मासिक दुर्गाष्टमी । Masik Durgashtami 2025: हिंदू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का दिन अत्यंत शुभ माना जाता है। यह दिन देवी दुर्गा को समर्पित होता है और हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व नवरात्रि के समान ही है, और इसे धार्मिक दृष्टि से बेहद पवित्र माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन मां दुर्गा की उपासना करने से भक्तों को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। जो साधक पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं और उपवास रखते हैं, उनसे मां प्रसन्न होती हैं और उनके सारे पाप कट जाते हैं। मासिक दुर्गाष्टमी पर व्रत रखने वाले भक्तों को न केवल आध्यात्मिक शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता भी प्राप्त होती है।
साल 2025 में मासिक दुर्गाष्टमी की तिथियां पहले से तय की गई हैं, और यह सभी भक्तों के लिए एक अद्भुत अवसर है कि वे मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करें। आज के हमारे इस विशेष लेख में हम आपको साल 2025 में आने वाली मासिक दुर्गाष्टमी की संपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं। इसके साथ ही हम आपको मासिक दुर्गाष्टमी क्या है और इसके महत्व क्या है इसके बारे में भी जानकारी उपलब्ध कराएंगे,तो चलिए शुरु करते हैं।
मासिक दुर्गा अष्टमी 2025 । Masik Durga Ashtami 2025
तारीख | दिन | माह | प्रारंभ (समय) | समाप्त (समय) |
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23 जनवरी, 2025 | बुधवार | फाल्गुन | 10:05 ए एम | 09:05 ए एम, 24 जनवरी |
22 फरवरी, 2025 | शुक्रवार | चैत्र | 06:30 पी एम, 21 फरवरी | 04:43 पी एम |
23 मार्च, 2025 | शनिवार | वैशाख | 12:08 ए एम | 09:53 पी एम |
21 अप्रैल, 2025 | रविवार | ज्येष्ठ | 04:23 ए एम | 02:05 ए एम, 22 अप्रैल |
20 मई, 2025 | सोमवार | आषाढ़ | 08:54 ए एम | 07:00 ए एम, 21 मई |
19 जून, 2025 | बुधवार | श्रावण | 03:17 पी एम, 18 जून | 02:11 पी एम |
18 जुलाई, 2025 | बृहस्पतिवार | भाद्रपद | 12:56 ए एम | 12:53 ए एम, 19 जुलाई |
17 अगस्त, 2025 | शनिवार | आश्विन | 02:38 पी एम, 16 अगस्त | 03:40 पी एम |
16 सितम्बर, 2025 | सोमवार | कार्तिक | 08:21 ए एम, 15 सितम्बर | 10:17 ए एम |
15 अक्टूबर, 2025 | मंगलवार | मार्गशीर्ष | 05:06 ए एम | 07:34 ए एम, 16 अक्टूबर |
14 नवम्बर, 2025 | बृहस्पतिवार | पौष | 03:09 ए एम | 05:40 ए एम, 15 नवम्बर |
14 दिसम्बर, 2025 | शनिवार | माघ | 12:22 ए एम | 02:20 ए एम, 15 दिसम्बर |
जनवरी 2025 में फाल्गुन दुर्गाष्टमी । January Falgun Durga Ashtami
जनवरी 2025 की मासिक दुर्गाष्टमी फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाएगी। इस दिन का प्रारंभ 23 जनवरी को सुबह 10:05 बजे होगा और समाप्ति 24 जनवरी को सुबह 09:05 बजे होगी। इस शुभ दिन पर भक्तजन व्रत रखते हैं और मां दुर्गा की पूजा करते हैं। यह दिन उन भक्तों के लिए विशेष है जो जीवन में सकारात्मकता और शांति चाहते हैं।
- दिन-23 जनवरी
- वार-गुरुवार
फरवरी 2025 में चैत्र दुर्गाष्टमी । February Chaitra Durga Ashtami
फरवरी की मासिक दुर्गाष्टमी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाएगी। इसका प्रारंभ 21 फरवरी को शाम 06:30 बजे होगा और इसका समापन 22 फरवरी को शाम 04:43 बजे होगा। इस दिन को मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत और पूजा के लिए आदर्श माना जाता है।
- दिन-22 फरवरी
- वार-शुक्रवार
मार्च 2025 में वैशाख दुर्गाष्टमी | March Baisakh Durga Ashtami
मार्च 2025 में मासिक दुर्गाष्टमी वैशाख माह की शुक्ल अष्टमी को मनाई जाएगी। इसका प्रारंभ 23 मार्च को रात 12:08 बजे होगा और यह उसी दिन रात 09:53 बजे समाप्त होगी। यह दिन भक्तों के लिए मां दुर्गा की आराधना और अपने जीवन में शक्ति और समृद्धि लाने का दिन है।
- दिन-23 मार्च
- वार-शनिवार
अप्रैल 2025 में ज्येष्ठ दुर्गाष्टमी । April Jyeshtha Durga Ashtami
