Famous Temples Of Jodhpur: जोधपुर (Jodhpur), राजस्थान (Rajasthan) का एक प्रसिद्ध शहर, न केवल अपने विशाल किलों और महलों के लिए जाना जाता है, बल्कि अपने भव्य मंदिरों के लिए भी विख्यात है। इस “सूर्य नगरी” में ऐसे कई प्राचीन और आध्यात्मिक स्थल हैं जो धार्मिक महत्व के साथ-साथ वास्तुकला के अद्भुत नमूने भी प्रस्तुत करते हैं। चाहे वह महामंदिर हो, जिसकी स्थापना 1812 में महाराजा मान सिंह ने की थी या फिर ओसियां के प्राचीन जैन मंदिर, जोधपुर के मंदिर अपनी अनूठी कलाकृतियों और पवित्र वातावरण के लिए प्रसिद्ध हैं।
इन मंदिरों में से प्रत्येक अपने आप में अद्वितीय है और एक अलग कहानी बयां करता है। वे धार्मिक भक्ति, कलात्मक प्रतिभा और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं। इन मंदिरों की यात्रा करना न केवल आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है, बल्कि जोधपुर के समृद्ध इतिहास और विरासत की एक झलक भी देता है। इस लेख में, हम जोधपुर के 17 प्रसिद्ध मंदिरों की एक रोमांचक यात्रा पर निकलेंगे, उनकी वास्तुकला, कलात्मकता और ऐतिहासिक महत्व की खोज करेंगे।
तो आइए, इस लेख के माध्यम से हम आपको इन मंदिरों की सैर करवाते हैं और उनसे जुड़ी रोचक जानकारी से रू-ब-रू करवाते हैं।
List of All 17 Temples – Overview
S.NO | मंदिरों के नाम | स्थान (जोधपुर) |
1 | चामुंडा माता मंदिर | मेहरों को बास, गुलाब सागर, जोधपुर, राजस्थान, 342001 |
2 | बाबा रामदेव जी मंदिर | मंदिर रोड, जयपाल बस्ती, रामदेवरा, राजस्थान |
3 | पाल बालाजी मंदिर | पाल बालाजी मंदिर, पाल रोड, जोधपुर |
4 | संतोषी माता मंदिर | कृषि उपज मंडी, मंडोर रोड, जोधपुर |
5 | गणेश मंदिर | गणेश मंदिर रोड, 65, सर्किट हाउस रोड, मार्ग, रातानाडा, तालाब, राजस्थान 342001 |
6 | अचल नाथ शिवालय | कटला बाजार, राजस्थान 342001 |
7 | राज रणछोड़जी मंदिर | एमजी हॉस्पिटल रोड, सोजती गेट, रावतों का बास, जोधपुर, राजस्थान 342001 |
8 | सिद्धनाथ शिव मंदिर | कायलाना झील के पास, जोधपुर, राजस्थान 342001 |
9 | रसिक बिहार मंदिर | फतेह पोल रोड, कोले मोहल्ला, सोडागरान मोहल्ला, जोधपुर, राजस्थान 342001 |
10 | रिक्तिया भेरुजी मंदिर | रिक्तिया भेरुजी सर्कल, जोधपुर, राजस्थान 342001 |
11 | इश्किया गणेश मंदिर | फतेह पोल रोड, कोले मोहल्ला, सोडागरान मोहल्ला, जोधपुर, राजस्थान 342001 |
12 | रिक्तिया भेरुजी मंदिर | रिक्तिया भेरुजी सर्कल, जोधपुर, राजस्थान 342001 |
13 | डाली बाई मंदिर | भादू मार्केट, जोधपुर, राजस्थान 342001 |
14 | कुंज बिहारी मंदिर | कटला बाजार, रावतों का बास, जोधपुर, राजस्थान |
15 | महा मंदिर | मंडोर रोड, जोधपुर, राजस्थान-342001 |
16 | श्रीयादे माता मंदिर | जालमंद, जोधपुर, राजस्थान 342005 |
17 | भूतनाथ महादेव मंदिर | प्रताप नगर, जोधपुर, राजस्थान 342001 |
1. चामुंडा माता मंदिर, जोधपुर (राजस्थान) Chamunda Mata Temple, Jodhpur (Rajasthan)
मेहरानगढ़ किले (Mehrangarh Fort) के दक्षिणी भाग में स्थित चामुंडा माता का मंदिर (Chamunda Mata Mandir) जोधपुर (Jodhpur) के सबसे प्रसिद्ध और पुराने मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण 1460 ई. में जोधपुर के संस्थापक महाराजा राव जोधा ने करवाया था। राव जोधा ने अपनी पुरानी राजधानी मांडोर से चामुंडा देवी की मूर्ति को यहाँ लाकर स्थापित किया था और तभी से यह देवी जोधपुर राज परिवार की इष्ट देवी मानी जाती हैं।
मान्यता है कि जब राव जोधा मेहरानगढ़ किले का निर्माण करवा रहे थे, तब उन्होंने एक तांत्रिक हरमीत भट्ट द्वारा अधिकृत पहाड़ी पर किला बनाने का निर्णय लिया था। इससे नाराज होकर हरमीत भट्ट ने राजा को श्राप दिया कि किले में हमेशा पानी की कमी रहेगी। इस श्राप से बचने और प्रजा की रक्षा के लिए राव जोधा ने चामुंडा माता का मंदिर बनवाया और तभी से चामुंडा देवी राजपूतों की कुलदेवी मानी जाती हैं। आज भी यह मंदिर शहर के अंदर और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है।
चामुंडा माता मंदिर में होने वाले विशेष आयोजन (Special Events to be Held in Chamunda Mata Temple)
मेहरानगढ़ किले (Mehrangarh Fort) के चामुंडा माता मंदिर (Chamunda Mata Mandir) में नवरात्रि (Navratri) के दौरान विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि के अलावा, मंदिर में साल भर विभिन्न त्योहारों और अवसरों पर विशेष आयोजन होते रहते हैं, जिससे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटती है।
