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Sawan ke Mahine Mein kya Nahi khana Chahiye: सावन के महीने में क्या नहीं खाना चाहिए? क्या है इसका वैज्ञानिक महत्व, जानिए इस लेख में

Sawan ke Mahine Mein kya Nahi khana Chahiye
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सावन के महीने में क्या नहीं खाना चाहिए? (Sawan ke Mahine Mein kya Nahi Khana Chahiye): सावन (Sawan) का महीना हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव (Lord Shiva) की विशेष पूजा की जाती है और लोग व्रत-उपवास रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन में कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिन्हें खाने से बचना चाहिए? जी हां, आपने सही सुना। सावन के महीने में कुछ खास चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। वरना आपका व्रत और तप व्यर्थ हो सकता है। पुराणों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ भोजन ऐसे होते हैं जो इस पवित्र महीने में वर्जित माने जाते हैं।

तो आइए जानते हैं कि सावन में कौन सी चीजें नहीं खानी चाहिए और क्यों? क्या वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इन्हें न खाने की सलाह दी जाती है? इस लेख में हम इन सभी सवालों के जवाब तलाशेंगे…

Table Of Content :-Sawan ke Mahine Mein kya Nahi khana Chahiye

S.NOप्रश्न
1सावन के महीने में क्या नहीं खाना चाहिए?
2सावन के महीने में वर्जित खाद्य पदार्थों का वैज्ञानिक महत्व

सावन के महीने में क्या नहीं खाना चाहिए? (Sawan ke Mahine Mein kya Nahi khana Chahiye)

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सावन के महीने में विशेष धार्मिक और स्वास्थ्य कारणों से कुछ खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। आइए विस्तार से जानते हैं उन 10 चीजों के बारे में जो सावन के महीने में नहीं खानी चाहिए:

1. मांसाहारी भोजन

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सावन का महीना शिवजी की भक्ति का समय होता है। इस दौरान अधिकांश लोग शाकाहारी भोजन का पालन करते हैं और मांसाहारी भोजन से बचते हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से यह संयम और पवित्रता का प्रतीक है।

2. लहसुन और प्याज

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लहसुन और प्याज को तामसिक भोजन माना जाता है, जो धार्मिक कार्यों और उपवास के दौरान वर्जित होते हैं। सावन में शिवभक्त इनसे बचते हैं ताकि उनकी पूजा और उपवास पवित्र बने रहें।

3. बैंगन

बैंगन को अशुद्ध माना जाता है और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसे व्रत और पूजा के समय नहीं खाना चाहिए। सावन में बैंगन से परहेज करना शुभ माना जाता है।

4. दूध और दूध से बने उत्पाद

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सावन के महीने में दूषित वातावरण और कीटाणुओं की अधिकता के कारण दूध और उससे बने उत्पादों का सेवन करने से स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस महीने दूध का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है।

5. भिंडी

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भिंडी में चिपचिपा पदार्थ होता है जो पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। सावन में नमी अधिक होती है, जिससे भिंडी खाने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं।

6. पत्तागोभी

पत्तागोभी में कीटाणुओं का संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है, इसलिए सावन के महीने में इसे नहीं खाना चाहिए। इससे पेट से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

7. दही

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सावन (Sawan) के महीने में दही का सेवन करने से भी बचना चाहिए। इसे ठंडा और भारी भोजन माना जाता है जो बरसात के मौसम में पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है।

8. मसालेदार भोजन

मसालेदार भोजन से पेट में गर्मी और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। सावन में नमी और मौसम के बदलाव के कारण मसालेदार भोजन से बचना चाहिए ताकि पाचन तंत्र स्वस्थ रहे।

9. तला हुआ भोजन

तला हुआ भोजन भारी और पचने में कठिन होता है। सावन के महीने में इसे खाने से पेट में गैस, अपच और अन्य पाचन समस्याएं हो सकती हैं।

10. फास्ट फूड और जंक फूड

फास्ट फूड और जंक फूड में पोषक तत्वों की कमी होती है और यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। सावन में इनसे बचना चाहिए ताकि शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिल सकें और स्वास्थ्य अच्छा बना रहे।इन चीजों से सावन के महीने में परहेज करना न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी लाभकारी है।