अप्रैल की मासिक दुर्गाष्टमी ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को आएगी। इसका प्रारंभ 21 अप्रैल को सुबह 04:23 बजे होगा और समापन 22 अप्रैल को रात 02:05 बजे होगा। इस दिन को भक्तजन पूरी श्रद्धा के साथ व्रत और मां दुर्गा की पूजा के लिए मानते हैं।
- दिन-21 अप्रैल
- वार-रविवार
मई 2025 में आषाढ़ दुर्गाष्टमी । May Asadh Durga Ashtami
मई 2025 में मासिक दुर्गाष्टमी आषाढ़ माह के शुक्ल अष्टमी को मनाई जाएगी। इसका प्रारंभ 20 मई को सुबह 08:54 बजे होगा और समापन 21 मई को सुबह 07:00 बजे होगा। इस दिन को मां दुर्गा के आशीर्वाद और शक्ति प्राप्त करने के लिए शुभ माना गया है।
- दिन-20 मई
- वार-सोमवार
जून 2025 में श्रावण दुर्गाष्टमी । June Shravan Durga Ashtami
जून माह की मासिक दुर्गाष्टमी श्रावण माह के शुक्ल अष्टमी तिथि को आएगी। इसका प्रारंभ 18 जून को दोपहर 03:17 बजे होगा और इसका समापन 19 जून को दोपहर 02:11 बजे होगा। इस दिन भक्तगण उपवास रखते हैं और मां दुर्गा की आराधना करते हैं।
- दिन- 19 जून
- वार-बुधवार
जुलाई 2025 में भाद्रपद दुर्गाष्टमी । July Bhadrapada Durga Ashtami
जुलाई की मासिक दुर्गाष्टमी भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाएगी। इसका प्रारंभ 18 जुलाई को रात 12:56 बजे होगा और इसका समापन 19 जुलाई को रात 12:53 बजे होगा। यह दिन मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का विशेष अवसर है।
- दिन- 18 जुलाई
- वार-गुरुवार
अगस्त 2025 में आश्विन दुर्गाष्टमी । August Ashwin Durga Ashtami
अगस्त माह की मासिक दुर्गाष्टमी आश्विन माह के शुक्ल अष्टमी तिथि को मनाई जाएगी। इसका प्रारंभ 16 अगस्त को दोपहर 02:38 बजे होगा और समापन 17 अगस्त को दोपहर 03:40 बजे होगा। यह दिन भक्तों के लिए देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करने का पवित्र समय है।
- दिन- 17 अगस्त
- वार- शनिवार
सितम्बर 2025 में कार्तिक दुर्गाष्टमी । September Kartik Durga Ashtami
सितम्बर में मासिक दुर्गाष्टमी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाएगी। इसका प्रारंभ 15 सितम्बर को सुबह 08:21 बजे होगा और इसका समापन 16 सितम्बर को सुबह 10:17 बजे होगा। इस दिन भक्तजन मां दुर्गा की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं।
- दिन-16 सितंबर
- वार-सोमवार
अक्टूबर 2025 में मार्गशीर्ष दुर्गाष्टमी । October Margashirsha Durga Ashtami
अक्टूबर 2025 की मासिक दुर्गाष्टमी मार्गशीर्ष माह के शुक्ल अष्टमी तिथि को आएगी। इसका प्रारंभ 15 अक्टूबर को सुबह 05:06 बजे होगा और समापन 16 अक्टूबर को सुबह 07:34 बजे होगा। यह दिन मां दुर्गा के आशीर्वाद प्राप्त करने का विशेष समय है।
- दिन- 15 अक्टूबर
- वार- मंगलवार
नवम्बर 2025 में पौष दुर्गाष्टमी । November Paush Durga Ashtami
नवम्बर की मासिक दुर्गाष्टमी पौष माह के शुक्ल अष्टमी को मनाई जाएगी। इसका प्रारंभ 14 नवम्बर को सुबह 03:09 बजे होगा और समापन 15 नवम्बर को सुबह 05:40 बजे होगा। इस दिन व्रत और पूजा करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- दिन- 14 नवबंर
- वार-गुरुवार
दिसम्बर 2025 में माघ दुर्गाष्टमी । December Magh Durga Ashtami
दिसम्बर में मासिक दुर्गाष्टमी माघ माह के शुक्ल अष्टमी तिथि को आएगी। इसका प्रारंभ 14 दिसम्बर को रात 12:22 बजे होगा और इसका समापन 15 दिसम्बर को रात 02:20 बजे होगा। यह दिन मां दुर्गा की कृपा और जीवन में शांति प्राप्त करने का आदर्श समय है।
- दिन- 14 दिसंबर
- वार- शनिवार
क्या है मासिक दुर्गाष्टमी । Kya Hai Masik Durga Ashtami
मासिक दुर्गाष्टमी हिंदू धर्म में एक विशेष और पवित्र पर्व है, जो हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व देवी दुर्गा को समर्पित है और उनकी कृपा प्राप्त करने का एक सुअवसर प्रदान करता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और इसे नवरात्रि के समान ही पवित्र माना जाता है।इस दिन भक्तजन मां दुर्गा की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत रखते हैं। पूजा के दौरान देवी को प्रसन्न करने के लिए मंत्रोच्चारण, दुर्गा सप्तशती का पाठ, और मां के विभिन्न रूपों की आराधना की जाती है। मां दुर्गा की आराधना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उनके जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और सफलता का आगमन होता है।
