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Vastu Tips For Kitchen In Hindi : रसोई घर में रखें इन वास्तु नियमों का ध्यान, तो घर में आएगी खुशहाली और अच्छी रहेगी सभी की सेहत

Vastu Tips for Kitchen IN Hindi
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Vastu Tips for Kitchen: वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार, घर का हर कोना, हर हिस्सा एक खास महत्व रखता है। लेकिन क्या आपको पता है कि इनमें सबसे अहम स्थान किचन का होता है? जी हां, किचन को घर की आत्मा कहा जाता है। यहीं से परिवार के सदस्यों को पोषण मिलता है, उनका स्वास्थ्य निर्धारित होता है। 

एक सही वास्तु के अनुसार बना किचन घर में सुख-समृद्धि लाता है, वहीं गलत वास्तु वाला किचन कई समस्याओं को जन्म दे सकता है। क्या आप भी अपने किचन में कुछ ऐसी गलतियां कर रहे हैं जो आपके परिवार की सेहत और खुशहाली के लिए खतरा बन सकती हैं? क्या आपका किचन वास्तु दोष से ग्रसित है? अगर आप भी इन सवालों के जवाब जानना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है। इस लेख में हम आपको किचन के कुछ प्रमुख वास्तु दोषों के बारे में बताएंगे। साथ ही, इन दोषों को दूर करने के कुछ आसान उपाय भी सुझाएंगे। तो चलिए, एक नजर डालते हैं कि कैसे आप रसोई घर को वास्तु अनुकूल बना सकते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं।

पढ़िए यह रोचक और उपयोगी जानकारी से भरपूर लेख, और अपने किचन को बनाइए वास्तु दोष मुक्त। क्योंकि जब किचन में रहेगी सकारात्मकता, तो घर के हर सदस्य के चेहरे पर आएगी मुस्कान और रोशनी…

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Table Of Content 

S.NOप्रश्न
1वास्तु के अनुसार किचन की दिशा
2किचन का वास्तु दोष दूर करने के प्रमुख उपाय
3किचन का वास्तु दोष कैसे दूर करें
4रसोई घर का वास्तु दोष कैसे दूर करें
5ईशान कोण में किचन का दोष दूर करने के उपाय क्या है
6रसोई घर का वास्तु दोष निवारण के आसान उपाय

वास्तु के अनुसार किचन की दिशा

वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार, किचन का निर्माण दक्षिण-पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में करना चाहिए। किचन को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं बनाना चाहिए क्योंकि इससे कई समस्याएं हो सकती हैं। किचन में सिंक उत्तर दिशा में होना चाहिए और गैस चूल्हा दक्षिण-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। खाना बनाते समय पूर्व की ओर मुंह करके खड़ा होना शुभ माना जाता है। फ्रिज को दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। किचन की खिड़की पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए ताकि ताजी हवा और सकारात्मक ऊर्जा आ सके। वास्तु के अनुसार किचन की व्यवस्था करने से घर में सुख-समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य बना रहता है।

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किचन का वास्तु दोष दूर करने के प्रमुख उपाय

किचन के वास्तु दोष को दूर करने के लिए तीन प्रमुख उपाय इस प्रकार हैं:

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किचन की दिशा का ध्यान रखें:

  • वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार, किचन का निर्माण घर के आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) या फिर वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) में करना चाहिए। ये दिशाएं सबसे शुभ मानी जाती हैं। खाना बनाते समय पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुंह करके खड़ा होना चाहिए। किचन में ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में खिड़कियां होनी चाहिए। गैस स्टोव को आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में रखें, वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) में नहीं।

किचन में पर्याप्त प्रकाश व वेंटिलेशन का ध्यान रखें:

  • किचन में उचित प्रकाश और हवा का आवागमन होना चाहिए। किचन की दीवारों पर हल्के रंग का प्रयोग करें। किचन का आकार कम से कम 80 वर्ग फीट या उससे अधिक होना चाहिए।

कुछ वास्तु उपाय अपनाएं:

  • अगर किचन गलत दिशा में है, तो गैस के ऊपर बृहस्पति क्रिस्टल पिरामिड रखें। गैस के सामने की दीवार पर तीन कोन वाला जिंक पिरामिड का सेट चिपकाएं। किचन में थोड़ा सा समुद्री नमक एक कटोरी में भरकर रखें। यह नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है। नमक को नियमित बदलते रहें।

किचन का वास्तु दोष कैसे दूर करें ?

वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार, रसोई की गलत व्यवस्था से विवाद, अशांति, वित्तीय हानि, और वैवाहिक समस्याएं हो सकती हैं। इसका समाधान करने के लिए, सबसे पहले समस्या को समझना चाहिए, इसके बजाय कि रसोई को दोषी ठहराएं। एक उदाहरण के रूप में, यदि आपको वित्तीय हानि का सामना करना पड़ रहा है, तो आपको रसोई की व्यवस्था बदलने के बजाय आय बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार, रसोई में एक दर्पण रखने, हल्के रंगों का उपयोग करने, और रसोई को स्वच्छ रखने जैसे कुछ उपाय भी सुझाए गए हैं। लेकिन, इन उपायों का उपयोग सामान्य बुद्धि और व्यावहारिकता के साथ करना चाहिए। यदि इन निर्देशों का पालन किया जाए तो रसोई के वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है।

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रसोई घर का वास्तु दोष कैसे दूर करें ?

  • रसोई का स्थान और दिशा: वास्तु के अनुसार, रसोई का स्थान दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए, जिसे अग्निकोण भी कहा जाता है। यदि रसोई इस दिशा में नहीं है, तो रसोई की दक्षिणी दीवार पर ऋषियों की तस्वीरें लगाकर वास्तु दोष को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, अगर रसोई का अग्निकोण दक्षिण-पूर्व के अलावा किसी अन्य दिशा में है, तो वहां लाल रंग का बल्ब लगाकर भी वास्तु दोष को कम किया जा सकता है।
  • रसोई के उपकरणों और सामान की स्थिति: रसोई (Kitchen) में गैस स्टोव या चूल्हा दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए और रसोई में काम करने वाले व्यक्ति का मुंह पूर्व की ओर होना चाहिए। भारी किचन उपकरण जैसे फ्रिज, ओवन और माइक्रोवेव को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। रसोई का सिंक उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए और वह चूल्हे से दूर होना चाहिए। अनाज या किराने का सामान रसोई की दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना शुभ माना जाता है।

ईशान कोण में किचन का दोष दूर करने के उपाय क्या हैं ? 

यदि आपके घर का किचन ईशान कोण में बना है, तो यह एक गंभीर वास्तु दोष माना जा सकता है। ईशान दिशा में स्थित किचन गंभीर रोगों का कारण बन सकता है जिनसे मुक्ति पाना मुश्किल हो सकता है। इससे स्वास्थ्य पर भारी खर्च भी हो सकता है। इस वास्तु दोष को सुधारने के लिए, किचन के प्लेटफॉर्म या स्टैंड को हरे रंग का रखें। साथ ही, गैस स्टोव के पीछे दीवार पर एक छोटा सा दर्पण लगाएं जो बर्नर को परावर्तित करे। यह अग्नि ऊर्जा को दोगुना कर वास्तु में सुधार करेगा। हालांकि, दर्पण खाना पकाने वाले व्यक्ति के चेहरे को परावर्तित नहीं करना चाहिए क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। किचन की सही दिशा आग्नेय कोण यानी पूर्व और दक्षिण के बीच, दक्षिण वाले हिस्से में होती है। यदि संभव हो तो किचन को ईशान से हटाकर इस दिशा में ले जाना श्रेयस्कर होगा।

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रसोई घर का वास्तु दोष निवारण के आसान उपाय

रसोई घर (Kitchen) के वास्तु दोष के निवारण के लिए निम्नलिखित तीन प्रमुख उपाय दिए गए हैं:

