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11 Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan: क्या हैं ग्यारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान?, जानिए इसे पहनने की विधि, नियम व मंत्र के बारे में भी सब कुछ 

11 Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan
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ग्यारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान(Gyarah Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan): हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को भगवान शिव की आंखों के अश्रु के रूप में मान्यता प्राप्त है, और इसकी महिमा और शक्ति के बारे में कई पुराणों में वर्णन है। रुद्राक्ष के विभिन्न मुखों के अनुसार, इसकी शक्ति और महत्व भी अलग-अलग होते हैं। इनमें से एक है 11 मुखी रुद्राक्ष, जो भगवान शिव के एकादश रुद्र अवतार का प्रतीक है। यह रुद्राक्ष भगवान हनुमान का स्वरूप भी माना जाता है, जो शक्ति, साहस, और भक्ति के प्रतीक हैं। 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, आत्मविश्वास, और निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं? क्या आप जानते हैं कि असली 11 मुखी रुद्राक्ष क्या है, 11 मुखी रुद्राक्ष पहनने का मंत्र क्या है और असली 11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान क्या होते हैं? इस लेख में, हम 11 मुखी रुद्राक्ष के बारे में विस्तार से जानेंगे और इसकी महिमा को समझेंगे। हम आपको बताएंगे कि कैसे 11 मुखी रुद्राक्ष आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है और आपको सफलता की ओर ले जा सकता है। 

तो आइए, 11 मुखी रुद्राक्ष के बारे में जानें और इसकी शक्ति का लाभ उठाएं। इस लेख के माध्यम से, हम आपको 11 मुखी रुद्राक्ष के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे, जिससे आप इसकी महत्ता को समझ सकें और इसका लाभ उठा सकें….

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष क्या होता है? (11 Mukhi Rudraksha kya Hai)

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष (11 Mukhi Rudraksha), जिसकी सतह पर 11 रेखाएं होती हैं, साक्षात रुद्रदेव का अवतार माना जाता है। यह विशेष रुद्राक्ष भगवान हनुमान का प्रतिनिधित्व करता है, जिन्हें भगवान शिव का 11वां अवतार भी कहा जाता है। नेपाल में मिलने वाला यह रुद्राक्ष अपनी उत्कृष्ट गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है। इसे धारण करने से व्यक्ति जन्म-मृत्यु के चक्र के भय से मुक्त हो सकता है। इसे एकादशी रुद्र भी कहा जाता है, क्योंकि यह बजरंगबली के समर्पण और ध्यान की विशेषताओं से पूरित है। इसके साथ ही, इसे देवराज इंद्र का आशीर्वाद प्राप्त है। मान्यता है कि इसे गले या सिर के चारों ओर पहनने से शीघ्र सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं। इस अद्भुत रुद्राक्ष पर 11 देवताओं का आशीर्वाद है, जो जीवन को उन्नत करने और समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान (11 Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan)

11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे:

11 मुखी रुद्राक्ष (11 Mukhi Rudraksha) हिंदू धर्म में एक पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। यह भगवान शिव के 11वें अवतार का प्रतिनिधित्व करता है और इसके धारण करने से साहस, आत्मविश्वास और भक्ति में वृद्धि होती है। इसके अलावा, यह बुद्धि और संचार कौशल में सुधार करता है, जिससे कैरियर और व्यवसाय में सफलता मिलती है। 11 मुखी रुद्राक्ष (11 Mukhi Rudraksha) नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है, और पहनने वाले के समग्र स्वास्थ्य में सुधार करता है। यह तनाव और चिंता से राहत देता है और आध्यात्मिक विकास में मदद करता है। मंगल ग्रह से जुड़ा होने के कारण, यह मंगल दोष या साढ़े साती के दुष्प्रभावों को कम करने में भी सहायक है।

11 मुखी रुद्राक्ष पहनने के नुकसान:

हालांकि 11 मुखी रुद्राक्ष (11 Mukhi Rudraksha) कई लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसके कुछ नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है। रुद्राक्ष को रसायनों, अत्यधिक गर्मी और पानी के संपर्क से बचाना चाहिए। इसके अलावा, रुद्राक्ष पहनते समय तामसिक भोजन या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। सोने या श्मशान जाते समय रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए। रुद्राक्ष पहनने से पहले, इसे गंगाजल से शुद्ध करना और एक शिवलिंग या भगवान शिव की तस्वीर के सामने 108 बार मंत्र का जाप करके इसे ऊर्जावान बनाना चाहिए। यदि इन नियमों का ठीक से पालन नहीं किया जाता है, तो रुद्राक्ष के लाभ कम हो सकते हैं या नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। 

