करवा चौथ में क्या खाना चाहिए क्या नहीं (Karva Chauth mein kya khana Chahiye kya nahi): करवा चौथ (Karva Chauth) का त्योहार हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद खास माना जाता है। यह पर्व पति-पत्नी के बीच प्रेम, विश्वास और समर्पण का प्रतीक है। महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र और उनके स्वस्थ जीवन की कामना करती हैं। लेकिन इस पवित्र व्रत के साथ कई सवाल भी जुड़े हुए हैं जैसे करवा चौथ का व्रत 2024 में कब है? व्रत के दिन क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? आदि।
इन सवालों के जवाब जानना हर व्रत रखने वाली महिला के लिए बहुत जरूरी है। क्योंकि सही विधि और नियमों का पालन करके ही व्रत का पूर्ण लाभ मिलता है। करवा चौथ का व्रत (Karva Chauth Vrat) काफी कठिन होता है क्योंकि इसमें दिनभर बिना कुछ खाए-पिए रहना पड़ता है। ऐसे में सेहत का ख्याल रखना भी जरूरी हो जाता है। तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि करवा चौथ 2024 कब है और इस दिन क्या करना चाहिए क्या नहीं। साथ ही व्रत के महत्व और इससे जुड़ी मान्यताओं के बारे में भी चर्चा करेंगे।
यह जानकारी न सिर्फ करवा चौथ व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए उपयोगी होगी बल्कि उन सभी के लिए भी रोचक होगी जो हमारी संस्कृति और परंपराओं में रुचि रखते हैं…
यह भी पढ़े:– 1.करवा चौथ कहानी 2. करवा चौथ आरती 3.करवा चौथ व्रत में क्या खाएं क्या ना खाएं 4. करवा चौथ शुभकामनाएं 5. करवा चौथ सामग्री 6. करवा चौथ शुभ मुहूर्त 7. पहली बार करवा चौथ
करवा चौथ व्रत 2024 कब है? (Karva Chauth Vrat 2024 kab Hai)
हिन्दू पंचांग के अनुसार, करवा चौथ (Karva Chauth) का पावन व्रत हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष, 2024 में, यह शुभ अवसर रविवार, 20 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 46 मिनट से शुरू होगा और अगले दिन, सोमवार 21 अक्टूबर को सूर्योदय से पूर्व 4 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगा। व्रती महिलाएं इस दिन 20 अक्टूबर को तड़के 6 बजकर 25 मिनट पर व्रत का संकल्प लेंगी। पूजा का यह विशेष अनुष्ठान चंद्रमा के उदय के साथ संपन्न होगा, जिसमें चंद्रोदय पर व्रत का समापन किया जाएगा।
अवसर | तिथि | समय |
करवा चौथ प्रारंभ | 20 अक्टूबर 2024 | सुबह 6:46 मिनट |
करवा चौथ समाप्त | 21 अक्टूबर 2024 | सूर्योदय से पूर्व 4:16 मिनट |
व्रत का संकल्प | 20 अक्टूबर 2024 | तड़के 6:25 मिनट |
चंद्रोदय पर व्रत समापन | 20 अक्टूबर 2024 | चंद्रमा के उदय के समय (समय स्थान के अनुसार अलग-अलग हो सकता है) |
करवा चौथ में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए? (Karva Chauth Mein kya khana Chahiye kya Nahi khana Chahiye)
करवा चौथ व्रत के दिन क्या खाना चाहिए:
करवा चौथ व्रत (Karva Chauth Vrat) के दिन सुबह सरगी खाने की परंपरा है। सरगी में आप ड्राई फ्रूट्स, नारियल पानी, मिठाई, मौसमी फल, दूध, दही और पनीर जैसी हल्की और ऊर्जा से भरपूर चीजों का सेवन कर सकते हैं। फलों और सब्जियों से भरपूर आहार लेना चाहिए क्योंकि ये उपवास से पहले शरीर में पोटेशियम के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। सरगी खाना व्रत के दौरान शक्ति प्रदान करता है और दिनभर बिना भोजन व पानी के रहने में मदद करता है। व्रत के बाद पारण के समय मीठी चीज खाकर व्रत खोलना चाहिए और घर पर बने पकवानों का सेवन करना चाहिए। यदि करवा चौथ का व्रत रखने वाली सुहागन महिलाएं बीमार रहती हैं या किसी रोग से ग्रसित हैं तो वह व्रत में फलाहार का सेवन कर सकती हैं।
