भविष्य पुराण की अचूक भविष्यवाणियाँ (Bhavishya Puran ki Achuk Bhavishyavani): क्या आप जानते हैं कि हमारे प्राचीन ग्रंथों में ऐसी अनेक भविष्यवाणियाँ (Bhavishyavani) छिपी हुई हैं जो न सिर्फ हमारे वर्तमान को प्रभावित करती हैं, बल्कि हमारे भविष्य की एक झलक भी प्रस्तुत करती हैं? इन्हीं में से एक है – भविष्य पुराण (Bhavishya Puran)।
यह पुराण हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक है जो भूत और भविष्य की घटनाओं का वर्णन करता है। इसमें ऐसी कई भविष्यवाणियाँ हैं जो पहले से ही घटित हो चुकी हैं और कुछ ऐसी भी हैं जिनका घटित होना अभी बाकी है। इस पुराण में यीशु मसीह के जन्म, कलियुग के आगमन, मुग़ल साम्राज्य और ब्रिटिश राज जैसी ऐतिहासिक घटनाओं का जिक्र मिलता है। इतना ही नहीं, भविष्य पुराण में नैतिक मूल्यों के पतन और आर्य संस्कृति के ह्रास का भी उल्लेख है। यह हमें आने वाले समय में मानवता के सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति सचेत करता है। इसके अलावा, इसमें हिंदू धर्म से जुड़ी कई आध्यात्मिक शिक्षाएँ भी समाहित हैं।
तो आइए, इस रोचक लेख के माध्यम से भविष्य पुराण की कुछ उन भविष्यवाणियों (Bhavishya Puran ki Achuk Bhavishyavaniyan) की यात्रा पर निकलते हैं जो पहले से ही सच साबित हो चुकी हैं और साथ ही उन भविष्यवाणियों पर भी एक नजर डालते हैं जिनका घटित होना अभी बाकी है। यह हमें न केवल अतीत और वर्तमान को समझने में मदद करेगा, बल्कि भविष्य की तैयारी के लिए भी प्रेरित करेगा…
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Table Of Content :-Bhavishya Puran ki Achuk Bhavishyavaniyan
S.NO | भविष्य पुराण की भविष्यवाणियां |
1 | इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया और भारतीय भाषाओं की भविष्यवाणी |
2 | भविष्य पुराण में आधुनिक युग की भविष्यवाणी |
3 | जीसस और इस्लाम की भविष्यवाणी |
4 | द्वापर और कलयुग के राजाओं की भविष्यवाणी |
5 | हिंदकुश पर्वत की भविष्यवाणी |
6 | भविष्य पुराण में लिखा है हिंदू समाप्त हो जाएंगे |
1. इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया और भारतीय भाषाओं की भविष्यवाणी (England ki Maharani Victoria Aur Bhartiya Bhashaon ki Bhavishyavani)
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भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) में एक अद्भुत भविष्यवाणी की गई है जिसमें इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया के भारत की साम्राज्ञी बनने का उल्लेख है। इस भविष्यवाणी (Bhavishyavani) में आंग्ल भाषा के प्रसार से भारतीय भाषा संस्कृत के विलुप्त होने का संकेत भी दिया गया है। यह भविष्यवाणी सन् 1857 की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए की गई थी, जो भारत में अंग्रेज़ों की बढ़ती ताकत और संस्कृत भाषा के अस्तित्व की संभावना को चित्रित करती है।
2.भविष्य पुराण में आधुनिक युग की भविष्यवाणी (Bhavishya Puran Mein Aadhunik Yug ki Bhavishyavani)
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भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) के श्लोक में एक भविष्यवाणी (Bhavishyavani) दी गई है जिसमें कहा गया है कि भविष्य में, आंग्ल युग में संस्कृत भाषा का लोप हो जाएगा। यह श्लोक कुछ इस प्रकार है: ‘रविवारे च सण्डे च फाल्गुनी चैव फरवरी। षष्टीश्च सिस्कटी ज्ञेया तदुदाहार वृद्धिश्म्।।” इस श्लोक के अनुसार, रविवार को ‘सण्डे’, फाल्गुन महीने को ‘फरवरी’, और षष्टी को ‘सिक्स’ कहा जाएगा। यह बदलाव भाषा और समय की अवधारणाओं में आने वाले परिवर्तन को दर्शाता है।