चामुंडा माता मंदिर के बारे में (About Chamunda Mata Temple)
चामुंडा माता मंदिर का फोन नंबर | +91 9783546270 |
मंदिर का पता | मेहरों को बास, गुलाब सागर, मेहरानगढ़ फोर्ट, जोधपुर , राजस्थान , 342001 , भारत |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | कोई प्रवेश शुल्क नहीं |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 7 किलोमीटर |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 3 किलोमीटर |
बस स्टेंड से मंदिर की दूरी | 15 किलोमीटर |
2. बाबा रामदेव जी मंदिर (Baba Ramdev Ji Temple)
बाबा रामदेव जी का मंदिर (Baba Ramdev Temple) राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर शहर से लगभग 7 किलोमीटर दूर स्थित है। यह मंदिर आधार शिला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है और एक बलुआ पत्थर की पहाड़ी ‘मसुरिया’ पर बना हुआ है। मंदिर का इतिहास और बाबा रामदेव जी की दिव्य शक्तियों की कथाएं श्रद्धालुओं को यहाँ आकर्षित करती हैं। मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक पत्थर पर “आपकी सुरक्षा आपके हाथ” लिखा हुआ है जो आगंतुकों की उत्सुकता को और बढ़ाता है।
पहले यहाँ तक पहुँचने के लिए खड़ी चट्टान में बनी अस्थिर सीढ़ियों का इस्तेमाल करना पड़ता था, लेकिन अब इन्हें सुधार दिया गया है ताकि लोग आसानी से मंदिर की चोटी तक पहुँच सकें और वहाँ से नज़ारा देख सकें। बाबा रामदेव जी का मेला हर साल भाद्रपद माह में रामदेवरा (जैसलमेर जिला, पोकरण) में भरता है जिसे रुणिचा धाम भी कहा जाता है।
मंदिर परिसर में बाबा रामदेव जी की समाधि है और यहाँ हर साल अगस्त और फरवरी में भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। यह मंदिर आध्यात्मिक प्रबोधन की खोज करने वालों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
बाबा रामदेव मंदिर के बारे में (About Baba Ramdev Temple)
मंदिर का फोन नंबर | फ़ोन नंबर उपल्ब्ध नहीं है |
मंदिर का पता | Temple Rd, Jaipal Basti, Ramdevra, Rajasthan 345023 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | कोई प्रवेश शुल्क नहीं |
मंदिर की फेसबुक प्रोफाइल | https://www.facebook.com/ramdevji |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 180 किलोमीटर |
बस स्टेंड से मंदिर की दूरी | 6.5 किलोमीटर |
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3. पाल बालाजी मंदिर (Pal Balaji Temple)
राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) जिले में स्थित पाल बालाजी मंदिर (Pal Balaji Temple) भारतीय धार्मिक धरोहर की एक अनमोल कड़ी है। यह मंदिर 175 साल से भी अधिक समय से अपनी विशेषता और आध्यात्मिकता के कारण लोगों के बीच प्रमुखता रखता है। मंदिर में मूंछों वाले हनुमान जी की मूर्ति है, जिसे भक्तगण पाल बालाजी के नाम से पुकारते हैं।
मंदिर का स्थापना स्थल पाल गांव है, जहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं के साथ आते हैं। मंगलवार और शनिवार को यहां विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होता है, और मान्यता है कि भगवान हनुमान भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
यह मंदिर जोधपुर शहर (Jodhpur City) से 8 किलोमीटर दूर स्थित है। बालाजी प्रतिमा की स्थापना 1898 में हुई थी। मंदिर में बालाजी की 4.30 फिट की मूर्ति है, जो दक्षिण मुखी है। मूर्ति की स्थापना के समय मूंछवाले बालाजी की ही मूर्ति की स्थापना की गई थी, जो जोधपुर की परंपरा है। इस प्रकार, पाल बालाजी मंदिर अपनी अद्वितीय परंपराओं और भगवान हनुमान के मूंछवाले रूप के कारण खास महत्व रखता है।
पाल बालाजी मंदिर के बारे में (About us of Pal Balaji Temple)
मंदिर का फोन नंबर | +919571202223 |
मंदिर का पता | Pal balaji mandir, Pal Road, Jodhpur, India, Rajasthan |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | कोई प्रवेश शुल्क नहीं |
मंदिर की फेसबुक प्रोफाइल | https://www.facebook.com/share/RCf3jZVdnfK6mvxu/?mibextid=qi2Omg |
जोधपुर एयरपोर्ट से दूरी | 8.4 किलोमीटर है। |
बस स्टेंड से मंदिर की दूरी | 10 किलोमीटर |
