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Nakhat Banna Temple : राजस्थान ही नहीं पूरे देश भर में प्रसिद्ध है नखत बन्ना मंदिर, जानिए नखत बन्ना मंदिर के बारे में

Nakhat Banna Temple
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Nakhat Banna Temple: राजस्थान (Rajasthan) भारत (India) का वह राज्य है, जहां रेतीले रेगिस्तानों के बीच राजा-महाराजाओं के गौरवशाली इतिहास की कहानियाँ बसी हैं। इसी अतीत के गहन अध्ययन का एक अद्वितीय अध्याय है नखत बन्ना और भभूता सिद्ध जी की कथा, जिसका आधार बीकानेर जिले के चारणवाला गांव में स्थित नखत बन्ना मंदिर में है।

यह कहानी विक्रम संवत 1853 के दौरान शुरू होती है, जब एक भयानक तूफान ने मारुधर भूमि को बहा दिया था। इस तूफान के बावजूद, भगवान शिव के दिव्य अवतार, योगी निरंजन नाथ जी, ने अपने झोले और झंडे के साथ एक यात्रा शुरू की, और वे चारणवाला गांव पहुंचे, इस कहानी में आगे क्या हुआ यह तो आपको पूरा लेख पढ़ने के बाद पता चल ही जाएगा, लेकिन नखत बन्ना जी की कथा उनके ध्यान, विनम्रता और गुरु, योगी निरंजन नाथ जी, के प्रति अपनी निष्ठा के लिए जानी जाती है। इस लेख का उद्देश्य नखत बन्ना जी और भभूता सिद्ध जी की कथा के माध्यम से राजस्थानी संस्कृति और धार्मिक धरोहर को समझना है। 

आइए, हम इस अद्वितीय कहानी को और गहराई से जानने की कोशिश करते हैं और इसके प्रभाव को समझने का प्रयास करते हैं, जो आज भी बीकानेर (Bikaner) जिले के निवासियों के जीवन पर छाई हुई है।

नखत बन्ना मंदिर के बारे में (About Nakhat Banna Temple) 

नखत बन्ना मंदिर का फोन नंबर8460115625 
नखत बन्ना मंदिर का पता Charanwala, Rajasthan 334305, W553+JFW 
जोधपुर एयरपोर्ट से नखत बन्ना मंदिर की दूरी 481 किलोमीटर 
जोधपुर रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी 339 किलोमीटर 
बस स्टैंड से मंदिर की दूरी 334 किलोमीटर 
Google Map https://maps.app.goo.gl/EvteSR3dxL9Zhp6q7
नखत बन्ना मंदिर की फेसबुक प्रोफाइलhttps://www.facebook.com/share/aj8eToDpzxNrStVw/

नखत बन्ना मंदिर कहाँ है? (Where is Nakhat Banna Temple)

नखत बन्ना मंदिर (Nakhat Banna Temple) राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर (Bikaner) ज़िले में स्थित चारणवाला गांव में स्थापित है। यह बीकानेर (Bikaner) शहर से लगभग 35 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित है। यह मंदिर लोकप्रिय हिंदू संत नखत बन्ना को समर्पित है, जिन्हें 18वीं शताब्दी का चमत्कारी संत माना जाता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि उनकी प्रार्थनाओं पर यहां शीघ्र फल मिलता है। 

नखत बन्ना मंदिर की कहानी क्या है? (What is the Story of Nakhtankhat Banna Temple?

नखत बन्ना मंदिर (Nakhat Banna Temple), चारणवाला का इतिहास बहुत पुराना और रोचक है। यह मंदिर राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर (Bikaner) जिले के चारणवाला गांव में स्थित है। इस मंदिर की स्थापना भभूता सिद्ध द्वारा की गई थी, जो एक प्रसिद्ध योगी थे।

कहा जाता है कि 1853 में मरुधर क्षेत्र में एक भयंकर तूफान आया, जिससे भारी बाढ़ आई। उस समय योगी निरंजन नाथ, जो भगवान शिव के अवतार माने जाते थे, उस इलाके से गुजर रहे थे। उन्होंने एक गाय को संकट में देखा और उसे शांत करने के लिए अपना दिव्य रूप दिखाया।

स्थानीय शासक ठाकुर गोविंद सिंह योगी से मिलने गए और उनका आशीर्वाद लिया। बदले में, ठाकुर ने योगी को रहने की जगह दी और उनके कहने पर ग्रामीणों के लिए एक तालाब भी खुदवाया। बाद में, ठाकुर ने योगी से वंश को आगे बढ़ाने के लिए पुत्र की कामना की। योगी ने उन्हें तीन पुत्रों का आशीर्वाद दिया, जिनमें सबसे बड़े का नाम भभूता सिंह था।