3. जीसस और इस्लाम की भविष्यवाणी (Jesus Aur Islam Ki Bhavishyavani)
भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) में ईसा मसीह और मुहम्मद साहब के जीवन और उनकी उपस्थिति की भी भविष्यवाणी (Bhavishyavani) की गई है। इसमें द्वापर और कलियुग के राजाओं और उनकी भाषाओं का उल्लेख किया गया है। ईसा मसीह का जन्म, उनकी भारत यात्रा, और मुहम्मद साहब के अरब में आविर्भाव की अचूक भविष्यवाणी की गई है। पुराण में मुहम्मद साहब को ‘महामद’ कहा गया है, जो इस बात का संकेत है कि महर्षि वेदव्यास की दृष्टि अत्यंत दिव्य और भविष्यवाणी करने में सक्षम थी।भविष्य पुराण की इन भविष्यवाणियों में अतीत और भविष्य की घटनाओं का अद्भुत समन्वय दर्शाता है, जो इस ग्रंथ को भविष्य का दर्पण बनाता है।
4. द्वापर और कलयुग के राजाओं की भविष्यवाणी (Dwapar Aur Kalyug ke Rajaon ki Bhavishyavani)
इस पुराण में द्वापर और कलियुग के राजाओं का वर्णन मिलता है, जो उस समय की भाषाओं और समाज की झलक पेश करता है। विक्रम-बेताल की रोचक कहानियाँ और बेताल पच्चीसी की कथा भी इस पुराण में समाहित हैं, जो हमें प्राचीन काल की रोमांचक कहानियों की दुनिया में ले जाती हैं। सत्यनारायण की कथा, जो इस पुराण से ली गई है, न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
ऐतिहासिक घटनाओं की गहराई में जाकर, यह पुराण आल्हा-उदल के महाकाव्य का आधार प्रस्तुत करता है, जो इसके ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है। इसमें नंद वंश, मौर्य वंश, और शंकराचार्य जैसे प्रमुख हस्तियों का वर्णन है, साथ ही हर्षवर्धन, चौहान, और परमार वंश के राजाओं का भी विवरण मिलता है।
मुगल साम्राज्य (Mughal Empire) के प्रमुख शासक तैमूर, बाबर, हुमायूं, अकबर, औरंगजेब के साथ-साथ पृथ्वीराज चौहान और छत्रपति शिवाजी जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्वों का भी इस पुराण में उल्लेख है। श्रीमद्भागवत पुराण के द्वादश स्कंध के पहले अध्याय में वंशों का संक्षिप्त लेकिन महत्वपूर्ण विवरण मिलता है, जो पुराण की ऐतिहासिक परंपरा को और भी स्पष्ट करता है।
5. हिंदकुश पर्वत की भविष्यवाणी (Hindu Kush ki Bhavishyavani)
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भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) में एक रहस्यमयी कथा मिलती है जिसमें बताया गया है कि एक समय में हिंदकुश पर्वत तक हिंदुस्तान की सीमाएं फैली थीं। इस क्षेत्र में एक प्रसिद्ध शिव मंदिर था। एक बार, जब कुछ संत इस पर्वत पर शिव के दर्शन के लिए गए, तो भगवान शिव ने उन्हें संकेत दिया कि वे इस स्थान को छोड़ दें क्योंकि वह स्वयं भी यहाँ से प्रस्थान करने वाले हैं। शिव ने बताया कि प्रलय का समय निकट है और इस क्षेत्र में किसी को भी नहीं रहना चाहिए।
इसके बाद, खलिफाओं द्वारा किए गए आक्रमणों ने इस क्षेत्र के हिंदू निवासियों को बुरी तरह प्रभावित किया। अफगान इतिहासकार खोण्डामिर के अनुसार, इन आक्रमणों में 15 लाख हिंदुओं का सामूहिक नरसंहार हुआ। इस भयंकर नरसंहार के कारण ही इस पर्वत श्रेणी को ‘हिंदकुश’ नाम दिया गया, जिसका अर्थ है ‘हिंदुओं का वध’।
कुछ संतों का मानना है कि जब भगवान किसी स्थान से नाराज होते हैं, तो वहाँ प्राकृतिक आपदाएँ आने लगती हैं। आज, हिंदकुश पर्वत और इसके आस-पास का क्षेत्र भूकंप के केंद्र के रूप में जाना जाता है, जो इस क्षेत्र के रहस्यमय इतिहास की गवाही देता है।