4. प्रगट संतोषी माता मंदिर लालसागर जोधपुर (Santoshi Mata Mandir)
जोधपुर (Jodhpur) के मंडोर रोड पर कृषि मंडी के पास प्राकृतिक पहाड़ियों के बीच स्थित संतोषी माता मंदिर (Santoshi Mata Mandir) पूरे देश में शक्ति पीठ के रूप में जाना जाता है। यह देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां संतोषी माता की मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी। प्रगट संतोषी माता मंदिर के नाम से विख्यात इस मंदिर में मुख्य गर्भगृह की चट्टानें शेषनाग की भांति माता की मूर्ति पर छाया कर रही हैं।
मंदिर परिसर में एक अमृत कुंड और झरना है, जिसके आसपास हरियाली और विभिन्न प्रकार के वृक्ष हैं। यहां माता को लाल सागर वाली मैय्या और संतोषी मैय्या के रूप में पूजा जाता है। शुक्रवार को यहां मेले जैसा माहौल रहता है और हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, यहां तक कि विदेशों से भी। मंदिर में अखंड ज्योति, हवन और कीर्तन निरंतर होता रहता है।
मान्यता है कि जिन्हें माता बुलाती हैं, वही यहां दर्शन करने आते हैं और उनकी मनोकामना पूरी होती है। मंदिर के ट्रस्टी जगदीश सांखला के अनुसार यह मंदिर सदियों पुराना है और संतोषी माता का व्रत करने से मनवांछित फल मिलता है। संतोषी माता को सुख-समृद्धि और मनोकामना पूर्ण करने वाली देवी के रूप में जाना जाता है।
संतोषी माता मंदिर के बारे में (About Santoshi Mata Mandir)
मंदिर का फोन नंबर | 9983335999 |
मंदिर का पता | Krishi Upaj Mandi, Mandore Road, Jodhpur, Rajasthan 342001 |
मंदिर की फेसबुक प्रोफाइल | https://www.pragatsantoshimata.com/ |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 10 किलोमीटर |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 4.6 किलोमीटर |
बस स्टैंड से दूरी | 14.9 किलोमीटर |
5. रातानाडा गणेश मंदिर जोधपुर (Ganesh Temple Ratanada, Jodhpur)
जोधपुर (Jodhpur), राजस्थान (Rajasthan) के रातानाडा इलाके में स्थित गणेश मंदिर भगवान गणेश को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह करीब 150 साल पुराना मंदिर अपनी 8 फीट ऊंची और 4 फीट चौड़ी भगवान गणेश की विशाल प्रतिमा के लिए जाना जाता है। मान्यता है कि इसी स्थान पर भगवान गणेश की एक मूर्ति मिलने के बाद इस मंदिर का निर्माण किया गया था।
इश्कियां गणेश के नाम से भी लोकप्रिय यह मंदिर प्रेमी जोड़ों के बीच विशेष रूप से प्रसिद्ध है। माना जाता है कि यहां पर प्रेमी जोड़े पत्र लिखकर छोड़ते हैं तो उनकी मुराद पूरी होती है। खासकर गणेश चतुर्थी और प्रत्येक बुधवार को बड़ी संख्या में भक्त और प्रेमी जोड़े यहां दर्शन करने आते हैं।
मेहरानगढ़ किला (Mehrangarh Fort), उम्मेद भवन पैलेस, जसवंत थाड़ा और मंडोर गार्डन जैसे कई पर्यटक आकर्षण इस मंदिर के आसपास हैं। जोधपुर और इस मंदिर के दर्शन के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है, जब मौसम सुहावना होता है। जोधपुर हवाई मार्ग, रेल और सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जिससे पर्यटकों के लिए मंदिर पहुंचना आसान हो जाता है।
गणेश मंदिर के बारे में (About Ganesh Temple)
मंदिर का फोन नंबर | +91-9929885577 |
मंदिर का पता | Ganesh Mandir Road, 65, Circuit House Rd, Marg, Ratanada, Talab, Jodhpur Rajasthan 342001 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 3.5 किलोमीटर |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 3 किलोमीटर |
बस स्टैंड से दूरी | 3.1 किलोमीटर |
6. अचल नाथ शिवालय (Achal Nath Shivalaya)
जोधपुर (Jodhpur), राजस्थान (Rajasthan) में स्थित अचल नाथ शिवालय मंदिर (Achal Nath Shivalaya Temple) एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है जिसका निर्माण 1531 ईस्वी में राव गंगा की रानी नानक देवी द्वारा करवाया गया था। मंदिर के अंदर शिवलिंग के पास एक जल भंडार है जिसे ‘गंगा बावड़ी’ के नाम से जाना जाता है। यह एक पेयजल टैंक है। मंदिर में गर्भ गृह, मंडप भवन और कीर्तन भवन भी हैं जिनमें नक्काशीदार छितर पत्थरों का सुंदर काम किया गया है।
अचल नाथ शिवालय (Achal Nath Shivalaya) का निर्माण 21 मई 1531 को पूरा हुआ था। यह प्राचीन मंदिर जोधपुर के लोगों की भगवान शिव के प्रति धार्मिक आस्था का केंद्र है।