भभूता सिंह योगी के शिष्य बने और ध्यान व अन्य आध्यात्मिक अभ्यास में निपुण हुए। भभूता सिंह के पुत्र नखत बन्ना एक दिव्य आत्मा थे, जो मानवता की सेवा के लिए पैदा हुए थे। उन्होंने चमत्कारी शक्तियां प्रदर्शित कीं और लोग उन्हें भगवान के रूप में पूजने लगे।

नखत बन्ना ने चारणवाला में एक मंदिर का निर्माण किया, जहां वे अपनी आध्यात्मिक साधना करते थे और शिष्यों का मार्गदर्शन करते थे। यह मंदिर आध्यात्मिकता का केंद्र बन गया और दूर-दूर से लोग उनके आशीर्वाद और मार्गदर्शन लेने आते थे। नखत बन्ना के उपदेश निस्वार्थ सेवा, भक्ति और ध्यान के महत्व पर जोर देते थे। 

आज भी लोग नखत बन्ना मंदिर में उनका आशीर्वाद लेने और उनकी शिक्षाओं में शांति पाने के लिए आते हैं। यह मंदिर आध्यात्मिकता और दिव्य अनुग्रह का प्रतीक बन गया है।

नखतबन्ना मंदिर का महत्व क्या है? (What is the Significance of Nakhtankhat Banna Temple)

नखत बन्ना मंदिर (Nakhat Banna Temple), चारणवाला का महत्व निम्नलिखित बिंदुओं से समझा जा सकता है: 

  • आध्यात्मिक महत्व: नखत बन्ना जी एक महान आध्यात्मिक व्यक्तित्व थे जिनका जन्म चारणवाला गांव में हुआ था। उनकी निष्ठा और समर्पण के कारण उन्हें सिद्ध पुरुष माना जाता है। मंदिर उनकी स्मृति में बनाया गया है और श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है।
  • सांप और बिच्छू के काटने से सुरक्षा: मान्यता है कि नखत बन्ना जी के आशीर्वाद से यहां आने वाले भक्तों को सांप और बिच्छू के काटने से सुरक्षा मिलती है। इसलिए जहरीले सांप-बिच्छू के डंक का शिकार हुए लोग यहां आकर मन्नत मांगते हैं।
  • मेला और उत्सव: हर साल भाद्रपद महीने की चतुर्थी और पंचमी तिथि को नखत बन्ना मंदिर में भव्य मेला लगता है जहां दूर-दूर से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। यह सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व का आयोजन है।
  • वास्तुकला: मंदिर राजस्थानी वास्तुकला का सुंदर उदाहरण है। इसमें बारीक नक्काशी और मूर्तिकला देखने को मिलती है। मंदिर के चारों ओर हरियाली है जो इसे शांत वातावरण प्रदान करती है।
  • गर्भगृह का महत्व: हिंदू मान्यता के अनुसार मंदिर का गर्भगृह अत्यंत पवित्र स्थान होता है जहां मूल देवता विराजमान रहते हैं। नखत बन्ना मंदिर के गर्भगृह में जाकर दर्शन-पूजन से श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है।
  • पैदल यात्रा: कई श्रद्धालु 160 किमी की पैदल यात्रा कर रामदेवरा से नखत बन्ना धाम के दर्शनों के लिए आते हैं। यह उनकी आस्था और समर्पण को दर्शाता है।

इस प्रकार, नखत बन्ना मंदिर (Nakhat Banna Temple), चारणवाला धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से राजस्थान का एक महत्वपूरण तीर्थ स्थल है। यह मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ पर्यटन और वास्तुकला की दृष्टि से भी उल्लेखनीय है।

नखत बन्ना मंदिर कैसे पहुंचे? (How to reach Nakhat Banna Temple?)

नखत बन्ना मंदिर पहुंचने के मुख्य मार्ग निम्नलिखित हैं:

  • सड़क मार्ग: बीकानेर शहर राजस्थान (Rajasthan) के विभिन्न हिस्सों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप बस या टैक्सी द्वारा बीकानेर पहुंच सकते हैं और फिर वहां से नखत बन्ना मंदिर जा सकते हैं।
  • रेल मार्ग: बीकानेर का अपना रेलवे स्टेशन है जो कई प्रमुख शहरों से जुड़ा है। आप ट्रेन द्वारा बीकानेर पहुंच सकते हैं और फिर वहां से सड़क मार्ग द्वारा नखत बन्ना मंदिर जा सकते हैं।
  • वायु मार्ग: बीकानेर का नाल एयरपोर्ट शहर से लगभग 13 किमी दूर है। आप हवाई जहाज द्वारा बीकानेर आ सकते हैं और फिर एयरपोर्ट से टैक्सी या बस लेकर नखत बन्ना मंदिर पहुंच सकते हैं।

