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13 Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan: क्या हैं तेरह मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान?, जानिए इसे पहनने की विधि, नियम व मंत्र के बारे में|

13 Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan
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13 मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान (13 Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan): हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को भगवान शिव (Bhagwan Shiva) की आंखों की बूंदों के रूप में माना जाता है, और इसकी महिमा और शक्ति के बारे में कई पुराणों में वर्णन है। रुद्राक्ष के विभिन्न मुखों के अनुसार, इसकी शक्ति और महत्व भी अलग-अलग होते हैं। इनमें से एक है 13 मुखी रुद्राक्ष, जो भगवान कामदेव की शक्ति का प्रतीक है। यह रुद्राक्ष व्यक्ति को आकर्षण, सौंदर्य, और सुख की प्राप्ति कराता है, और उनके जीवन में प्रेम और संबंधों में सुधार लाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 13 मुखी रुद्राक्ष के क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं? क्या आप जानते हैं कि इसकी शक्ति का लाभ कैसे उठाया जा सकता है? और क्या आप जानते हैं कि 13 मुखी रुद्राक्ष पहनने का मंत्र क्या है? इस लेख में, हम 13 मुखी रुद्राक्ष के बारे में विस्तार से जानेंगे और इसकी महिमा को समझेंगे। हम आपको बताएंगे कि कैसे 13 मुखी रुद्राक्ष आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है और आपको सफलता की ओर ले जा सकता है। तो आइए, 13 मुखी रुद्राक्ष के बारे में जानें और इसकी शक्ति का लाभ उठाएं। 

इस लेख के माध्यम से, हम आपको 13 मुखी रुद्राक्ष के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे, जिससे आप इसकी महत्ता को समझ सकें और इसका लाभ उठा सकें…

तेरह मुखी रुद्राक्ष क्या होता है? (13 Mukhi Rudraksha kya Hai)

13 मुखी रुद्राक्ष  (13 Mukhi Rudraksha) को एक अद्भुत और शक्तिशाली रुद्राक्ष माना गया है, जो सिद्धि साधना के लिए अत्यंत उपयुक्त है। इसका विशेष गुण यह है कि यह स्त्री और पुरुष को अपने आकर्षण में बांधने की अद्वितीय क्षमता रखता है। इसे स्वर्ग के राजा इंद्र का प्रतीक भी माना जाता है, और इस पर कामदेव की कृपा विशेष रूप से मानी जाती है। जिन लोगों के जीवन में प्रेम और वैवाहिक सुख की कमी है, उनके लिए 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत लाभकारी हो सकता है।

तेरह मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान (13 Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan)


13 मुखी रुद्राक्ष (13 Mukhi Rudraksha) पहनने के फायदे:

13 मुखी रुद्राक्ष (13 Mukhi Rudraksha) पहनने के कई फायदे माने जाते हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न हुआ एक दिव्य मनका है। इसे पहनने से व्यापार और करियर में सफलता मिलती है, विशेषकर मिथुन, कर्क, सिंह और तुला राशि वालों के लिए। यह आत्मविश्वास और संचार कौशल को बढ़ाता है, आर्थिक स्थिति में सुधार लाता है, और बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है। यह वैवाहिक जीवन में सद्भाव को बढ़ावा देता है और श्वसन रोगों जैसी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। ध्यान और एकाग्रता में भी यह सहायक होता है।

13 मुखी रुद्राक्ष (13 Mukhi Rudraksha) पहनने के नुकसान:

13 मुखी रुद्राक्ष (13 Mukhi Rudraksha) पहनने के संभावित नुकसान भी हो सकते हैं। लेकिन किसी भी रुद्राक्ष को पहनते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। जैसे, शराब या मांसाहारी भोजन करते समय इसे नहीं पहनना चाहिए। नहाते या सोते समय भी इसे उतार देना चाहिए। इसके अलावा, इसे पहनने का सही तरीका और मंत्र का पालन करना महत्वपूर्ण है। गलत तरीके से पहनने पर इसके लाभ नहीं मिल पाते हैं। इसलिए रुद्राक्ष पहनने से पहले एक योग्य ज्योतिषी या आध्यात्मिक गुरु से सलाह लेनी चाहिए।