करवा चौथ व्रत के दिन क्या नहीं खाना चाहिए:
करवा चौथ व्रत (Karva Chauth Vrat) के दिन सरगी में ज्यादा तेल, मसाले और भारी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे दिनभर प्यास लग सकती है और पेट में परेशानी हो सकती है। व्रत के दौरान कोई भी भोजन या पानी नहीं लेना चाहिए। व्रत तोड़ने के बाद भी हल्का भोजन करने की सलाह दी जाती है। व्रत के बाद मांस, शराब आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। प्याज, लहसुन और मांसाहारी भोजन का सेवन भी करवा चौथ के दिन नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं और स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को उपवास रखने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और सावधानी बरतनी चाहिए।
करवा चौथ पर क्या नहीं करना चाहिए? (Karva Chauth Par kya Nahi Chahiye)
करवा चौथ के दिन कुछ खास बातों का पालन करना बहुत ज़रूरी होता है। यहां 10 महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं, जिनका ध्यान व्रत के दिन अवश्य रखना चाहिए:
- देर तक न सोएं: करवाचौथ का व्रत सूर्योदय के साथ ही शुरू हो जाता है, इसलिए इस दिन देर तक न सोएं। व्रत का शुभारंभ जल्दी होने से पूजा और अन्य विधि समय पर हो पाती हैं।
- सरगी के अलावा कुछ और न खाएं: सास द्वारा दी गई सरगी का खास महत्व होता है। व्रत की शुरुआत से पहले सरगी खाएं और उसके बाद कुछ भी ग्रहण न करें। सरगी का सेवन व्रत की शुरुआत का एक अहम हिस्सा है।
- भूरे और काले रंग के कपड़े न पहनें: करवा चौथ (Karva Chauth) के दिन भूरे और काले रंग को अशुभ माना जाता है, इसलिए इन रंगों के कपड़ों से बचें। लाल रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है, क्योंकि यह प्यार और समर्पण का प्रतीक है।
- पूजा से ध्यान न भटकाएं: पूजा के दौरान भजन-कीर्तन और ध्यान पर विशेष ध्यान दें। इस दिन टीवी देखना या अनावश्यक बातें करना सही नहीं माना जाता। पूजा का समय ध्यानमग्न होकर बिताएं।
- सोते सदस्य को न उठाएं: करवाचौथ के दिन किसी सोते हुए सदस्य को उठाना अशुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन सोते व्यक्ति को नींद से जगाने से व्रत का पुण्य कम हो सकता है।
- किसी का अपमान न करें: व्रत के दिन अपनी वाणी पर संयम रखना आवश्यक होता है। किसी का अपमान न करें, विशेषकर घर के बुजुर्गों का। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन विनम्रता और शांति बनाए रखना चाहिए।
- पति से झगड़ा न करें: करवा चौथ व्रत का मुख्य उद्देश्य पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना करना है। इसलिए, इस दिन पति से किसी प्रकार का विवाद या झगड़ा करने से बचें।
- श्रृंगार का सामान किसी को न दें: इस दिन अपने श्रृंगार का सामान किसी और को न दें और न ही किसी अन्य महिला से श्रृंगार की वस्तुएं लें। यह परंपरा अशुभ मानी जाती है।
- सफेद वस्तुओं का दान न करें: करवा चौथ के दिन सफेद वस्त्र, दूध, दही, चावल और सफेद मिठाइयों का दान करने से बचना चाहिए। सफेद रंग से जुड़ी चीजों का दान इस दिन वर्जित माना गया है।
- नुकीली चीजों का इस्तेमाल न करें: इस दिन सुई-धागे का काम, कढ़ाई, सिलाई या बटन लगाने जैसे कामों से बचें। नुकीली वस्तुओं का उपयोग अशुभ माना जाता है।