मासिक दुर्गाष्टमी पर व्रत रखना भी विशेष महत्व रखता है। इस व्रत को करने वाले भक्त दिन भर उपवास रखते हैं और देवी दुर्गा के चरणों में अपनी श्रद्धा समर्पित करते हैं। माना जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत और पूजा करता है, उसके पाप कट जाते हैं और उसे मां दुर्गा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह दिन न केवल आध्यात्मिक उन्नति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और नई शुरुआत का प्रतीक भी है।
मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व । Masik Durga Ashtami Ka Mahatav
मासिक दुर्गाष्टमी हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और शुभ मानी जाती है। यह दिन विशेष रूप से देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है और इसे हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा करने और व्रत रखने से भक्तों को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।
- शारीरिक और मानसिक शांति प्राप्त होती है
मासिक दुर्गाष्टमी पर मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों को मानसिक और शारीरिक शांति प्राप्त होती है। यह पूजा मन को एकाग्र करने में सहायक होती है और मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाती है। मां दुर्गा की आराधना से आत्मविश्वास और ऊर्जा का संचार होता है। - मनोकामनाएं पूरी होती हैं
मां दुर्गा को शक्ति और इच्छापूर्ति की देवी माना जाता है। मासिक दुर्गाष्टमी पर पूरे श्रद्धा भाव से पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह दिन जीवन में सुख-समृद्धि और उन्नति लाने वाला होता है। - सकारात्मक ऊर्जा का संचार और नकारात्मक शक्तियों का नाश
मां दुर्गा की पूजा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह पूजा नकारात्मक शक्तियों और बुरी ऊर्जा को दूर करने में सहायक होती है। घर का वातावरण पवित्र और शांत बनता है। - मन एकाग्र होता है और देवी भक्ति में वृद्धि होती है
मासिक दुर्गाष्टमी पर व्रत रखने से मन एकाग्र होता है और व्यक्ति का ध्यान देवी दुर्गा की भक्ति में लगता है। यह व्रत भक्त को संयमित और अनुशासित जीवन जीने की प्रेरणा देता है। - संकटों से मुक्ति मिलती है
मां दुर्गा की कृपा से व्यक्ति को सभी प्रकार के संकटों और परेशानियों से मुक्ति मिलती है। यह दिन जीवन में आने वाले हर कठिनाई को दूर करने और नया रास्ता दिखाने का अवसर प्रदान करता है। - नवरात्रि के समान पुण्य प्राप्त होता है
मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा का पुण्य नवरात्रि के समान माना गया है। यह दिन उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो नवरात्रि में पूजा करने का समय नहीं निकाल पाते। मासिक दुर्गाष्टमी उन्हें देवी दुर्गा की आराधना करने का अवसर देती है।
Conclusion
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FAQ’s
Q.मासिक दुर्गाष्टमी कब मनाई जाती है?
Ans.यह हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है।
Q.मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व क्या है?
Ans.यह दिन देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने और जीवन में सुख-शांति लाने का अवसर प्रदान करता है।
Q.क्या मासिक दुर्गाष्टमी का पुण्य नवरात्रि के समान है?
Ans.हां, मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा का पुण्य नवरात्रि के समान माना जाता है।
Q.मासिक दुर्गाष्टमी पर व्रत कैसे रखा जाता है?
Ans.इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और एक समय फलाहार या भोजन करते हैं।
Q.इस दिन कौन-सी पूजा विधि अपनाई जाती है?
Ans.मां दुर्गा की प्रतिमा या चित्र के सामने दीप जलाना, मंत्रों का जाप, और दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाता है।