तेरह मुखी रुद्राक्ष पहनने की विधि व नियम (13 Mukhi Rudraksha Pehnne ki Vidhi Aur Niyam)

13 मुखी रुद्राक्ष (13 Mukhi Rudraksha) पहनने की विधि निम्नलिखित है: 

  • धारण का शुभ दिन और समय: 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के लिए मंगलवार का दिन विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है। इसे सुबह स्नान करने के बाद धारण करें, जब आपका शरीर और मन दोनों शुद्ध हों।
  • सही दिशा: धारण करने से पहले, पूर्व दिशा की ओर मुख करके किसी शांत और पवित्र स्थान पर बैठें। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक जागरूकता को बढ़ाने में सहायक होती है।
  • शुद्धिकरण प्रक्रिया: रुद्राक्ष को तांबे के बर्तन में रखें और उस पर गंगा जल छिड़कें। गंगा जल से रुद्राक्ष की पवित्रता बढ़ती है और इसे पहनने के लिए तैयार किया जाता है। इसके बाद, धूप-दीप दिखाकर इसे और भी पवित्र बनाएं।
  • मंत्र जाप: शुद्धिकरण के बाद, “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें। यह मंत्र रुद्राक्ष को सक्रिय करने के साथ-साथ शिवजी के आशीर्वाद को आमंत्रित करने का माध्यम है।
  • धारण की विधि: मंत्र जाप के बाद, रुद्राक्ष को लाल या पीले रंग के रेशमी धागे में पिरोकर पहनें। यदि आप चाहें, तो इसे चांदी या सोने की चैन में भी धारण कर सकते हैं, जो इसे और अधिक पवित्र और प्रभावी बनाता है।
  • आध्यात्मिक लाभ: सही विधि से धारण करने पर यह रुद्राक्ष न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा को जागृत करता है, जिससे आपके जीवन में सकारात्मकता और संतुलन आता है।

तेरह मुखी रुद्राक्ष पहनने का मंत्र (13 Mukhi Rudraksha Pehnne ka Mantra)

13 मुखी रुद्राक्ष (13 Mukhi Rudraksha) की पूर्ण शक्ति और आशीर्वाद का अनुभव करने के लिए, इसे धारण करने से पहले 108 बार ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस प्रक्रिया से न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है, बल्कि शिव का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। 

Conclusion:-13 Mukhi Rudraksha ke Fayde Aur Nuksan

आशा करते हैं की (तेरह मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान) से संबंधित यह बेहद खास लेख आपको पसंद आया होगा अगर आपके मन में किसी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, हम जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे। बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद

FAQ’s

1. क्या 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से कोई नुकसान हो सकता है?

  • अगर इसे विधिपूर्वक और सही नीयत से नहीं पहना जाए, तो इसके प्रभाव लाभकारी नहीं होते।
  • इसे धारण करते समय मानसिक शुद्धता और शुद्ध विचार होना बहुत महत्वपूर्ण है।
  • जिन लोगों के स्वभाव में अहंकार, क्रोध या अधीरता अधिक होती है, उन्हें यह रुद्राक्ष समस्याएं दे सकता है।

2. क्या इसे धारण करने के लिए किसी विशेष नियम का पालन करना होता है?

  • हां, 13 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से पहले सही विधि से इसकी पूजा और प्राण-प्रतिष्ठा करना अनिवार्य है।
  • इसे सोमवार या शुक्रवार के दिन धारण करना शुभ माना जाता है।
  • इसे धारण करने वाले व्यक्ति को नियमित रूप से सकारात्मक और शुद्ध विचारों को अपनाना चाहिए।