यह भी पढ़े:–चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि में अंतर | शारदीय नवरात्रि | दुर्गा आरती | देवी कात्यायनी | दुर्गा स्तोत्र | दुर्गा चालीसा | दुर्गा के 108 नाम | नौ देवियों बीज मंत्र| शरद पूर्णिमा |रमा एकादशी व्रत कथा | शरद पूर्णिमा आरती | नवरात्रि के 9 दिन नौ रंगो | माँ दुर्गा के नौ रूप | विजयदशमी | रावण का परिवार |दशहरा | धनतेरस | दशहरा शस्त्र पूजा | रावण दहन | धनतेरस पूजा | करवा चौथ आरती |धनतेरस खरीदारी |करवा चौथ कहानी | पहली बार करवा चौथ कैसे करें | करवा चौथ व्रत खाना | करवा चौथ शुभकामनाएं | देवी शैलपुत्री कहानी | देवी ब्रह्मचारिणी कहानी | देवी चंद्रघंटा कहानी | करवा चौथ पूजन विधि सामग्री | माता कुष्मांडा पूजा |माता स्कंदमाता कहानी |माता कालरात्रि कहानी | माता महागौरी कहानी | माता सिद्धिदात्री कहानी
Conclusion:-Karva Chauth Mein kya khana Chahiye kya Nahi
हम आशा करते है कि हमारे द्वारा लिखा गया (करवा चौथ व्रत में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए) यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आपके मन में किसी तरह का सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर दर्ज करें, हम जल्द से जल्द जवाब देने का प्रयास करेंगे। बाकि ऐसे ही रोमांचक लेख के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर दोबारा विज़िट करें, धन्यवाद
FAQ’s
1. करवा चौथ पर क्या खाना चाहिए?
उत्तर: करवा चौथ पर महिलाओं को उपवासी रहना होता है, लेकिन व्रत के बाद कुछ खास चीजें खाई जा सकती हैं। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:
- फल: जैसे कि सेब, केला, अनार, पपीता, इत्यादि।
- सूखे मेवे: जैसे कि बादाम, काजू, पिस्ता, इत्यादि।
- सिरका दही: यह शरीर को ठंडा रखता है और सेहत के लिए भी अच्छा होता है।
- हलवा या चुरमा: ये मिठाइयाँ व्रत के बाद बहुत अच्छी लगती हैं।
- नौकरी की वस्तुएँ: जैसे कि साबूदाना खिचड़ी, जो उपवास के दौरान खाई जा सकती हैं।
2. करवा चौथ पर क्या नहीं खाना चाहिए?
उत्तर: इस दिन कुछ चीजों से बचना चाहिए, ताकि व्रत का उद्देश्य सही से पूरा हो सके। इनमें शामिल हैं:
- मांस और अंडे: ये सभी व्रतों में वर्जित होते हैं।
- आलू: कुछ लोग आलू को उपवासी के दौरान नहीं खाते।
- नमकीन और चिप्स: इन्हें व्रत के दौरान नहीं खाना चाहिए।
- फास्ट फूड: जैसे कि पिज्जा, बर्गर, इत्यादि, ये व्रत के नियमों के खिलाफ हैं।
3. करवा चौथ पर पानी पीना चाहिए या नहीं?
उत्तर: करवा चौथ का व्रत निर्जला होता है, जिसका अर्थ है कि इस दिन पानी भी नहीं पीना चाहिए। हालांकि, कुछ महिलाएँ पहले से ही पानी पीकर अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखती हैं, लेकिन यह पूरी तरह से व्यक्तिगत निर्णय है।
4. क्या व्रत के दौरान चाय या कॉफी पी सकते हैं?
उत्तर: व्रत के दौरान चाय या कॉफी पीने की अनुमति नहीं है। यह सलाह दी जाती है कि व्रत के दिन केवल फलों और सूखे मेवों पर ध्यान दें।
5. क्या व्रत के दौरान मिठाई खा सकते हैं?
उत्तर: जी हाँ, व्रत के बाद मिठाई जैसे हलवा, खीर या चुरमा का सेवन किया जा सकता है। ये मिठाइयाँ व्रत के समाप्त होने का प्रतीक होती हैं।
6. क्या करवा चौथ पर व्रत करने से कोई सेहत संबंधी समस्या हो सकती है?
उत्तर: व्रत करना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अगर आपको किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या है, तो बेहतर होगा कि आप पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें।