मकर राशि के बारे में संपूर्ण जानकारी (Makar Rashi ke baare mein sampoorna jankari): हिंदू ज्योतिष में बारह राशियों में से मकर राशि (Makar Rashi) दसवीं राशि है, जो पृथ्वी तत्व से संबंधित है। मकर राशि (Makar Rashi) के जातक अपनी महत्वाकांक्षा, अनुशासन और स्थिरता के लिए जाने जाते हैं। यह राशि अपनी अद्वितीय विशेषताओं और गुणों के कारण विशेष महत्व रखती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मकर राशि के स्वामी कौन हैं? मकर राशि का तत्व क्या है? और मकर राशि की धातु क्या है? इस लेख में, हम आपको मकर राशि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। हम आपको बताएंगे कि मकर राशि के Makar Rashi ke isht Dev Kaun Hai इष्ट देव और प्रमुख मंत्र क्या है, मकर राशि का लकी नाम अक्षर क्या है, और मकर राशि के जातकों की शुभ दिशा क्या है। इसके अलावा, हम आपको बताएंगे कि जन्मतिथि के अनुसार मकर राशि के जातकों को कैसे पहचाना जा सकता है और उनकी व्यक्तिगत विशेषताएं क्या होती हैं। यह लेख मकर राशि के जातकों के लिए तो उपयोगी होगा ही, साथ ही अन्य राशि के जातकों को भी मकर राशि के बारे में जानने में मदद करेगा।
तो आइए, जानें मकर राशि (Makar Rashi) के बारे में और अपने जीवन को बेहतर बनाएं। इस लेख के माध्यम से, आप मकर राशि के रहस्यों को उजागर करेंगे और अपने जीवन को अधिक सार्थक बनाएंगे…
Table Of Content
विषय | विवरण |
मकर राशि | मकर राशि ज्योतिष की दसवीं राशि है, जिसे पहाड़ी बकरा या समुद्री बकरा दर्शाता है। |
स्वामी ग्रह | मकर राशि का स्वामी ग्रह शनि |
तत्व | मकर राशि के जातकों के इष्ट देवता भगवान शंकर और पवन पुत्र हनुमान माने जाते हैं |
इष्ट देव | मकर राशि के जातकों के इष्ट देवता भगवान शंकर और पवन पुत्र हनुमान माने जाते हैं |
मकर राशि का मंत्र | ‘ऊँ शं शनैश्चराय नम:’ |
अन्य मंत्र | ॐ ऎं क्लीं ह्रीं श्रीं सौः। |
धातु | मकर राशि के जातकों के लिए लोहा और सोना दोनों धातुएं शुभ मानी जाती हैं। |
रत्न | मकर राशि के जातकों के लिए नीलम रत्न अत्यंत शुभ माना जाता है। |
रुद्राक्ष | सात मुखी रुद्राक्ष |
मित्र राशियाँ | वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और कुंभ |
शत्रु राशियाँ | मेष, कर्क, सिंह, और वृश्चिक |
लकी नाम के अक्षर | भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, या गी |
दिशा | मकर राशि के जातकों के लिए पश्चिम दिशा शुभ मानी जाती है। |
महत्वपूर्ण व्रत और त्यौहार | प्रत्येक मंगलवार को व्रत रखिए। |
विशेष पूजा | प्रत्येक मंगलवार के दिन भगवान हनुमान जी की विशेष पूजा करनी चाहिए। |
मकर राशि क्या है? (Makar Rashi kya Hai)
मकर राशि (Makar Rashi) ज्योतिष की दसवीं राशि है, जिसे पहाड़ी बकरा या समुद्री बकरा दर्शाता है। इसका स्वामी ग्रह शनि है। मकर के जातक अपनी जिम्मेदारी, अनुशासन और महत्वाकांक्षा के लिए जाने जाते हैं। वे गंभीर, व्यावहारिक और स्वतंत्र सोच वाले होते हैं, जो कड़ी मेहनत और लक्ष्य प्राप्ति के प्रति समर्पित रहते हैं। हालांकि, ये कभी-कभी आरक्षित और सतर्क दिख सकते हैं, लेकिन जब किसी पर विश्वास करते हैं, तो वफादार और सहयोगी साबित होते हैं। मकर राशि के जातक हमेशा कुछ नया सीखने के लिए तत्पर रहते हैं और अपने व्यक्तित्व को निरंतर सुधारने का प्रयास करते हैं।
मकर राशि का तत्व क्या है? (Makar Rashi ka Tatva kya Hai)
मकर राशि (Makar Rashi) का तत्व पृथ्वी है। यह तत्व मकर राशि के जातकों में स्थिरता, व्यावहारिकता और वास्तविकता की भावना को दर्शाता है। पृथ्वी तत्व से जुड़े लोग सामान्यतः दृढ़, अनुशासित और मेहनती होते हैं, जो अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए लगातार प्रयास करते हैं।
मकर राशि के स्वामी कौन हैं? (Makar Rashi ke Swami kaun Hain)
मकर राशि (Makar Rashi) का स्वामी ग्रह शनि है, जो उन्हें महान अनुशासन प्रदान करता है। इस राशि के व्यक्ति जो भी कार्य चुनते हैं, उसमें वे ऊंचाइयों तक पहुंचते हैं।
मकर राशि के इष्ट देव कौन हैं? (Makar Rashi ke isht Dev kaun Hain)
मकर राशि (Makar Rashi) के जातकों के इष्ट देवता भगवान शंकर और पवन पुत्र हनुमान माने जाते हैं, जो उनके जीवन में शक्ति और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
मकर राशि के लिए मंत्र (Makar Rashi ke liye Mantra)
मकर राशि (Makar Rashi) के जातकों को शनिदेव का मंत्र ‘ऊँ शं शनैश्चराय नम:’ का जाप करना चाहिए, जो उन्हें आशीर्वाद और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।