16वीं शताब्दी से ही यह मंदिर हिंदू धर्म की भव्यता और उत्तर पश्चिमी भारत की उस समय की वास्तुकला शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है। आज भी यह मंदिर जोधपुर शहर (Jodhpur City) और इसके लोगों की संस्कृति के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह न केवल एक आध्यात्मिक केंद्र है बल्कि पर्यटकों और कला प्रेमियों को भी अपनी वास्तुकला की शानदार बनावट और शांत वातावरण के कारण आकर्षित करता है। अचल नाथ शिवालय मंदिर जोधपुर की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
अचल नाथ शिवालय के बारे में (About Achal Nath Shivalaya)
मंदिर का फोन नंबर | 09413960340 |
मंदिर का पता | 72V9 JVG, Katla Bazar, Rajasthan 34200 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश शुल्क |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 8.5 किलोमीटर |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 5.2 किलोमीटर |
बस स्टैंड से दूरी | 15 किलोमीटर |
7. राज रणछोड़जी मंदिर (Raj Ranchhodji Temple)
जोधपुर (Jodhpur), राजस्थान (Rajasthan) में स्थित राज रणछोड़जी मंदिर (Ranchhod Ji mandir) भगवान कृष्ण (Lord Krishna) को समर्पित एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है। मंदिर का अनूठा नाम हिंदू धर्मग्रंथ महाभारत की एक घटना से लिया गया है, जिसमें भगवान कृष्ण को युद्धभूमि से भागने के बाद रणछोड़जी कहा जाता है।
मंदिर की स्थापना 1952 में राजमाता राजकुमारी जादेची ने की थी, जिन्होंने इसके निर्माण पर 1 लाख रुपये से अधिक खर्च किए थे। मंदिर की वास्तुकला राजस्थानी और इस्लामी शैलियों का मिश्रण है, जिसमें इसकी दीवारों और छतों पर जटिल नक्काशी और डिजाइन हैं। मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार लाल बलुआ पत्थर का बना है और इसके दोनों ओर दो रक्षक देवता हैं।
मंदिर का मुख्य आकर्षण भगवान कृष्ण (Lord Krishna) की मूर्ति है, जो काले पत्थर की बनी है और माना जाता है कि इसे द्वारका के पुजारियों ने तराशा था। मंदिर के गर्भगृह में भगवान गणेश, देवी दुर्गा और भगवान शिव की मूर्तियां भी हैं।
राज रणछोड़जी मंदिर के बारे में (About Raj Ranchhodji Temple)
मंदिर का फोन नंबर | कोई अधिकारी का फ़ोन नंबर नहीं है |
मंदिर का पता | 72PC+737, MG Hospital Rd, Sojati Gate, Rawaton Ka Bass, Jodhpur, Rajasthan 342001 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश नि:शुल्क है |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 3.5 किलोमीटर |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 6 किलोमीटर |
बस स्टैंड से दूरी | 2.2 किलोमीटर |
8. सिद्धनाथ शिव मंदिर (Siddhanath Shiva Temple)
जोधपुर (Jodhpur), राजस्थान (Rajasthan) में स्थित सिद्धनाथ शिव मंदिर (Siddhanath Temple) भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह कैलाना झील के पास पहाड़ियों में स्थित है और रेलवे स्टेशन से लगभग 9.6 किमी और बस स्टैंड से 11.2 किमी दूर है।मंदिर 1932 में संत नारायण स्वामी और संत एकनाथ रानाडे द्वारा बनाया गया था, जो उस समय आध्यात्मिक नेता थे। उनके निधन के बाद, उनके शिष्य बाबा नेपाली ने मंदिर के देखभाल करने वाले के रूप में कार्यभार संभाला और इसके विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंग हैं जो शुद्ध चांदी के बने हैं और भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण आकर्षण हैं। मंदिर में कई छोटी गुफाएँ भी हैं जहाँ प्राकृतिक शिवलिंग (Shivlinga) पाए जा सकते हैं, जिनका निर्माण स्वाभाविक रूप से हुआ माना जाता है। मंदिर तक पहुंचने के लिए 355 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं, जो चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं लेकिन फिर भी फलदायी हैं। मंदिर का निर्माण पूरी तरह से पत्थर का बना है और ऊपर से दृश्य अद्भुत है।
भक्तों का मानना है कि मंदिर अपने भक्तों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए जाना जाता है, इसलिए भोलेनाथ में उनकी आस्था इतनी मजबूत है। हर साल लाखों श्रद्धालु मंदिर में भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने आते हैं।मंदिर पूरे वर्ष खुला रहता है, लेकिन श्रावण माह (जुलाई-अगस्त) और गुरु पूर्णिमा के दिन यहाँ आने का सबसे अच्छा समय है।