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष पहनने की विधि व नियम (11 Mukhi Rudraksha Pehnne ki Vidhi Aur Niyam)

  • धारण का शुभ दिन: 11 मुखी रुद्राक्ष (11 Mukhi Rudraksha) का संबंध हनुमान जी से है, इसलिए इसे मंगलवार के दिन धारण करना शुभ और फलदायी माना जाता है। हालांकि, इसे अन्य दिनों में भी धारण किया जा सकता है, लेकिन मंगलवार का दिन विशेष रूप से श्रेष्ठ होता है।
  • लाल धागे का उपयोग: रुद्राक्ष को लाल धागे में पिरोकर धारण करना चाहिए, क्योंकि लाल धागा मंगल ग्रह और हनुमान जी का प्रतीक माना जाता है। लाल रंग ऊर्जा और शक्ति का भी प्रतीक है, जो रुद्राक्ष की शक्ति को बढ़ाता है।
  • माला में सुमेरू के रूप में प्रयोग: 11 मुखी रुद्राक्ष (11 Mukhi Rudraksha) को पांच मुखी रुद्राक्ष की माला में सुमेरू के रूप में धारण किया जा सकता है। सुमेरू का स्थान माला के बीच होता है, जो रुद्राक्ष की ऊर्जा को संतुलित करता है।
  • पूजा विधि: 11 मुखी रुद्राक्ष (11 Mukhi Rudraksha) धारण करने से पहले उसे गंगाजल से स्नान कराएं। इसके बाद, धूप-दीप दिखाकर उसकी शुद्धि करें और उस पर चंदन लगाकर सफेद फूल अर्पित करें। यह प्रक्रिया रुद्राक्ष की पवित्रता को बनाए रखती है और उसमें दिव्य शक्ति का संचार करती है।
  • भगवान शिव से स्पर्श: रुद्राक्ष को धारण करने से पहले भगवान शिव की मूर्ति, तस्वीर, या शिवलिंग से स्पर्श कराएं। इससे रुद्राक्ष में शिवजी की कृपा और ऊर्जा का प्रवेश होता है, जो धारणकर्ता को लाभ प्रदान करता है।
  • मंत्र जप: रुद्राक्ष को धारण करने से पहले पंचाक्षरी मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का 11 बार जप करें। मंत्र का उच्चारण रुद्राक्ष की ऊर्जा को जागृत करता है और धारणकर्ता को आध्यात्मिक और भौतिक उन्नति प्राप्त होती है।

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष पहनने का मंत्र (11 Mukhi Rudraksha Pehnne ka Mantra)

11 मुखी रुद्राक्ष (11 Mukhi Rudraksha) धारण करते समय ‘ॐ ह्रीं हुं नमः’ और ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्रों का जाप किया जाता है, जिससे आध्यात्मिक उन्नति और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है।

Conclusion

आशा करते हैं की (ग्यारह मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान) से संबंधित यह बेहद खास लेख आपको पसंद आया होगा अगर आपके मन में किसी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, हम जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे। बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद

FAQ’s

1. 11 मुखी रुद्राक्ष किस देवता का प्रतीक है?
11 मुखी रुद्राक्ष भगवान हनुमान का प्रतीक है। इसे धारण करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति को साहस, बल और धैर्य की प्राप्ति होती है।

2. क्या 11 मुखी रुद्राक्ष को सभी लोग पहन सकते हैं?
जी हां, इसे पुरुष और महिलाएं दोनों ही धारण कर सकते हैं। लेकिन इसे धारण करने से पहले किसी जानकार से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

3. 11 मुखी रुद्राक्ष कैसे पहनना चाहिए?
रुद्राक्ष को सुबह स्नान करने के बाद शुद्ध कपड़े पहनकर पूजा करके धारण करना चाहिए। इसे गले में माला के रूप में या कलाई पर भी पहना जा सकता है।

4. क्या 11 मुखी रुद्राक्ष से सच में लाभ होता है?
यह रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को मानसिक शांति, आत्म-विश्वास और स्वास्थ्य लाभ पहुंचाता है। लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि इसका प्रभाव व्यक्ति की आस्था और पालन करने के तरीकों पर निर्भर करता है।

5. क्या इसे हमेशा पहनना चाहिए?
रुद्राक्ष को पहनते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। स्नान, सोते समय या मांसाहार करते समय इसे उतार देना चाहिए।