सावन के महीने में वर्जित खाद्य पदार्थों का वैज्ञानिक महत्व (Sawan ke Mahine Mein Varjit khadya Padarth ka Vaigyanik Mahatva)

सावन (Sawan) के महीने में कुछ खाद्य पदार्थों को ना खाने के पीछे वैज्ञानिक कारण निम्नलिखित हैं:

  • दूध और दही से बनी चीजें: सावन के महीने में बारिश अधिक होने के कारण अनचाही जगहों पर घास उगने लगती है और कई तरह के कीड़े-मकोड़े उन पर रहते हैं। गाय-भैंस इस घास को चरती हैं, जिसका प्रभाव उनके दूध पर पड़ता है। इसलिए इस मौसम में दूध-दही या उससे बनी चीजों जैसे कढ़ी, रायता आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार भी सावन में पाचन क्रिया धीमी रहती है, ऐसे में दही का पाचन करने में परेशानी हो सकती है और वात की समस्या बनी रहती है।
  • साग-सब्जियां: सावन के महीने में हरी पत्तेदार सब्जियों में कीड़े लगने का डर ज्यादा होता है। साथ ही इस मौसम में साग में पित्‍त बढ़ाने वाले तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है जो पाचन में समस्‍या पैदा करते हैं। इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
  • तीखा और मसालेदार खाना: सावन में तीखे और खट्टे खाने से परहेज करना चाहिए। ऐसा खाना खाने से एसिडिटी और अपच की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है। हाई-कार्ब फूड्स का सेवन भी बढ़ते वजन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

Conclusion:-Sawan ke Mahine Mein kya Nahi khana Chahiye

निष्कर्ष के तौर पर कहा जा सकता है कि सावन (Sawan) का महीना धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान व्रत-उपवास रखने और सात्विक जीवन जीने का विधान है। भोजन के मामले में भी कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। अतः सावन में संयमित और शुद्ध भोजन करके इस पावन महीने की सार्थकता को और बढ़ाया जा सकता है। सावन के महीने में वर्जित खाद्य पदार्थों से संबंधित यह बेहद खास लेकर अगर आपको पसंद आया हो तो कृपया हमारे अन्य सभी लेख को भी एक बार जरूर पढ़िए साथ ही साथ हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर भी रोजाना विजिट करिए।

FAQ’s

Q. सावन में मांसाहारी भोजन क्यों नहीं खाना चाहिए?

Ans. सावन का महीना शिवजी की भक्ति का समय होता है, जिसमें अधिकांश लोग शाकाहारी भोजन का पालन करते हैं। मांसाहारी भोजन से बचना धार्मिक दृष्टिकोण से संयम और पवित्रता का प्रतीक है।

Q. सावन में लहसुन और प्याज का सेवन क्यों वर्जित है? 

Ans. लहसुन और प्याज को तामसिक भोजन माना जाता है, जो धार्मिक कार्यों और उपवास के दौरान वर्जित होते हैं। शिवभक्त इनसे बचते हैं ताकि उनकी पूजा और उपवास पवित्र बने रहें।

Q. भिंडी का सेवन सावन में क्यों नहीं करना चाहिए? 

Ans. भिंडी में चिपचिपा पदार्थ होता है जो पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। सावन में नमी अधिक होती है, जिससे भिंडी खाने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं।

Q. पत्तागोभी सावन में क्यों नहीं खानी चाहिए? 

Ans. पत्तागोभी में कीटाणुओं का संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है, इसलिए सावन के महीने में इसे नहीं खाना चाहिए। इससे पेट से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।

Q. सावन में दही का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए? 

Ans. दही ठंडा और भारी भोजन माना जाता है जो बरसात के मौसम में पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। इससे पेट में गैस और अपच की समस्या हो सकती है।

Q. मसालेदार भोजन सावन में क्यों नहीं खाना चाहिए? 

Ans. मसालेदार भोजन से पेट में गर्मी और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। सावन में नमी और मौसम के बदलाव के कारण मसालेदार भोजन से बचना चाहिए ताकि पाचन तंत्र स्वस्थ रहे।