सिद्धांत शिव मंदिर के बारे में (About Siddhant Shiva Temple)
मंदिर का फोन नंबर | 7568622324 |
मंदिर का पता | Near Kaylana Lake, Jodhpur, Rajasthan 342001 |
मंदिर की फेसबुक प्रोफाइल | Sidhnath-Mandir |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 9.6 किलोमीटर |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 15.2 किलोमीटर |
बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 11.2 किलोमीटर |
9. रसिक बिहार मंदिर (Rasik Bihari Temple)
रसिक बिहारी मंदिर (Rasik Bihari Temple), जिसे नैनी जी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है और यहाँ उन्हें रसिक बिहारी जी के रूप में पूजा जाता है।इस मंदिर का निर्माण नैनी बाई द्वारा करवाया गया था और यह जोधपुर के उदय मंदिर रोड पर स्थित है। यहाँ भगवान सूर्य और नंदी बैल की मूर्तियाँ भी हैं, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं। संगमरमर से निर्मित नंदी बैल की प्रतिमा राजा जसवंत सिंह द्वारा सन् 1885 में दान की गई थी।
सभा मंडप में भगवान कृष्ण (Lord Krishna) और राधा जी (Devi Radha) की सुंदर मूर्तियाँ विराजमान हैं। प्रवेश द्वार पर भगवान विष्णु, गरुड़ और हनुमान जी की आकर्षक प्रतिमाएँ हैं। मंदिर परिसर के एक हिस्से में विनायक गणेश जी की मूर्ति भी स्थापित है।
मंदिर में प्रातः और सायंकाल नियमित पूजा-आरती होती है। यह मंदिर जोधपुर शहर से लगभग 8 किमी दूर स्थित है और यहाँ सड़क मार्ग, रेल या हवाई मार्ग से पहुँचा जा सकता है। रसिक बिहारी मंदिर जोधपुर के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के प्रतीक हैं।
रसिक बिहारी मंदिर के बारे में (About Rasik Bihari Temple)
मंदिर का फोन | Not Available |
मंदिर का पता | 72VM+J7R Rasik Bihari Temple, Udai Mandir, Sri Ganganagar, Jodhpur, Rajasthan 342001 |
मंदिर की फेसबुक | https://www.brajrasik.org/hi/media/rasik-bihari-temple-vrindavan |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 8 किलोमीटर |
बस स्टैंड से दूरी | 6 किलोमीटर |
10. श्री शनिचर जी का थान (Shri Shanichar ji’s Place)
राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) नगर में स्थित श्री शनिचर जी का थान अपनी अद्वितीय मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर श्री शनैश्वर धाम के नाम से भी जाना जाता है और यह देश के दूसरे और राजस्थान राज्य के पहले चमत्कारी शनि मंदिर के रूप में माना जाता है।
यहां शनि देव के अलावा हनुमान और पिपलेश्वर महादेव की मूर्तियां भी स्थापित हैं। यहां की मान्यता है कि हनुमान जी भक्तों को शनि देव के क्रोध से बचाते हैं।
यह मंदिर विशेष रूप से शनिवार को भक्तों की भीड़ से भर जाता है, और शनि अमावस्या के दिन यह संख्या और बढ़ जाती है। यहां पर यह भी माना जाता है कि 19 लगातार शनिवारों के दर्शन से भक्तों की सभी कठिनाइयों का समाधान होता है और उनकी बीमारियां दूर हो जाती हैं।
मंदिर में शनि अमावस्या के दिन 108 कुंड योग का आयोजन होता है। मंदिर का निर्माण अद्वितीय वास्तुकला के साथ किया गया है और शनि देव, हनुमान, और पिपलेश्वर महादेव की सुंदर मूर्तियां यहां स्थापित हैं।
श्री शनिचर जी मंदिर के बारे में (About us of shree shanichar ji than temple)
मंदिर का फोन नंबर | कोई आधिकारिक फोन नंबर नहीं है |
मंदिर का पता | shanischarji Ka Than, Pratap Nagar, Jodhpur, Rajasthan 342003 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 3.3 किलोमीटर |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 5.2 किलोमीटर |
बस स्टैंड से दूरी | 1.5 किलोमीटर |
11. इश्किया गणेश मंदिर (Ishqiya Ganesh Temple)
राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) शहर में एक अनोखा मंदिर है जो इश्किया गणेश (Ishqiya Ganesh Temple) के नाम से मशहूर है। यह मंदिर प्रेमी जोड़ों की मनोकामनाएं पूरी करने के लिए जाना जाता है। मंदिर का इतिहास करीब 100 साल पुराना है और यह शहर की संकरी गलियों में स्थित है।
मान्यता है कि अगर कोई प्रेमी जोड़ा नियमित रूप से इस मंदिर में आता है और श्रद्धा से प्रार्थना करता है, तो उनकी शादी में कोई बाधा नहीं आती और वे अवश्य विवाह के बंधन में बंध जाते हैं। पहले प्रेमी इस मंदिर में चुपके-चुपके आया करते थे, लेकिन अब हर बुधवार को यहां प्रेमी जोड़ों की भारी भीड़ लगती है।
