प्रकार के शुभ कार्य से बचने की सलाह दी जाती है। पंचक कैलेंडर का पालन करके, लोग अपने कार्यों की योजना सही समय पर बना सकते हैं और अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों से बच सकते हैं।

पंचक कैलेंडर में हर वर्ष के पंचक की तिथियों और समय का उल्लेख किया जाता है, ताकि लोग यह जान सकें कि पंचक कब शुरू होगा और कब समाप्त होगा। इसके अलावा, पंचक कैलेंडर में यह भी बताया जाता है कि किस दिन कौन सा प्रकार का पंचक हो रहा है, जैसे रोग पंचक, राज्य पंचक, अग्नि पंचक, मृत्यु पंचक, और चोर पंचक, ताकि लोग उन दिनों में विशेष सावधानी बरत सकें। आज के हमारे इस लेख में हम आपको डिटेल में पंचक कैंलेंडर उपलब्ध करा रहे है,जिसमें साल 2025 में हर महीने में पढ़ने वाले पंचक के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई हैं। 

Panchak List 2025

तारीखदिनपंचक शुरू समयपंचक समाप्त समय
3 जनवरी 2025शुक्रवार10:47 AM7 जनवरी 2025, मंगलवार, 5:50 PM
30 जनवरी 2025बृहस्पतिवार6:35 PM3 फरवरी 2025, सोमवार, 11:16 PM
27 फरवरी 2025बृहस्पतिवार4:37 AM3 मार्च 2025, सोमवार, 6:39 AM
26 मार्च 2025बुधवार3:14 PM30 मार्च 2025, रविवार, 4:35 PM
23 अप्रैल 2025बुधवार12:31 AM27 अप्रैल 2025, रविवार, 3:39 AM
20 मई 2025मंगलवार7:35 AM24 मई 2025, शनिवार, 1:48 PM
16 जून 2025सोमवार1:10 PM20 जून 2025, शुक्रवार, 9:45 PM
13 जुलाई 2025रविवार6:53 PM18 जुलाई 2025, शुक्रवार, 3:39 AM
10 अगस्त 2025रविवार2:11 AM14 अगस्त 2025, बृहस्पतिवार, 9:06 AM
6 सितम्बर 2025शनिवार11:21 AM10 सितम्बर 2025, बुधवार, 4:03 PM
3 अक्टूबर 2025शुक्रवार9:27 PM8 अक्टूबर 2025, बुधवार, 1:28 AM
31 अक्टूबर 2025शुक्रवार6:48 AM4 नवम्बर 2025, मंगलवार, 12:34 PM
27 नवम्बर 2025बृहस्पतिवार2:07 PM1 दिसम्बर 2025, सोमवार, 11:18 PM
24 दिसम्बर 2025बुधवार7:46 PM29 दिसम्बर 2025, सोमवार, 7:41 AM

पंचक 2025 । Panchak 2025

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वर्ष 2025 में पंचक की विभिन्न तिथियाँ और समय निम्नलिखित हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए शुभ कार्यों के लिए पंचक के समय से बचने की सलाह दी जाती है।

पंचक जनवरी 2025 । Panchak January 2025

  • पहला पंचक : यह पंचक 3 जनवरी, शुक्रवार को सुबह 10:47 बजे शुरू होगा और 7 जनवरी, मंगलवार को शाम 05:50 बजे समाप्त होगा। यह जनवरी का पहला पंचक है और इस दौरान नए कार्यों या शुभ अवसरों को टालने की सलाह दी जाती है।
  • दूसरा पंचक: 30 जनवरी, गुरुवार को शाम 06:35 बजे शुरू होगा और 3 फरवरी, सोमवार को रात 11:16 बजे समाप्त होगा। यह समय भी शुभ कार्यों से बचने का होता है।

पंचक फरवरी 2025 । Panchak February 2025

  • यह पंचक 27 फरवरी, गुरुवार को सुबह 04:37 बजे शुरू होगा और 3 मार्च, सोमवार को सुबह 06:39 बजे समाप्त होगा। फरवरी के अंत से मार्च के प्रारंभ तक चलने वाला यह पंचक भी नए कार्यों की शुरुआत के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है।

पंचक मार्च 2025 । Panchak March 2025

  • 26 मार्च, बुधवार को दोपहर 03:14 बजे शुरू होकर 30 मार्च, रविवार को शाम 04:35 बजे समाप्त होने वाला पंचक मार्च के अंत में आता है। यह पंचक भी शुभ कार्यों से बचने के लिए माना जाता है।