मकर राशि के लिए धातु (Makar Rashi ke liye Dhatu)
मकर राशि (Makar Rashi) के जातकों के लिए लोहा और सोना दोनों धातुएं शुभ मानी जाती हैं, जो उनके जीवन में समृद्धि और सकारात्मकता का संचार करती हैं।
मकर राशि के लिए रत्न (Makar Rashi ke liye Ratn)
अगर आपका जन्म मकर राशि के अंतर्गत हुआ है, तो आपके लिए नीलम एक भाग्यशाली रत्न माना जाता है, जो आपको सकारात्मक ऊर्जा और अवसर प्रदान कर सकता है।
मकर राशि की शत्रु राशियाँ कौन सी है? (Makar Rashi ki Shatru Rashiyaan kaun si Hain)
मकर राशि (Makar Rashi) के जातकों के लिए मेष, कर्क, सिंह, और वृश्चिक राशियां प्रतिकूल मानी जाती हैं, इसलिए इनसे सावधान रहना चाहिए। वहीं, मीन राशि के साथ उनकी अनुकूलता होती है।
मकर राशि की मित्र राशियाँ कौन सी है? (Makar Rashi ki Mitra Rashiya kaun si Hoti Hai)
मकर राशि (Makar Rashi) के लोगों के लिए वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और कुंभ राशि के जातक अच्छे मित्र माने जाते हैं, जिससे उनके बीच मित्रता के मजबूत बंधन बनते हैं।
मकर राशि नाम अक्षर (Makar Rashi Naam Akshar)
जिन व्यक्तियों के नाम भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, या गी से प्रारंभ होते हैं, वे मकर राशि के अंतर्गत आते हैं।
मकर राशि की दिशा क्या है? (Makar Rashi ki Disha kya Hai)
मकर राशि (Makar Rashi) के जातकों के लिए पश्चिम दिशा को विशेष रूप से शुभ माना जाता है, जो उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और अवसरों का संचार करती है।
जन्मतिथि से मकर राशि पहचानिए (Birth Date Se Makar Rashi Jane)
मकर राशि के लोग 22 दिसंबर से 19 जनवरी के बीच जन्म लेते हैं। यह राशि राशि चक्र में दसवें स्थान पर है, जो इसके विशिष्ट महत्व को दर्शाता है।
Conclusion:-Makar Rashi ke isht Dev Kaun Hai
आशा करते हैं की (मकर राशि – इष्ट देव, राशि तत्व, राशि का स्वामी,मंत्र, धातु, रत्न, रुद्राक्ष, राशि नाम अक्षर) से संबंधित यह बेहद खास लेख आपको पसंद आया होगा अगर आपके मन में किसी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद
FAQ’s:-Makar Rashi ke isht Dev Kaun Hai
1. मकर राशि के इष्ट देव कौन हैं?
मकर राशि के इष्ट देव “भगवान शनि” माने जाते हैं। शनि देव, जो न्याय के देवता हैं, मकर राशि के स्वामी ग्रह हैं और मकर राशि के जातकों पर इनका गहरा प्रभाव होता है। शनि देव का आशीर्वाद पाने के लिए मकर राशि के जातक नियमित रूप से शनि देव की पूजा और आराधना करते हैं।
2. शनि देव की पूजा का महत्व
मकर राशि के लोग जीवन में अनुशासन और कड़ी मेहनत का पालन करते हैं, और शनि देव इन्हें उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। शनि देव की पूजा से मकर राशि के जातकों को जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की शक्ति मिलती है। यह पूजा न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाती है, बल्कि जीवन में शांति और स्थिरता भी लाती है।
3. शनि देव की पूजा कैसे करें?
- शनिवार को शनि देव की पूजा: शनि देव की पूजा के लिए शनिवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन शनि देव के मंदिर में जाकर तिल का तेल, काले तिल और नीले फूल चढ़ाएं।
- शनि मंत्र का जाप: मकर राशि के जातकों को प्रतिदिन “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए।
- दान का महत्व: शनि देव को प्रसन्न करने के लिए दान का विशेष महत्व है। आप काले तिल, काले कपड़े और लोहे से बनी वस्तुएं दान कर सकते हैं।
4. अन्य पूजनीय देवता
हालांकि शनि देव मकर राशि के इष्ट देव माने जाते हैं, फिर भी कई लोग भगवान हनुमान और शिवजी की भी पूजा करते हैं। हनुमानजी को शनि देव का मित्र माना जाता है, इसलिए उनकी पूजा से शनि देव की कृपा भी मिलती है। शिवजी भी मकर राशि के जातकों के लिए लाभकारी होते हैं, और उनकी आराधना से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
5. क्या मकर राशि के लोगों के लिए शनि की साढ़े साती का प्रभाव होता है?
शनि की साढ़े साती का प्रभाव हर राशि के जातकों पर पड़ता है, और मकर राशि पर भी इसका असर होता है। जब शनि मकर राशि से गुज़रते हैं, तो साढ़े साती का आरंभ होता है। यह समय चुनौतियों से भरा हो सकता है, लेकिन शनि देव की पूजा और अनुशासन का पालन करने से इस समय को सफलतापूर्वक पार किया जा सकता है।