मंदिर का नाम इश्किया गणेश देवता के नाम पर रखा गया है, जो प्रेमियों की इच्छाओं को पूरा करने के लिए मानते हैं। मंदिर न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है। कई लोग केवल इश्किया गणेश के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए ही इस मंदिर में आते हैं। मंदिर सभी के लिए खुला है और यहां जाति, पंथ या धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाता।
इश्किया गणेश मंदिर के बारे में ( About us of Ishqiya Ganesh Temple )
मंदिर का फोन नंबर | 02912441907 |
मंदिर का पता | Fateh Pol Rd, Kolry Mohalla, Sodagaran Mohalla, Jodhpur, Rajasthan 342001 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है |
एयरपोर्ट से मंदिर दूरी | 8.7 किलोमीटर |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 7.4 किलोमीटर |
बस स्टैंड से दूरी | 18.3 किलोमीटर |
12. रिक्तिया भेरुजी मंदिर (Riktiya Bheruji Temple)
राजस्थान (Rajasthan) का प्रसिद्ध रिक्तिया भेरुजी मंदिर (Riktiya Bheruji Temple) इस राज्य की अद्वितीय धार्मिक विरासत का प्रतीक है। यह मंदिर राजसमंद जिले के शिशोदा गांव में स्थित है और यहाँ हर रविवार को मेला लगता है, जिसमें 8,000 से 10,000 श्रद्धालु आते हैं।
यह स्थल भेरु बाबा की उपासना का केंद्र है, जिनकी विश्वासयात्री अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की आशा में यहां आते हैं। वार्षिक रूप से यहां चार प्रमुख घटनाएं होती हैं, जिनमें लगभग 50,000 भक्त सहभागी होते हैं।
मंदिर का मुख्य आकर्षण भैरव जी की विशाल प्रतिमा है, जो काले पत्थर से बनी है और लगभग 10 फीट ऊंची है। मूर्ति को आभूषणों से सजाया गया है और वह सिंहासन पर विराजमान है। मंदिर में अन्य हिंदू देवताओं जैसे गणेश जी, हनुमान जी और दुर्गा माता को समर्पित कई छोटे मंदिर भी हैं।
माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण जोधपुर के राठौर शासकों ने किया था, जो भैरव जी के भक्त थे। यह मंदिर हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और हर साल हजारों श्रद्धालुओं द्वारा इसका दर्शन किया जाता है। शिवरात्रि और नवरात्रि जैसे हिंदू त्योहारों के दौरान मंदिर विशेष रूप से भीड़-भाड़ वाला होता है।
रिक्तियां भैरव जी मंदिर के बारे में (About us of Riktiya Bhairav Ji Temple)
मंदिर का फोन नंबर | 08112218363 |
मंदिर का पता | Riktiya Bheruji Circle, Jodhpur, Rajasthan 342001 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है |
एयरपोर्ट से मंदिर पुरी | 5 किलोमीटर |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 3-4 किलोमीटर |
बस स्टेंड से मंदिर की दूरी | 7.8 किलोमीटर |
13. डाली बाई मंदिर (Dali Bai Mandir)
जोधपुर (Jodhpur) शहर के बागोरिया गांव में एक 600 साल पुराना चमत्कारी दुर्गा मंदिर स्थित है। यह मंदिर पहाड़ी पर बना हुआ है और यहां पहुंचने के लिए 500 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। इस मंदिर की खास बात यह है कि पिछले 13 पीढ़ियों से यहां पूजा-पाठ और देखभाल का काम एक मुस्लिम परिवार करता आ रहा है। वर्तमान में जलालुद्दीन खान इस मंदिर के नामित केयरटेकर और पुजारी हैं।
जलालुद्दीन के मुताबिक उनके पूर्वज सैकड़ों साल पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत से यहां आकर बस गए थे। एक बार उनके पूर्वजों की जान इसी मंदिर में छिपने से बच गई थी। तब से मां दुर्गा के चमत्कार को देखते हुए उनके पूर्वज यहीं बस गए और पीढ़ी दर पीढ़ी मंदिर की सेवा करते आ रहे हैं।
इस दुर्गा मंदिर में रोज हजारों श्रद्धालु देवी के दर्शन के लिए आते हैं। गांव के लोगों को भी मुस्लिम पुजारी से कोई आपत्ति नहीं है। यह मंदिर ‘अतुल्य भारत’ की एक अनूठी मिसाल है जहां धर्म से ऊपर उठकर मानवता और श्रद्धा का भाव दिखता है। इस तरह के उदाहरण हमारे देश की सांस्कृतिक विविधता और सौहार्द को भी दर्शाते हैं।
डाली बाई मंदिर के बारे में (About us of Dali Bai Temple)
मंदिर का फोन नंबर | कोई अधिकारी का फ़ोन नंबर नहीं है |
मंदिर का पता | Bhadu Market, Jodhpur, Rajasthan 342001 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 11 किलोमीटर |
एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 18.3 किलोमीटर |