कुल मिलाकर, नखत बन्ना मंदिर (Nakhat Banna Temple), बीकानेर में एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है जहां आप सड़क, रेल या हवाई मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं। 

नखत बन्ना मंदिर की फोटो (Photo of Nakhat Banna Temple)

इस विशेष लेख के जरिए हम आपसे नखत बन्ना मंदिर (Nakhat Banna Temple), से संबंधित बेहद ही खास तस्वीरें साझा कर रहे हैं, इन तस्वीरों के माध्यम से आप नखत बन्ना मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं और बेहद ही सफलतापूर्वक इन तस्वीरों को डाउनलोड (Download) भी कर सकते हैं। 

विशेष आयोजन (Special Events)

नखत बन्ना मंदिर (Nakhat Banna Temple), चारणवाला, राजस्थान में साल भर कई धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जैसे मेला, चैत्र मेला इत्यादि। कई भक्त 160 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रामदेवरा से नखत बन्ना धाम के दर्शनों के लिए आते हैं। यह उनकी आस्था और समर्पण को दर्शाता है।

Conclusion:

नखत बन्ना मंदिर (Nakhat Banna Temple) बीकानेर (Bikaner) की समृद्ध संस्कृति और धार्मिक परंपराओंका प्रतीक है। यह मंदिर न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है, बल्कि राजस्थान के लोककला और शिल्प का भी उत्कृष्ट नमूना है। नखत बन्ना मंदिर से संबंधित यह विशेष लेख अगर आपको पसंद आया हो तो कृपया हमारे अन्य सभी लेख को भी एक बार जरूर पढ़िए साथ ही इस लेख को पढ़ने के बाद अगर आपके मन में कोई प्रश्न उत्पन्न हुआ हो तो उसे कमेंट बॉक्स में जरूर पूछिए। हम आपके सभी प्रश्नों के हर संभव जवाब देने का प्रयास करेंगे, ऐसे ही और आर्टिकल्स को पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट https://janbhakti.in पर रोजाना विजिट करें।

FAQ’s:

Q. नखत बन्ना मंदिर किस गाँव में स्थित है? 

Ans. नखत बन्ना मंदिर राजस्थान के बीकानेर जिले के चरणवाला गाँव में स्थित है। यह गाँव बीकानेर शहर से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर है। मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है और इसका वातावरण बहुत शांत और आध्यात्मिक है।

Q. नखत बन्ना कौन थे? 

Ans. नखत बन्ना एक सिद्ध पुरुष थे जो सोलंकी वंश के थे। वे भभूता सिद्ध के नाम से भी जाने जाते थे। उन्होंने अपनी तपस्या और आध्यात्मिक शक्तियों के कारण लोगों के बीच प्रसिद्धि पाई। उनका जन्म विक्रम संवत 1853 में हुआ था।

Q. नखत बन्ना मंदिर की स्थापना कब और कैसे हुई? 

Ans. नखत बन्ना मंदिर की स्थापना नखत बन्ना सिद्ध के निर्देशों पर की गई थी। कहा जाता है कि उन्होंने अपनी मृत्यु से पहले अपने शिष्यों को एक मंदिर बनाने का निर्देश दिया था। उनकी इच्छा के अनुसार, मंदिर का निर्माण उनकी समाधि के स्थान पर किया गया।

Q. मंदिर में कौन-कौन से चमत्कार देखने को मिलते हैं? 

Ans. नखत बन्ना मंदिर में कई चमत्कार देखने को मिलते हैं। मान्यता है कि यहाँ साँप के काटे को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा, लोग मानते हैं कि मंदिर में पूजा-अर्चना करने से उनकी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।

Q. मंदिर में कौन-कौन से त्योहार मनाए जाते हैं? 

Ans. नखत बन्ना मंदिर में प्रतिवर्ष भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को एक भव्य मेला आयोजित किया जाता है। इस मेले में हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इसके अलावा, नवरात्रि और शिवरात्रि जैसे हिंदू त्योहार भी मंदिर में धूमधाम से मनाए जाते हैं।

Q. मंदिर का प्रबंधन कैसे किया जाता है? 

Ans. नखत बन्ना मंदिर का प्रबंधन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। ट्रस्ट मंदिर के रखरखाव, पूजा-अर्चना और अन्य गतिविधियों का संचालन करता है। ट्रस्ट द्वारा मंदिर के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए भी प्रयास किए जाते हैं।