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Hanuman ji ka Sabse Shaktishali Mantra: ये हैं हनुमान जी के सबसे शक्तिशाली मंत्र, नियमित जाप करने से मिलता है, अपार बुद्धि व बल।

Hanuman ji ka Sabse Shaktishali Mantra
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हनुमान जी का सबसे शक्तिशाली मंत्र (Hanuman ji ka sabse  shaktishali Mantra): हनुमान जी (Lord Hanuman), श्री राम के परम भक्त और आठ चिरंजीवियों में से एक, अपने भक्तों पर हमेशा कृपा बरसाते हैं। उनकी असीम शक्ति और करुणा के कारण, लोग उनकी उपासना करते हैं और उनके मंत्रों का जाप करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान जी का सबसे शक्तिशाली मंत्र कौन सा है? क्या आपको पता है कि सर्व बाधा निवारण के लिए कौन सा मंत्र सबसे प्रभावी है? और क्या आप हनुमान जी के बीज मंत्र और उसके फायदों से अवगत हैं? इस लेख में, हम इन सभी सवालों के जवाब देंगे और हनुमान जी के विशेष मंत्रों की गहराई में जाएंगे। हम आपको बताएंगे कि कैसे इन मंत्रों का सही तरीके से जाप करके आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। चाहे आप किसी भी प्रकार की बाधा या समस्या का सामना कर रहे हों, हनुमान जी के मंत्र आपके लिए एक मजबूत सहारा साबित हो सकते हैं।

यह लेख न केवल आपकी जिज्ञासा को शांत करेगा, बल्कि आपको एक नई दिशा भी प्रदान करेगा। तो देर किस बात की? आइए शुरू करते हैं और जानते हैं हनुमान जी के विशेष मंत्रों के बारे में….

Hanuman ji

हनुमान जी का सबसे शक्तिशाली मंत्र (Hanuman ji ka Sabse Shaktishali Mantra)

 
मदद करता है और आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाता भय को समाप्त करने के लिए अत्यंत शक्तिशाली मंत्र है: “हं हनुमंते नमः।” यह मंत्र व्यक्ति के भीतर के भय को नष्ट कर उसे साहस और आत्मविश्वास से भर देता है।

प्रेत बाधा और भूत-प्रेत से मुक्ति के लिए हनुमान जी का एक विशिष्ट मंत्र है: “हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबलः। अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।” यह मंत्र नकारात्मक ऊर्जाओं को समाप्त कर सकारात्मकता का संचार करता है।

हनुमान जी के द्वादशाक्षर मंत्र, “हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्,” को रुद्रात्मक शक्तियों के आह्वान के लिए अत्यधिक शक्तिशाली माना गया है।

मनोकामना की पूर्ति हेतु यह मंत्र अत्यंत प्रभावी है: “महाबलाय वीराय चिरंजीविन उद्दते। हारिणे वज्र देहाय चोलंघितमहाव्यये।” यह मंत्र इच्छाओं को पूर्ण करने में सहायक होता है।

संकटों को दूर करने के लिए एक और प्रभावशाली मंत्र है: “ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।” यह मंत्र सभी प्रकार की विपदाओं को समाप्त करता है।

कर्ज से मुक्ति के लिए यह मंत्र अद्वितीय है: “ऊँ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।” यह मंत्र कर्जों से छुटकारा दिलाने में है।

इन मंत्रों का नियमित जाप न केवल भक्त को हनुमान जी का आशीर्वाद दिलाता है, बल्कि उसे जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयों से भी मुक्त करता है।

हनुमान जी का सर्व बाधा निवारण मंत्र (Hanuman ji ka Sarva Badha Nivaran Mantra)

Hanuman ji ka Sarva Badha Nivaran Mantra

यदि आपके कार्यों में लगातार बाधाएं आ रही हैं, तो वीर बजरंगबली की पूजा के पश्चात ‘ओम हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट’ मंत्र का जाप करें। हनुमान जी (Lord Hanuman) की कृपा से शत्रुओं का नाश होगा और वे परास्त होंगे। यह मंत्र आपकी विजय का मार्ग प्रशस्त करेगा। हनुमान जी के नाम का स्मरण करने से सभी प्रकार के रोग, दोष, भय आदि दूर हो जाते हैं, जिससे जीवन में सुख और समृद्धि का आगमन होता है।

हनुमान जी कर्ज मुक्ति के मंत्र (Hanuman Ji Karz Mukti ke Mantra)

 “ऊँ नमो हनुमते आवेशाय आवेशाय स्वाहा।” 

यह मंत्र हनुमान जी Hanuman ji ka Sabse Shaktishali Mantra की कृपा पाने और वित्तीय संकटों से छुटकारा पाने में मदद करता है। इस मंत्र का नियमित रूप से श्रद्धापूर्वक जाप करने से नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है और आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है। इसे प्रातःकाल में शुद्ध मन और ध्यान केंद्रित कर 108 बार जाप करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।

हनुमान जी का बीज मंत्र (Hanuman Beej Mantra)