बस स्टैंड से दूरी बस स्टेंड से मंदिर की दूरी | 9.3 किलोमीटर |
14. कुंज बिहारी मंदिर (Kunj Bihari Temple)
कुंज बिहारी मंदिर (Kunj Bihari Temple) अपनी अद्वितीय वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर घंटाघर बाजार के निकट स्थित है और यहाँ तक पहुंचने के लिए विभिन्न साधन उपलब्ध हैं। जोधपुर शहर के घंटाघर बाजार के पास स्थित इस मंदिर तक बस या टैक्सी से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
इसके अलावा, जोधपुर रेलवे स्टेशन, जो प्रमुख शहरों दिल्ली, आगरा, मुंबई, चेन्नई, बीकानेर, जोधपुर, जयपुर, अहमदाबाद से जुड़ा हुआ है, से भी मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।कुंज बिहारी मंदिर को कलात्मक रूप से और वास्तुकला से बनाया गया है। इसका प्रवेश द्वार और मंदिर की चोटी, एक अद्वितीय वास्तुकला का अच्छा उदाहरण है।
मंदिर के द्वार पर भगवान कृष्ण की अत्यंत भक्त मीरा बाई की मूर्ति है। इसके अलावा, भगवान कृष्ण, मीरा बाई, संत नामदेवानंद, हनुमान जी आदि की मूर्तियां गर्भगृह या मंदिर के केंद्रीय हॉल में स्थित हैं। इस प्रकार, कुंज बिहारी मंदिर धार्मिक यात्रियों और वास्तुकला प्रेमियों के लिए एक आकर्षण केंद्र बनता है।
कुंज बिहारी मंदिर के बारे में ( About us of Kunj Bihari Temple)
मंदिर का फोन नंबर | 095093 05607 |
मंदिर का पता | Katla bazar, Rawaton Ka Bass, Jodhpur, Rajasthan 342001 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 2 किलोमीटर |
एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 6 किलोमीटर |
बस स्टैंड से मंदिर कीदूरी | 2.5 किलोमीटर |
15. महा मंदिर जोधपुर (Maha Mandir Jodhpur )
जोधपुर (Jodhpur) के प्रमुख मंदिरों में से एक महा मंदिर अपनी शानदार संरचना, विस्तृत नक्काशी और बेदाग सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यह प्राचीन द्रविड़ शैली में निर्मित है और इसके 84 खंभों पर योग मुद्राओं, फूलों के डिजाइन और जटिल पैटर्न की मूर्तियां गढ़ी गई हैं। भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा करने वाला यह प्रमुख मंदिर न केवल हजारों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है, बल्कि पूरे विश्व में यात्रियों और वास्तुकला के अनुयायियों के लिए भी एक उल्लेखनीय स्थल है।
महा मंदिर (Maha Mandir) की भीतरी दीवारें शानदार भित्ति चित्रों से सुसज्जित हैं और भगवान शिव (Lord Shiva) का एक विशाल पुतला मंदिर की मुख्य विशेषता है। इस मंदिर का सुंदर नक्काशीदार शिखर और जटिल डिजाइन इसे जोधपुर के सबसे खूबसूरत मंदिरों में से एक बनाते हैं। महा मंदिर जोधपुर के मुख्य आकर्षणों में से एक है और शहर के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है।
महा मंदिर के बारे में (About us of Maha Mandir)
मंदिर का फोन नंबर | 0291-2544493 |
मंदिर का पता | मंडोर रोड , जोधपुर , राजस्थान , 342001 , भारत |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 2.3 किलोमीटर |
एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 5 किलोमीटर |
बस स्टैंड से मंदिर की दूरी | 2.5 किलोमीटर |
16. श्री यादे माता मंदिर जोधपुर (Shri Shri Yade Mata Temple, Jodhpur)
जोधपुर (Jodhpur), राजस्थान (Rajasthan) के झालामंड इलाके में स्थित श्री श्रीयादे माता मंदिर भारत का पहला भव्य श्रीयादे माता का मंदिर है। यह मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन गया है, जहां दूर-दूर से भक्त माता के दर्शन और आशीर्वाद लेने आते हैं।
मंदिर की स्थापना के 24 वर्ष पूरे होने पर यहां भव्य भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर मंदिर परिसर में आध्यात्मिक माहौल देखने को मिला।
श्री श्रीयादे माता (Shri Shriyade Mata Temple) को मां दुर्गा का ही एक रूप माना जाता है। भक्तों का मानना है कि माता के दरबार में मांगने से मनोकामना अवश्य पूरी होती है। मंदिर के निर्माण से जोधपुर शहर (Jodhpur City) में श्रद्धा और आस्था का एक नया केंद्र विकसित हुआ है।
आने वाले वर्षों में यह मंदिर और भी विकसित होगा और श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी, ऐसा विश्वास है। श्री श्रीयादे माता के आशीर्वाद से जोधपुर और राजस्थान के लोगों का कल्याण होता रहेगा। मंदिर प्रबंधन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