  • दिशा और स्थिति: वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई को आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में स्थापित करना उत्तम माना जाता है। यदि यह संभव नहीं हो, तो उत्तर-पश्चिम दिशा को विकल्प के रूप में देखा जा सकता है। रसोई को उत्तर या दक्षिण-पश्चिम दिशाओं में नहीं बनाना चाहिए।
  • रंग और सजावट: रसोई के रंग और सजावट भी वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रसोई को हल्के रंगों, जैसे कि सफेद, पीला या नारंगी, में पेंट करना शुभ माना जाता है। रसोई को स्वच्छ और अव्यवस्था मुक्त रखना चाहिए।
  • ध्यान और रख-रखाव: रसोई का नियमित रख-रखाव और उपकरणों की देखभाल वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण है, रसोई को कीटों और कीड़ों से मुक्त रखना चाहिए।

Conclusion:-

किचन के वास्तु दोष से निजात पाने के लिए सबसे जरूरी है – सकारात्मक सोच और परिवार के बीच प्रेम का माहौल। वास्तु टिप्स तो एक मार्गदर्शक हैं, लेकिन खुशहाल जीवन के लिए हमें अपनी सोच और रिश्तों में बदलाव लाना होगा। किचन को साफ और व्यवस्थित रखें, लेकिन साथ ही दिल से भी नकारात्मकता दूर करें।अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इस अपने परिवारजनों के साथ जरुर साझा करें साथ ही हमारे अन्य सभी आर्टिकल्स को भी जरूर पढ़ें और अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो उसे कॉमेंट बॉक्स में जाकर जरुर पूछे, हम आपके सभी प्रश्नों का जवाब देने का प्रयास करेंगे। ऐसे ही अन्य लेख को पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट जन भक्ति पर रोज़ाना विज़िट करें ।

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Disclaimer:  इस लेख के द्वारा दी गई सभी जानकारियां मान्यताओं पर आधारित है। हम आपको बता दें कि जन भक्ति ऐसे उपायों की पुष्टि नहीं करता है, इसलिए इन सभी वास्तु टिप्स को अमल में लाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें ।

FAQ’s

Q. किचन में वास्तु दोष होने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं?

Ans. किचन में वास्तु दोष होने से परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इससे आर्थिक समस्याएं भी आ सकती हैं और परिवार में कलह की स्थिति बन सकती है। वास्तु दोष से घर के मुखिया को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

Q. किचन में वास्तु दोष को दूर करने के लिए क्या उपाय किया जा सकता है?

Ans. किचन में वास्तु दोष को दूर करने के लिए किचन की स्लैब पर पानी से भरा एक तांबे का बर्तन रखना एक उपाय है। यह न केवल वास्तु दोष को दूर करता है, बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि घर में हमेशा भोजन हो और परिवार को समृद्धि और खुशी का आशीर्वाद मिले।

Q. इस उपाय के लिए तांबे के बर्तन को ही क्यों प्रयोग करना चाहिए?

Ans. वास्तु शास्त्र में तांबा एक शुभ धातु माना जाता है और इसमें उपचारात्मक गुण होने का विश्वास किया जाता है। किचन की स्लैब पर पानी से भरा तांबे का बर्तन रखने से अग्नि तत्व सक्रिय होता है, जो बदले में वास्तु दोषों को दूर करता है।

Q. किचन में तांबे के बर्तन को किस दिशा में रखना चाहिए? 

Ans. तांबे के बर्तन को हमेशा किचन की पूर्व दिशा में रखना चाहिए।

Q. किचन में वास्तु का ध्यान न रखने से क्या परेशानियां हो सकती हैं?

Ans. वास्तु के अनुसार किचन का ध्यान न रखने से परिवार वालों की सेहत को लेकर समस्या बनी रह सकती है। साथ ही परिवार को धन की कमी भी महसूस हो सकती है तथा घर के मुखिया के भाग्य को भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

Q. किचन में किन रंगों का प्रयोग करना उचित माना जाता है?

Ans. वास्तु के अनुसार किचन में हल्के गुलाबी, नारंगी, हल्का पीला या सफेद रंग का प्रयोग करना उचित माना जाता है। रसोईघर में हल्के रंगों का चयन करना बेहतर होता है।