पंचक अप्रैल 2025 । Panchak April 2025

  • यह पंचक 23 अप्रैल, बुधवार को मध्यरात्रि 12:31 बजे शुरू होगा और 27 अप्रैल, रविवार को सुबह 03:39 बजे समाप्त होगा। अप्रैल के अंतिम सप्ताह में आने वाला यह पंचक भी कोई नया कार्य शुरू करने के लिए उपयुक्त नहीं होता है।

पंचक मई 2025 । Panchak May 2025

  • मई का पंचक 20 मई, मंगलवार को सुबह 07:35 बजे शुरू होगा और 24 मई, शनिवार को दोपहर 01:48 बजे समाप्त होगा। यह समय भी विशेष रूप से किसी नए कार्य की शुरुआत से बचने के लिए उपयुक्त है।

पंचक जून 2025 । Panchak June 2025

  • यह पंचक 16 जून, सोमवार को दोपहर 01:10 बजे शुरू होगा और 20 जून, शुक्रवार को रात 09:45 बजे समाप्त होगा। जून के इस पंचक में भी कोई महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से बचने की सलाह दी जाती है।

पंचक जुलाई 2025 । Panchak July 2025

  • जुलाई में पंचक 13 जुलाई, रविवार को शाम 06:53 बजे शुरू होगा और 18 जुलाई, शुक्रवार को सुबह 03:39 बजे समाप्त होगा। यह पंचक सप्ताह के मध्य में समाप्त होता है और इसे शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है।

पंचक अगस्त 2025 । Panchak August 2025

  • अगस्त का पंचक 10 अगस्त, रविवार को सुबह 02:11 बजे शुरू होगा और 14 अगस्त, गुरुवार को सुबह 09:06 बजे समाप्त होगा। यह पंचक स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले समाप्त होता है।

पंचक सितंबर 2025 । Panchak September 2025

  • 6 सितंबर, शनिवार को सुबह 11:21 बजे शुरू होकर 10 सितंबर, बुधवार को शाम 04:03 बजे समाप्त होने वाला पंचक सितंबर के पहले सप्ताह में आता है।

पंचक अक्टूबर 2025 । Panchak October 2025

  • अक्टूबर में दो पंचक होंगे। पहला 3 अक्टूबर, शुक्रवार को रात 09:27 बजे शुरू होगा और 8 अक्टूबर, बुधवार को सुबह 01:28 बजे समाप्त होगा। दूसरा 31 अक्टूबर, शुक्रवार को सुबह 06:48 बजे शुरू होकर 4 नवम्बर, मंगलवार को दोपहर 12:34 बजे समाप्त होगा। इन पंचकों के दौरान विशेष ध्यान रखना चाहिए, खासकर नवरात्रि और दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों के दौरान।

पंचक नवंबर 2025 । Panchak November 2025

  • नवंबर का पंचक 27 नवंबर, गुरुवार को दोपहर 02:07 बजे शुरू होगा और 1 दिसंबर, सोमवार को रात 11:18 बजे समाप्त होगा। यह समय वर्ष के अंतिम पंचक से पहले का होता है।

पंचक दिसंबर 2025 । Panchak December 2025

  • दिसंबर का पहला पंचक 24 दिसंबर, बुधवार को रात 07:46 बजे शुरू होगा और 29 दिसंबर, सोमवार को सुबह 07:41 बजे समाप्त होगा। यह वर्ष का अंतिम पंचक होता है, जो क्रिसमस के समय पड़ता है और इसे विशेष ध्यान से देखना चाहिए।

इन पंचक तिथियों और समयों का अनुसरण करना आवश्यक होता है, और इन दिनों शुभ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है। यदि किसी कार्य को करना अत्यंत आवश्यक हो, तो पंचक के समय में ज्योतिषीय उपाय और शांति विधि अपनाई जा सकती है ताकि इसके अशुभ प्रभावों को कम किया जा सके।

क्या होता है पंचक । Kya Hota Hai Panchak

पंचक, वह विशेष अवधि है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में स्थित होता है। प्राचीन भारतीय धर्मशास्त्रों और पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, यह काल अत्यंत अशुभ माना गया है। मान्यता है कि पंचक में आरंभ किए गए कार्य न केवल अपूर्ण रहते हैं, बल्कि उनकी बाधाएं पांच गुना अधिक बढ़ जाती हैं। अतः इस दौरान विवाह, गृह निर्माण, व्यवसाय आरंभ जैसे महत्वपूर्ण कार्य करने से बचने की सलाह दी जाती है।

