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Singh Rashi ke isht Dev Kaun Hai: सिंह राशि – जानें सिंह राशि के इष्ट देव, राशि तत्व, राशि का स्‍वामी, मंत्र, धातु, रत्न, रुद्राक्ष, राशि नाम अक्षर बारे में संपूर्ण जानकारी।

Singh Rashi ke isht Dev Kaun Hai
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सिंह राशि के बारे में संपूर्ण जानकारी (Singh Rashi ke Baare Mein Sampoorna Jankari): हिंदू ज्योतिष में बारह राशियों में से सिंह राशि (Singh Rashi) पांचवीं राशि है, जो अग्नि तत्व से संबंधित है। सिंह राशि के जातक अपनी साहसिकता, आत्मविश्वास और राजकीय गुणों के लिए जाने जाते हैं। यह राशि अपनी अद्वितीय विशेषताओं और गुणों के कारण विशेष महत्व रखती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिंह राशि के स्वामी कौन हैं? Singh Rashi ke isht Dev Kaun Hai सिंह राशि का तत्व क्या है? और सिंह राशि की धातु क्या है? इस लेख में, हम आपको सिंह राशि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। हम आपको बताएंगे कि सिंह राशि के इष्ट देव और प्रमुख मंत्र क्या है, सिंह राशि का लकी नाम अक्षर क्या है, और सिंह राशि के जातकों की शुभ दिशा क्या है। इसके अलावा, हम आपको बताएंगे कि जन्मतिथि के अनुसार सिंह राशि के जातकों को कैसे पहचाना जा सकता है और उनकी व्यक्तिगत विशेषताएं क्या होती हैं।

यह लेख सिंह राशि (Singh Rashi) के जातकों के लिए तो उपयोगी होगा ही, साथ ही अन्य राशि के जातकों को भी सिंह राशि के बारे में जानने में मदद करेगा। तो आइए, जानें सिंह राशि के बारे में और अपने जीवन को बेहतर बनाएं।  

Table Of Content 

विषयविवरण 
सिंह राशिसिंह राशि, जो कि राशि चक्र की पाचवीं राशि है।
स्वामी ग्रहसिंह राशि का शासक या स्वामी सूर्य है
तत्वसिंह राशि का तत्व अग्नि है
इष्ट देवभगवान हनुमान एवं माता गायत्री
सिंह राशि का मंत्र‘ऊँ सूर्याय नमः’
अन्य मंत्रॐ क्लीं ब्रह्मणे जगदाधाराय नमः।
धातुसिंह राशि के जातकों के लिए तांबा भी शुभ माना जाता है।
रत्नसिंह राशि के लोगों के लिए माणिक रत्न शुभ माना जाता है।
रुद्राक्षसिंह राशि के जातकों को 12 मुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए
मित्र राशियाँमेष, कर्क, मिथुन, वृश्चिक, धनु, कन्या और मीन
शत्रु राशियाँसिंह राशि के लिए वृषभ और कुंभ राशियां शत्रु मानी जाती हैं।
लकी नाम के अक्षरसिंह राशि वालों के लिए लकी नाम अक्षर हैं।
दिशाउत्तर दिशा 
महत्वपूर्ण व्रत और त्यौहार राशि के जातकों को रविवार का व्रत रहना चाहिए
विशेष पूजानियमित रूप से भगवान हनुमान की पूजा करें

सिंह राशि क्या है? (Singh Rashi kya Hai)

सिंह राशि (Singh Rashi), जो कि राशि चक्र की पाचवीं राशि है, पूर्व दिशा की प्रतीक है। इसका चिह्न एक गरजते हुए शेर के रूप में प्रस्तुत होता है, जो शक्ति और साहस का प्रतीक है। यह राशि 120 अंश से लेकर 150 अंश तक फैली हुई है। इसके स्वामी सूर्य हैं, जो जीवन और ऊर्जा के मुख्य स्रोत माने जाते हैं, जबकि इसका तत्व अग्नि है, जो उत्साह और गर्माहट का संकेत देता है। सिंह राशि में तीन द्रेष्काण होते हैं, जिनके स्वामी सूर्य, गुरु और मंगल हैं। इस राशि के अंतर्गत मघा नक्षत्र के चारों चरण, पूर्वाफ़ाल्गुनी के चारों चरण और उत्तराफ़ाल्गुनी का पहला चरण शामिल है, जो इसकी विशेषता को और बढ़ाते हैं।

सिंह राशि का तत्व क्या है? (Singh Rashi ka Tatva kya Hai)

सिंह राशि (Singh Rashi) का तत्व अग्नि है। यह तत्व उत्साह, ऊर्जा और आत्मविश्वास का प्रतीक है, जो सिंह राशि के जातकों के स्वभाव को दर्शाता है। अग्नि तत्व सिंह राशि वालों को नेतृत्व और दृढ़ता में मदद करता है।

सिंह राशि के स्वामी कौन हैं? (Singh Rashi ke Swami kaun Hain)

सिंह राशि (Singh Rashi) का शासक या स्वामी सूर्य है, जो इसकी ऊर्जा और आत्मविश्वास को दर्शाता है। इस राशि का मुख्य तत्व अग्नि है, जो इसके उग्र और ऊर्जावान स्वभाव को दर्शाता है।

सिंह राशि के इष्ट देव कौन हैं? (Singh Rashi ke isht Dev kaun Hain)

सिंह राशि (Singh Rashi) के जातकों के लिए इष्ट देवता भगवान सूर्य और भगवान हनुमान होते हैं। भगवान सूर्य ऊर्जा और आत्मविश्वास का स्रोत हैं, जबकि भगवान हनुमान भक्ति, शक्ति और साहस के प्रतीक हैं, जो सिंह राशि वालों को प्रेरित करते हैं।

सिंह राशि के लिए मंत्र (Singh Rashi ke liye Mantra)

सिंह राशि (Singh Rashi) के जातकों को ‘ऊँ सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए ।

सिंह राशि के लिए धातु (Singh Rashi ke liye Dhatu)

सिंह राशि (Singh Rashi) के जातकों के लिए तांबा भी शुभ माना जाता है। इसका प्रयोग करने से उनकी ऊर्जा और सकारात्मकता में वृद्धि हो सकती है, जिससे वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

सिंह राशि के लिए रत्न (Singh Rashi ke liye Ratn)

सिंह राशि (Singh Rashi) के लोगों के लिए माणिक रत्न शुभ माना जाता है। जब सूर्य की स्थिति अनुकूल न हो, तो माणिक पहनने से उन्हें लाभ मिल सकता है।

सिंह राशि की शत्रु राशियाँ कौन सी है? (Singh Rashi ki Shatru Rashiyaan kaun si Hain)

सिंह राशि (Singh Rashi) के लिए वृषभ और कुंभ राशियां शत्रु मानी जाती हैं। इन राशियों के साथ सिंह राशि का संबंध अक्सर सामंजस्यपूर्ण नहीं होता, जिससे विवाद और मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं।

सिंह राशि की मित्र राशियाँ कौन सी है? (Singh Rashi ki Mitra Rashiya kaun si Hoti Hai)

सिंह राशि (Singh Rashi) के लोग मेष, कर्क, मिथुन, वृश्चिक, धनु, कन्या और मीन राशि के व्यक्तियों के साथ अच्छी मित्रता और भागीदारी रखते हैं, जो उनके संबंधों को मजबूत बनाती है।

सिंह राशि नाम अक्षर (Singh Rashi Naam Akshar)

सिंह राशि (Singh Rashi) के व्यक्तियों के नाम के प्रारंभिक अक्षर हैं: मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, और टे। ये अक्षर उनके स्वभाव को दर्शाते हैं।

सिंह राशि की दिशा क्या है? (Singh Rashi ki Disha kya Hai)

सिंह राशि (Singh Rashi) की शुभ दिशा पूर्व दिशा मानी जाती है। इस दिशा से संबंधित गतिविधियाँ और निर्णय लेने से सिंह राशि के लोगों को सकारात्मक परिणाम और सफलता प्राप्त हो सकती है। इसके अलावा, दक्षिण-पश्चिम दिशा भी उनके लिए लाभकारी मानी जाती है।

जन्मतिथि से सिंह राशि पहचानिए (Birth Date Se Singh Rashi Jane)

यदि आपका जन्म 23 जुलाई से 21 अगस्त के बीच हुआ है, तो आप सिंह राशि (Singh Rashi) के स्वामी हैं। यह राशि गर्व, आत्मविश्वास और शक्ति का प्रतीक है।

Conclusion:-Singh Rashi ke isht Dev Kaun Hai

आशा करते हैं की (सिंह राशि – इष्ट देव, राशि तत्व, राशि का स्‍वामी, मंत्र, धातु, रत्न, रुद्राक्ष, राशि नाम अक्षर) Singh Rashi ke isht Dev Kaun Hai से संबंधित यह बेहद खास लेख आपको पसंद आया होगा अगर आपके मन में किसी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें,बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद

FAQ’s:-Singh Rashi ke isht Dev Kaun Hai

1. सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य देव की पूजा क्यों महत्वपूर्ण है?

सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी ग्रह होते हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, आत्मबल, और शक्ति का विकास होता है। सूर्य की कृपा से सफलता और यश प्राप्त होता है।

2. सूर्य देव की पूजा किस प्रकार की जाती है?

सूर्य देव की पूजा का मुख्य रूप से सूर्योदय के समय जल अर्पित करना होता है। तांबे के पात्र में जल लेकर उसमें लाल चंदन, रोली, और लाल फूल डालकर सूर्य को अर्पित करना शुभ माना जाता है। साथ ही, सूर्य मंत्रों का जाप भी किया जाता है, जैसे “ॐ सूर्याय नमः”।

3. सूर्य देव की पूजा से क्या लाभ होते हैं?

सूर्य देव की पूजा से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, मन में सकारात्मकता बनी रहती है, और जीवन में सफलता, धन, और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। सूर्य देव की कृपा से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं।

4. क्या सूर्य ग्रहण के समय सूर्य देव की पूजा की जा सकती है?

सूर्य ग्रहण के समय सूर्य देव की पूजा नहीं की जाती है। ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और धार्मिक क्रियाकलापों को वर्जित माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद शुद्धिकरण और स्नान करके पूजा की जा सकती है।

5. सिंह राशि के जातकों को सूर्य देव के अलावा किन देवताओं की पूजा करनी चाहिए?

सिंह राशि के जातक भगवान हनुमान की पूजा भी कर सकते हैं। हनुमान जी को बल, साहस, और भक्ति का प्रतीक माना जाता है। इनकी आराधना करने से व्यक्ति के जीवन में शक्ति और आत्मबल का विकास होता है।

6. सिंह राशि के जातकों को सूर्य देव की पूजा कब करनी चाहिए?

सूर्य देव की पूजा का सबसे उपयुक्त समय सूर्योदय के समय होता है। सुबह के समय सूर्य को जल अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

7. सिंह राशि के जातकों को कौन सा रंग शुभ होता है?

सिंह राशि के जातकों के लिए लाल और नारंगी रंग शुभ माने जाते हैं। ये रंग ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक होते हैं और सूर्य देव से जुड़े होते हैं।