6.भविष्य पुराण में लिखा है हिंदू समाप्त हो जाएंगे (Bhavishya Puran Mein Likha Hai Hindu Samapt Ho Jayenge)
भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) में कभी भी ऐसा नहीं लिखा गया कि हिंदू समाप्त हो जाएंगे। यह एक अफवाह है जो तथ्यों को विकृत करती है। वास्तविकता यह है कि भविष्य पुराण में ऐसा उल्लेख है कि मुस्लिम समुदाय समाप्त हो जाएंगे। इस प्रकार की जानकारी को लेकर सावधान रहना चाहिए और सत्यता को ही प्राथमिकता देनी चाहिए। धार्मिक ग्रंथों को संदर्भित करते समय सही तथ्यों को समझना और फैलाना महत्वपूर्ण है, ताकि समाज में गलतफहमियाँ और अफवाहें न फैलें।
Conclusion:-Bhavishya Puran ki Achuk Bhavishyavaniyan
भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) की भविष्यवाणियों (Bhavishyavani) ने न केवल धार्मिक जगत में बल्कि समाज के विभिन्न पहलुओं में भी गहरी छाप छोड़ी है। इन भविष्यवाणियों की सटीकता और उनके घटित होने की घटनाएं हमें समय की एक अद्वितीय परत को समझने में मदद करती हैं। भविष्य पुराण की भविष्यवाणियों से संबंधित यह बेहद खास लेख अगर आपको पसंद आया हो तो कृपया इस लेख को अपने सभी मित्र गणों के साथ एवं परिवारजनों के साथ भी जरूर साझा करें साथ ही ऐसे और भी लेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर भी रोजाना विजिट करें।
FAQ’s:-Bhavishya Puran ki Achuk Bhavishyavaniyan
Q. भविष्य पुराण में इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया के बारे में क्या भविष्यवाणी की गई है?
Ans. भविष्य पुराण में लिखा हुआ है कि इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया भारत की साम्राज्ञी बनेगी और आंग्ल भाषा के प्रसार से भारतीय संस्कृत भाषा के विलुप्त होने का संकेत भी दिया गया है।
Q. भविष्य पुराण में संस्कृत भाषा के भविष्य के बारे में क्या कहा गया है?
Ans. भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) के श्लोक में भविष्यवाणी की गई है कि आंग्ल युग के आने के साथ संस्कृत भाषा का लोप हो जाएगा। इसमें रविवार को ‘सण्डे’, फाल्गुन महीने को ‘फरवरी’, और षष्टी को ‘सिक्स’ कहा जाएगा।
Q. भविष्य पुराण में ईसा मसीह और मुहम्मद साहब के बारे में क्या उल्लेख है?
Ans. भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) में ईसा मसीह और मुहम्मद साहब के जीवन और उनकी उपस्थिति की भविष्यवाणी की गई है। इसमें ईसा मसीह का जन्म, उनकी भारत यात्रा, और मुहम्मद साहब के आगमन का उल्लेख किया गया है।
Q. भविष्य पुराण में द्वापर और कलियुग के राजाओं के बारे में क्या वर्णन है?
Ans. भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) में द्वापर और कलियुग के राजाओं का वर्णन मिलता है, जिसमें उनके समय की भाषाओं और समाज की झलक प्रस्तुत की गई है। इसमें ऐतिहासिक घटनाओं और प्रमुख राजाओं का भी विवरण है।
Q. हिंदकुश पर्वत की भविष्यवाणी में क्या कहा गया है?
Ans. भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) में हिंदकुश पर्वत तक हिंदुस्तान की सीमाएं फैली थीं। शिव ने संतों को चेतावनी दी थी कि इस क्षेत्र में प्रलय आने वाली है। खलिफाओं के आक्रमण के कारण यहाँ 15 लाख हिंदुओं का नरसंहार हुआ, जिससे पर्वत श्रेणी को ‘हिंदकुश’ नाम मिला।
Q. भविष्य पुराण में हिंदू समाप्त होने के बारे में क्या लिखा है?
Ans. भविष्य पुराण (Bhavishya Puran) में कभी भी ऐसा उल्लेख नहीं है कि हिंदू समाप्त हो जाएंगे। यह एक अफवाह है। वास्तव में, भविष्य पुराण में मुस्लिम समुदाय के समाप्त होने की भविष्यवाणी की गई है।