हनुमान जी का अत्यंत प्रभावशाली बीज मंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं हनुमते रामदूताय नमः’ है, जिसे नियमित जाप करने से भक्त हनुमान जी की कृपा, आशीर्वाद, और अनुग्रह प्राप्त कर सकते हैं। यह मंत्र विशेष रूप से कोर्ट केस या अन्य कानूनी मामलों में विजय प्राप्त करने के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। मान्यता है कि इस मंत्र का दिन में दो बार 1008 बार जाप करने से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे न्याय और विजय का मार्ग प्रशस्त होता है।

हनुमान बीज मंत्र के फायदे (Hanuman Beej Mantra ke Fayde)

हनुमान बीज मंत्र के प्रमुख फायदे इस प्रकार हैं:

  • बल, साहस और विजय प्राप्ति: हनुमान बीज मंत्र “ॐ हं हनुमते नमः” का जाप करने से भक्तों को शक्ति, साहस, विजय और सकारात्मकता प्राप्त होती है। यह मंत्र हनुमानजी की शक्ति और भक्ति का प्रतीक है। इसके नियमित जाप से जीवन के कठिन समय में भी सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक बल मिलता है।
  • बाधाओं और नकारात्मकता से मुक्ति: “ॐ हरिमरामबलं दायकं हनुमते वन्दे वानरमतं श्री रामदूतं” मंत्र का अर्थ है “मैं वानर देवता हनुमान को प्रणाम करता हूँ, जो राम के दूत और उनकी शक्ति के दाता हैं।” इस मंत्र के जाप से जीवन की बाधाएं दूर होती हैं, काले जादू से सुरक्षा मिलती है और सफलता प्राप्त होती है। नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है।
  • आध्यात्मिक उन्नति और भक्ति वृद्धि: “ॐ ऐं भ्रीम हनुमते श्री रामदूताय नमः” यह मंत्र हनुमानजी को राम के दूत के रूप में सम्मानित करता है। इसका अर्थ है “मैं हनुमान को प्रणाम करता हूँ, जो भगवान राम के दूत हैं।” इस मंत्र का जाप भक्ति, ज्ञान और आध्यात्मिक विकास को बढ़ाता है। हनुमानजी और श्री राम के प्रति समर्पण की भावना जागृत होती है।

Conclusion:-Hanuman ji ka Sabse Shaktishali Mantra

आशा करते हैं की (हनुमान जी का सबसे शक्तिशाली मंत्र) से संबंधित यह बेहद खास लेख आपको पसंद आया होगा अगर आपके मन में किसी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, हम जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे। बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद

FAQ’s

1. हनुमान जी का सबसे शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?

हनुमान जी के कई मंत्र हैं जो अलग-अलग उद्देश्यों के लिए जपे जाते हैं। हालांकि, सबसे शक्तिशाली मंत्र है: “ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नमः”

यह मंत्र हनुमान जी की कृपा पाने, मानसिक और शारीरिक शक्ति बढ़ाने और जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।

2. इस मंत्र का जाप कब करना चाहिए?

हनुमान जी के इस शक्तिशाली मंत्र का जाप मंगलवार और शनिवार के दिन करना सर्वोत्तम माना जाता है। इसके अलावा, भक्त इसे प्रतिदिन भी जप सकते हैं, खासकर सूर्योदय के समय। ऐसा माना जाता है कि सुबह के समय हनुमान जी की पूजा और मंत्र का जाप अधिक फलदायी होता है।

3. क्या मंत्र जाप के लिए कोई विशेष नियम (नियम) हैं?

हाँ, कुछ नियमों का पालन करने से मंत्र जाप का प्रभाव और भी अधिक बढ़ जाता है:

  • साफ-सुथरे कपड़े पहनकर ही मंत्र जाप करें।
  • मंत्र का जाप शांत मन और एकाग्रता के साथ करें।
  • जाप के दौरान पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  • तिल के तेल का दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
  • शुद्ध स्थान पर बैठकर जाप करें, जहाँ कोई शोर-शराबा न हो।

4. इस मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?

मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए, लेकिन यदि आप इससे अधिक बार जाप कर सकें तो यह और भी लाभकारी हो सकता है। आप चाहें तो 11, 21 या 51 बार भी प्रारंभ कर सकते हैं, लेकिन 108 बार जाप करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

5. हनुमान जी के मंत्र का जाप करने से क्या लाभ होते हैं?

  • जीवन में आने वाली बाधाओं और संकटों से मुक्ति।
  • भय, नकारात्मकता और बुरी शक्तियों से सुरक्षा।
  • शारीरिक और मानसिक शक्ति में वृद्धि।
  • आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि।
  • संकटमोचन हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

6. क्या मंत्र जाप के साथ हनुमान चालीसा भी पढ़ सकते हैं?

जी हाँ, मंत्र जाप के साथ हनुमान चालीसा पढ़ना अत्यंत शुभ माना जाता है। हनुमान चालीसा के नियमित पाठ से भक्तों को हनुमान जी का आशीर्वाद मिलता है और सभी प्रकार की समस्याएं दूर होती हैं।

7. क्या इस मंत्र का जाप विशेष परिस्थितियों में किया जा सकता है?

यदि आप किसी विशेष संकट से गुजर रहे हैं, या आपके जीवन में कोई बड़ी चुनौती है, तो आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। यह हनुमान जी का सबसे शक्तिशाली मंत्र है और कठिन समय में अत्यधिक प्रभावी साबित होता है।