हिंदू धर्म में पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त का विचार किया जाता है, ताकि कार्य सिद्धि और सफलता सुनिश्चित हो सके। पंचक को अशुभ समय के रूप में देखा जाता है, जिसमें किसी भी नए कार्य की शुरुआत वर्जित मानी गई है। धर्मशास्त्र इस अवधि में संयम और सावधानी का पालन करने पर बल देते हैं।

पंचक के प्रकार । Panchak Types

पंचक के विभिन्न प्रकार होते हैं, जो उनके आरंभ होने वाले दिन के आधार पर होते हैं। ये पांच प्रकार के पंचक होते हैं:

  1. रोग पंचक (Rog Panchak)
    यह पंचक रविवार के दिन शुरू होता है। इसे “रोग पंचक” कहा जाता है, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है और इसे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जोड़कर देखा जाता है। इस दिन शुरू किए गए कार्यों में विघ्न आ सकते हैं, विशेष रूप से अगर वे स्वास्थ्य से संबंधित हों।
  2. राज्य पंचक (Rajya Panchak)
    यह पंचक सोमवार को शुरू होता है और इसे राज्य पंचक कहा जाता है। इसे राजनीति और शासकीय कार्यों से संबंधित अशुभ समय माना जाता है। इस दिन नए राज्य कार्यों या राजनीतिक कदमों को शुरू करने से बचने की सलाह दी जाती है।
  3. अग्नि पंचक (Agni Panchak)
    यह पंचक मंगलवार के दिन शुरू होता है। इसे “अग्नि पंचक” कहा जाता है क्योंकि मंगलवार को आग और ऊर्जा से संबंधित कार्यों की शुरुआत करना शुभ नहीं माना जाता है। यह समय सामान्यत: अग्नि से संबंधित कार्यों, जैसे घर में आग लगाना या किसी नए निर्माण का आरंभ करने के लिए अनुकूल नहीं होता है।
  4. मृत्यु पंचक (Mrityu Panchak)
    यह पंचक शनिवार को शुरू होता है। इसे “मृत्यु पंचक” कहा जाता है, क्योंकि इस दिन को मृत्यु से जोड़कर देखा जाता है और इसे विशेष रूप से जीवन के अंत या मृत्यु के समय से संबंधित अशुभ माना जाता है। इस दिन नए कार्यों या यात्रा की शुरुआत से बचने की सलाह दी जाती है।
  5. चोर पंचक (Chor Panchak)
    यह पंचक शुक्रवार को शुरू होता है और इसे “चोर पंचक” कहा जाता है। इसे चोरी और झूठ से जोड़कर देखा जाता है और इसे आर्थिक नुकसान या चोरी से संबंधित समस्याओं का संकेत माना जाता है। इस दिन में किसी महत्वपूर्ण संपत्ति की खरीद या अन्य आर्थिक कार्यों की शुरुआत से बचना चाहिए।

इन पंचकों का अनुसरण करके, लोग अपने जीवन में अशुभ प्रभावों से बचने के लिए विभिन्न उपायों का पालन करते हैं।

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Conclusion

हमें आशा है कि हमारा यह खास लेख आपको पसंद आया होगा। ऐसे ही रोमांचक और जानकारी से भरपूर लेख पढ़ने के लिए कृपया हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर पुनः विजिट करें। यदि आपके मन में कोई सवाल हो, तो कृपया कमेंट बॉक्स में अपना सवाल लिखें, और हम जल्द से जल्द उसका उत्तर देने का प्रयास करेंगे। धन्यवाद!

FAQ’s

Q.पंचक क्या होता है?

Ans.पंचक वह समय है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में होता है, जिसे ज्योतिष में अशुभ माना जाता है।

Q.पंचक के पांच प्रकार कौन-कौन से हैं?

Ans.पंचक के पांच प्रकार हैं: रोग पंचक, राज्य पंचक, अग्नि पंचक, मृत्यु पंचक, और चोर पंचक।

Q.पंचक का समय कब-कब होता है?

Ans.पंचक हर महीने में एक से दो बार आता है। इसकी तिथियां पंचक कैलेंडर में दी जाती हैं।

Q.पंचक में किस प्रकार का पंचक सबसे अधिक अशुभ होता है?

Ans.मृत्यु पंचक और अग्नि पंचक को विशेष रूप से अशुभ माना जाता है।

Q.पंचक कैलेंडर का उपयोग क्यों महत्वपूर्ण है?

Ans.पंचक कैलेंडर से पंचक तिथियों की जानकारी प्राप्त होती है, जिससे लोग अपने कार्यों की योजना सही समय पर बना सकते हैं।