श्री यादे माता मंदिर के बारे में (About us of Shri Shri Yade Mata Temple)
मंदिर का फोन नंबर | 09571640707 |
मंदिर का पता | 35, Bhadwasiya RTO Link Rd, Gulzar Nagar, Vidhya Nagar, Jodhpur, Rajasthan 342006 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश नि:शुल्क है |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 6 किलोमीटर |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 8.1 किलोमीटर |
बस स्टैंड सेमंदिर की दूरी | 5 किलोमीटर |
17. भूतनाथ महादेव मंदिर जोधपुर (Bhootnath Mahadev Temple)
राजस्थान में भूतनाथ महादेव मंदिर एक प्रसिद्ध शिव मंदिर है। यह मंदिर जोधपुर के प्रताप नगर में स्थित है। इस मंदिर में एक प्राकृतिक शिवलिंग है जो बहुत प्राचीन माना जाता है। मंदिर परिसर में एक कुंड भी है जो भक्तों के लिए पवित्र स्नान का स्थान है।
भूतनाथ महादेव मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना पांडवों द्वारा की गई थी जब वे वनवास के दौरान इस क्षेत्र से गुजरे थे। मंदिर के बारे में एक किवदंती यह भी है कि यहां भगवान शिव ने भूत-प्रेतों का संहार किया था, इसलिए इसका नाम भूतनाथ पड़ा।
मंदिर का वास्तुकला राजस्थानी शैली में है और इसकी दीवारों पर सुंदर नक्काशी की गई है। मंदिर के मुख्य द्वार पर नंदी बैल की एक विशाल प्रतिमा स्थापित है। भूतनाथ महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर एक बड़ा मेला लगता है जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस दिन विशेष पूजा और आरती का आयोजन किया जाता है।
भूतनाथ महादेव मंदिर के बारे में (About us of Bhootnath Mahadev Temple)
मंदिर का फोन नंबर | कोई अधिकारी का फ़ोन नंबर नहीं है |
मंदिर का पता | Pratap Nagar, Mehrangarh Fort Jodhpur, Rajasthan 342001 |
मंदिर में प्रवेश शुल्क | मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है |
रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी | 2-3 किलोमीटर |
जोधपुर एयरपोर्ट से मंदिर की दूरी | 7 किलोमीटर |
बस स्टेंड से मंदिर की दूरी | 4.1 किलोमीटर |
Conclusion:
राजस्थान (Rajasthan) के मंदिर न केवल धार्मिक महत्व के स्थल हैं, बल्कि वास्तुकला के अद्भुत नमूने भी हैं। ये पवित्र स्थान विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के सौहार्दपूर्ण सह-अस्तित्व को भी दर्शाते हैं। राजस्थान के इन प्रसिद्ध मंदिरों से संबंधित यह विशेष लेख अगर आपको पसंद आया हो तो कृपया हमारे इस लेख को अपने सभी प्रयोजनों के साथ अवश्य साझा करें साथ ही हमारे अन्य सभी आर्टिकल्स को भी एक बार जरूरपढ़ें और अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो उसे कॉमेंट बॉक्स में जाकर जरुर पूछे, हम आपके सभी प्रश्नों का जवाब देने का प्रयास करेंगे। ऐसे ही अन्य लेख को पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट janbhakti.in पर रोज़ाना विज़िट करें ।
FAQ’s:
Q.जोधपुर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर कौन सा है?
Ans. जोधपुर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर मेहरानगढ़ किले के पास स्थित चामुंडा माता मंदिर है जो देवी चामुंडा को समर्पित है और पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है।
Q.मंडोर गार्डन में कौन से प्रसिद्ध मंदिर हैं?
Ans. मंडोर गार्डन जोधपुर से 16 किमी दूर स्थित है और यहां कई मंदिर हैं जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं।
Q. कुंज बिहारी मंदिर कहाँ स्थित है?
Ans. कुंज बिहारी मंदिर राजस्थान के जोधपुर शहर के घंटाघर बाजार के पास स्थित है।
Q. कुंज बिहारी मंदिर में किन-किन की मूर्तियां स्थित हैं?
Ans. कुंज बिहारी मंदिर के गर्भ गृह या सेंट्रल हॉल के अंदर भगवान कृष्ण, मीरा बाई, संत नामदेवानंद और हनुमान जी आदि की मूर्तियां स्थित हैं।
Q. महामंदिर का धार्मिक महत्व क्या है?
Ans. महामंदिर हिंदू नाथ संप्रदाय को समर्पित एक मंदिर है, जो शिव को अपना प्रधान गुरु मानता है। यह भारतीय अध्यात्म में नाथ संप्रदाय के योगदान का प्रतीक है।
Q. अचलनाथ शिवालय मंदिर का निर्माण कब और किसने किया?
Ans. अचलनाथ शिवालय मंदिर का निर्माण 1531 ईस्वी में राव गंगा की रानी नानक देवी ने करवाया था। मंदिर का निर्माण 21 मई 1531 को पूरा हुआ था।